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उन्नाव। माघ पूर्णिमा पर बुधवार को जिले के विभिन्न गंगा तटों पर स्नानार्थियों की भीड़ रही। स्नान करने के बाद लोगों ने गंगा घाटों पर पूजा-अर्चना कर सत्यनारायन भगवान की कथा सुनी। दान-दक्षिणा भी दी।
बुधवार को जिले के परियर, कोलुहागाढ़ा, नानामऊ घाट, अचलगंज, गंगाघाट, फतेहपुर चौरासी, बक्सर में घाटों पर गंगा स्नान के लिए स्नानार्थी जुटे। भोर पहर से ही श्रद्धालुओं के जत्थे गंगा तट पर पहुंचे। दूरदराज से आए लोग जानकी कुंड आश्रम, बलखंडेश्वर मंदिर परिसर से गंगा तट पर पहुंचे। ब्रह्म मुहूर्त में लोगों ने गंगा स्नान व पूजा-अर्चना की। परियर में लोगों ने बाबा बलखंडेश्वर, जानकी कुंड, भीमेश्वर, जंगलेश्वर मंदिरों में जलाभिषेक किया। इस दौरान गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद लिया।
माघ पूर्णिमा से ही 170 किलोमीटर दूर बाराबंकी जिला स्थित बाबा लोधेश्वर महादेव की कांवर यात्रा शुरू हो गई। बुधवार को कांवरियों ने गंगा तटों से गंगा जल कांवर में भरा और बम भोले के जयकारे लगाकर बाबा लोधेश्वर के लिए रवाना हुए।
उन्नाव। माघ पूर्णिमा पर बुधवार को जिले के विभिन्न गंगा तटों पर स्नानार्थियों की भीड़ रही। स्नान करने के बाद लोगों ने गंगा घाटों पर पूजा-अर्चना कर सत्यनारायन भगवान की कथा सुनी। दान-दक्षिणा भी दी।
बुधवार को जिले के परियर, कोलुहागाढ़ा, नानामऊ घाट, अचलगंज, गंगाघाट, फतेहपुर चौरासी, बक्सर में घाटों पर गंगा स्नान के लिए स्नानार्थी जुटे। भोर पहर से ही श्रद्धालुओं के जत्थे गंगा तट पर पहुंचे। दूरदराज से आए लोग जानकी कुंड आश्रम, बलखंडेश्वर मंदिर परिसर से गंगा तट पर पहुंचे। ब्रह्म मुहूर्त में लोगों ने गंगा स्नान व पूजा-अर्चना की। परियर में लोगों ने बाबा बलखंडेश्वर, जानकी कुंड, भीमेश्वर, जंगलेश्वर मंदिरों में जलाभिषेक किया। इस दौरान गंगा तट पर श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद लिया।
माघ पूर्णिमा से ही 170 किलोमीटर दूर बाराबंकी जिला स्थित बाबा लोधेश्वर महादेव की कांवर यात्रा शुरू हो गई। बुधवार को कांवरियों ने गंगा तटों से गंगा जल कांवर में भरा और बम भोले के जयकारे लगाकर बाबा लोधेश्वर के लिए रवाना हुए।
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