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उन्नाव। अप्रैल में हीट वेव का अलर्ट जारी है और गर्मी थम नहीं ले रही है। बीते 24 घंटे में तापमान के साथ आर्द्रता का प्रतिशत बढ़ने से लोगों का लू के साथ उमस भरी गर्मी से बुरा हाल रहा। मौसम विभाग ने तापमान में बढ़ोत्तरी होने की चेतावनी दी है।
शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम की हवा चलने से जो राहत थी वह कम हो गई। लू का असर तेजी से बढ़ा। इस कारण दोपहर में लोगों का गर्मी से हाल बेहाल रहा। वहीं आर्द्रता का प्रतिशत 46 फीसद होने से लू के साथ उमस भी बनी रही। सुबह नौ बजे के बाद तेजी से गर्मी बढ़ी और दोपहर दो बजे तापमान 39 डिग्री पर पहुंच गया। गर्मी और उमस के कारण लोग छांव, घर और कार्यालय के भीतर रहे। दोपहर में धूप के बीच निकलने की हिम्मत नहीं हो सकी। अधिकतम तापमान 39 डिग्री व न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री रहा। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक अजय मिश्रा ने बताया कि अभी तापमान और बढ़ेगा। हीट वेव चल रही है।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि किसान और मवेशी सुबह 11 से शाम 4 बजे तक घर या छांव में रहे। खेत पर सिंचाई करने के लिए किसान शाम को जाएं। वहीं, मवेशियों को भी चरने के लिए शाम को छोड़ा जाए। जिला कृषि अधिकारी कुलदीप मिश्रा ने बताया कि किसान सब्जी और जायद की फसल के लिए हल्की सिंचाई 10 से 12 दिन के अंतराल पर जरूर करें। खेत में नमी बरकरार रहे।
उन्नाव। अप्रैल में हीट वेव का अलर्ट जारी है और गर्मी थम नहीं ले रही है। बीते 24 घंटे में तापमान के साथ आर्द्रता का प्रतिशत बढ़ने से लोगों का लू के साथ उमस भरी गर्मी से बुरा हाल रहा। मौसम विभाग ने तापमान में बढ़ोत्तरी होने की चेतावनी दी है।
शुक्रवार को दक्षिण-पश्चिम की हवा चलने से जो राहत थी वह कम हो गई। लू का असर तेजी से बढ़ा। इस कारण दोपहर में लोगों का गर्मी से हाल बेहाल रहा। वहीं आर्द्रता का प्रतिशत 46 फीसद होने से लू के साथ उमस भी बनी रही। सुबह नौ बजे के बाद तेजी से गर्मी बढ़ी और दोपहर दो बजे तापमान 39 डिग्री पर पहुंच गया। गर्मी और उमस के कारण लोग छांव, घर और कार्यालय के भीतर रहे। दोपहर में धूप के बीच निकलने की हिम्मत नहीं हो सकी। अधिकतम तापमान 39 डिग्री व न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री रहा। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक अजय मिश्रा ने बताया कि अभी तापमान और बढ़ेगा। हीट वेव चल रही है।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि किसान और मवेशी सुबह 11 से शाम 4 बजे तक घर या छांव में रहे। खेत पर सिंचाई करने के लिए किसान शाम को जाएं। वहीं, मवेशियों को भी चरने के लिए शाम को छोड़ा जाए। जिला कृषि अधिकारी कुलदीप मिश्रा ने बताया कि किसान सब्जी और जायद की फसल के लिए हल्की सिंचाई 10 से 12 दिन के अंतराल पर जरूर करें। खेत में नमी बरकरार रहे।
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