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सार
पुलिस कमिश्नर और बैंक के उच्च प्रबंधन के निर्देश पर लॉकर धारकों को फोन करके अपने लॉकर चेक करने का कहा जा रहा है। अब तक 270 ग्राहक लॉकर ऑपरेट कर चुके हैं। कुल 1141 लॉकर हैं।
कानपुर में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कराची खाना शाखा में मंगलवार को एक और लॉकर से 50 लाख के जेवर गायब हो गए। बैंक कर्मचारियों ने फोन करके लॉकर चेक करने के लिए बुलाया था। पीड़िता जब लॉकर खोलने गई तो खुला ही नहीं और फंस गया। बाद में लॉकर तोड़ना पड़ा।
लॉकर में रखे जेवर के साथ ही 500 डालर भी गायब हैं। पीड़िता ने फीलखाना थाने में तहरीर दी है। मोतीमोहाल में रहने वाली अमिता गुप्ता ने बताया कि बैंक की ओर से फोन आया था कि लॉकर चेक कर लें। सुबह करीब 10:30 बजे पति कुलजीत गुप्ता के साथ बैंक पहुंची और लॉकर ऑपरेट किया।
जब चाभी लगाई तो लॉक अटक गया। इसकी जानकारी प्रबंधन को दी। इसके बाद लॉक तोड़ा गया। उन्होंने बताया कि 2015 में लॉकर लिया था। इससे पहले 2020 में ऑपरेट किया था। बताया कि 2017 में लखनऊ से एक सेट, दो कड़े खरीदे थे।
इसके अलावा शहर के दो बड़े ज्वैलर्स के यहां से खरीदे गए चार छोटे सेट, एक चूड़ी का सेट, सोने की चेन, झुमकी, पांच सोने की अंगूठी के अलावा कैश और डॉलर थे। यह सभी सामान का बिल भी उनके पास है। जब सामान खरीदा था तब इसकी कीमत 20-22 लाख थी। अब इसकी कीमत 50 लाख के करीब है।
चांदी का भी काफी सामान था। वो भी गायब है। युगांडा में उन्होंने कई साल नौकरी करके डॉलर कमाए थे। उसे भी लॉकर में रख दिया था। उनका रतनलाल नगर में फ्रंचाइजी सैलून है। एक बेटी है। उसकी पढ़ाई और आगे के लिए सब जुटाया था। इसके अलावा पुश्तैनी जेवर भी था। जो उनकी सास ने दिया था। पीड़िता ने बैंक अफसरों को खूब खरीखोटी सुनाई।
बैंक के बाहर सीएमडी का पुतला फूंका, चस्पा किए पोस्टर
लॉकर चोरी न्याय संघर्ष समिति के पदाधिकारियों और पीड़ितों ने मंगलवार को कराची खाना शाखा के बाहर प्रदर्शन किया। चोर बैंक ऑफ इंडिया के पोस्टर लगाकर बैंक के सीएमडी का पुतला फूंका गया। इस दौरान कहा कि अब तक बैंक के 11 लॉकरों से करोड़ों का जेवर, कैश चोरी हो चुका है लेकिन प्रबंधन ने अब तक किसी भी पीड़ित परिवार से बात तक नहीं की।
बैंक के उच्च अफसरों के बिना इतना बड़ी चोरी संभव ही नहीं है। इस मौके पर संयोजक अभिमन्यु गुप्ता, सिद्धार्थ काशीवार, पवन गुप्ता पीड़ित महिला निर्मला तहलियानी, मीना यादव, सुशीला शर्मा, महेंद्र सविता, पंकज गुप्ता, अमिता गुप्ता, राज बेटी गुप्ता आदि थे।
इसलिए बैंक कर्मचारियों ने किया फोन
पुलिस कमिश्नर और बैंक के उच्च प्रबंधन के निर्देश पर लॉकर धारकों को फोन करके अपने लॉकर चेक करने का कहा जा रहा है। अब तक 270 ग्राहक लॉकर ऑपरेट कर चुके हैं। कुल 1141 लॉकर हैं। जिसमें से 507 लॉकर ही ऑपरेट हो रहे हैं या फिर किराया मिल रहा है। बताया गया कि और मामले आने की स्थिति में एक संयुक्त एफआईआर दर्ज करके केस की जांच की जा सकेगी।
विस्तार
कानपुर में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कराची खाना शाखा में मंगलवार को एक और लॉकर से 50 लाख के जेवर गायब हो गए। बैंक कर्मचारियों ने फोन करके लॉकर चेक करने के लिए बुलाया था। पीड़िता जब लॉकर खोलने गई तो खुला ही नहीं और फंस गया। बाद में लॉकर तोड़ना पड़ा।
लॉकर में रखे जेवर के साथ ही 500 डालर भी गायब हैं। पीड़िता ने फीलखाना थाने में तहरीर दी है। मोतीमोहाल में रहने वाली अमिता गुप्ता ने बताया कि बैंक की ओर से फोन आया था कि लॉकर चेक कर लें। सुबह करीब 10:30 बजे पति कुलजीत गुप्ता के साथ बैंक पहुंची और लॉकर ऑपरेट किया।
जब चाभी लगाई तो लॉक अटक गया। इसकी जानकारी प्रबंधन को दी। इसके बाद लॉक तोड़ा गया। उन्होंने बताया कि 2015 में लॉकर लिया था। इससे पहले 2020 में ऑपरेट किया था। बताया कि 2017 में लखनऊ से एक सेट, दो कड़े खरीदे थे।
इसके अलावा शहर के दो बड़े ज्वैलर्स के यहां से खरीदे गए चार छोटे सेट, एक चूड़ी का सेट, सोने की चेन, झुमकी, पांच सोने की अंगूठी के अलावा कैश और डॉलर थे। यह सभी सामान का बिल भी उनके पास है। जब सामान खरीदा था तब इसकी कीमत 20-22 लाख थी। अब इसकी कीमत 50 लाख के करीब है।
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