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औरास। ब्लॉक के दिपवल गांव में जूनियर विद्यालय न होने से बेटियों को पढ़ाई में परेशानी हो रही है। उन्हें शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है। ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों से कई बार स्कूल की मांग की लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
दिपवल में गणेशखेड़ा, सरायबद्री, अतिबलखेड़ा, रतनखेड़ा व पंचमखेड़ा सहित 11 मजरे हैं। यहां की आबादी 12,000 है। गांव में दो प्राथमिक विद्यालयों के अलावा मजरों में परिषदीय विद्यालय संचालित हैं लेकिन उच्च प्राथमिक विद्यालय नहीं हैं। गांव से करीब 4.5 किमी दूर डल्लूखेड़ा और चार किमी दूर पूराचांद गांव में जूनियर विद्यालय हैं।
बेटियों को पढ़ाई के लिए दूर जाना पड़ता है। प्रधान रामखिलावन ने बताया कि उन्होंने सफीपुर विधायक बंबालाल दिवाकर को प्रार्थनापत्र देकर जूनियर विद्यालय की मांग की है। सेवानिवृत्त बीडीओ लोकराम ने गांव में जूनियर विद्यालय के लिए भूमि दान करने की बात कही है।
बीएसए संजय कुमार तिवारी ने बताया कि बीईओ से रिपोर्ट लेकर जूनियर विद्यालय खुलवाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
औरास। ब्लॉक के दिपवल गांव में जूनियर विद्यालय न होने से बेटियों को पढ़ाई में परेशानी हो रही है। उन्हें शिक्षा के लिए दूर जाना पड़ता है। ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों से कई बार स्कूल की मांग की लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
दिपवल में गणेशखेड़ा, सरायबद्री, अतिबलखेड़ा, रतनखेड़ा व पंचमखेड़ा सहित 11 मजरे हैं। यहां की आबादी 12,000 है। गांव में दो प्राथमिक विद्यालयों के अलावा मजरों में परिषदीय विद्यालय संचालित हैं लेकिन उच्च प्राथमिक विद्यालय नहीं हैं। गांव से करीब 4.5 किमी दूर डल्लूखेड़ा और चार किमी दूर पूराचांद गांव में जूनियर विद्यालय हैं।
बेटियों को पढ़ाई के लिए दूर जाना पड़ता है। प्रधान रामखिलावन ने बताया कि उन्होंने सफीपुर विधायक बंबालाल दिवाकर को प्रार्थनापत्र देकर जूनियर विद्यालय की मांग की है। सेवानिवृत्त बीडीओ लोकराम ने गांव में जूनियर विद्यालय के लिए भूमि दान करने की बात कही है।
बीएसए संजय कुमार तिवारी ने बताया कि बीईओ से रिपोर्ट लेकर जूनियर विद्यालय खुलवाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
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