गाजियाबाद की ‘निर्भया’ का एक और झूठ: नर्स ने खुद मारी थी प्राइवेट पार्ट पर चोट, रखा था लोहे का छह इंच का तार

0
17

[ad_1]

निर्भया कांड जैसी दरिंदगी की झूठी कहानी के मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि हाथ-पैर बांधकर नर्स को बोरी में बंद करके आश्रम रोड पर मास्टरमाइंड आजाद ने रखा था। उसने ही नर्स को बताया था कि जब वह राहगीर को बुलाएगा तो क्या बोलना है। संवाद का बाकायदा अभ्यास कराया गया था। जैसे ही आजाद के कहने पर राहगीर आया, नर्स चिल्लाने लगी- पुलिस को बुलाओ… पुलिस को बुलाओ। आजाद ने पुलिस पूछताछ में बताया कि नर्स ने खुद प्राइवेट पार्ट पर चोट मारी थी और लोहे का छह इंच का तार रखा था। इसे ही लोहे की रॉड बताकर सोशल मीडिया पर मेसेज भेजे गए ताकि लोग घटना को निर्भया कांड जैसा समझ लें। 

 

पुलिस ने बृहस्पतिवार को दिल्ली के कबीरनगर निवासी प्रोपर्टी डीलर आजाद, नोएडा के बादलपुर के गौरव शर्मा और गाजियाबाद के इस्लामनगर के अफजाल को गिरफ्तार किया था।

 

यह भी पढ़ें -  Prayagraj :  अतीक के वकील विजय मिश्रा पर तीन करोड़ रंगदारी मांगने का केस, लकड़ी व्यवसायी ने दर्ज कराया मुकदमा

पुलिस का कहना है कि अफजाल ने सख्ती से पूछने पर पूरी साजिश के बारे में बताया। उसने कहा कि 13 साल से पति से अलग रह रही नर्स से उसकी 12 साल से गहरी दोस्ती है। दोनों ने मिलकर कबीरनगर में 56 लाख का मकान हड़पने की साजिश रची थी। 

 

इसके लिए फर्जी दस्तावेज बनाने से लेकर फर्जी केस दर्ज कराने तक के कई प्रयास किए लेकिन सभी असफल रहे। इसके बाद सामूहिक दुष्कर्म की झूठी कहानी बनाई।

 

नर्स ने अपने भाई से नंदग्राम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराकर कहा कि बहन का 16 की रात अपहरण हो गया। दो दिन उसे बंधक बनाकर रखा और 18 की सुबह आश्रम रोड पर बोरी में बंद करके फेंका। 

 



[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here