चांदमारी में अब कूड़ा फेंका तो पालिका पर होगी एफआईआर

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उन्नाव। चांदमारी स्थित पुलिस विभाग की 24 बीघा भूमि पर नगर पालिका ने कब्जा कर इसे 30 साल से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बना रखा है। कई बार पत्राचार के बाद भी पालिका के अनसुनी करने पर एएसपी ने अब सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने एक माह में फायरिंग रेंज की जमीन खाली करने निर्देश दिए हैं। ऐसा न करने पर रिपोर्ट दर्ज कराने की चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि बारिश शुरू होते ही यहां पांच हजार पौधे रोपे जाएंगे।
हरदोई बाईपास के पास चांदमारी में पुलिस विभाग की जमीन है। कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था न होने से शहर से प्रतिदिन निकलने वाला औसतन 60 मीट्रिक टन कूड़ा नगर पालिका यहां एकत्र करती है। अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने पालिका को पत्र भेजकर एक माह में चांदमारी की भूमि समतल कराने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि यहां पौधे लगाकर उनका रखरखाव भी पुलिस विभाग करेगा।
आसपास के लोगों को मिलेगी राहत
कूड़ा डंप होने से जेल के अधिकारी और बंदी, मोहल्ला दरोगाबाग, कांशीराम कालोनी और जेल कालोनी के लोग दुर्गंध के कारण परेशान हैं। कूड़ा जलने पर धुएं के कारण सांस लेना दूभर होता है। कूड़ा फेंकने पर रोक से दरोगाबाग निवासी, संदीप शुक्ला, राजेंद्र सिंह, मोहित यादव, शैफाली सिंह, मोनिका द्विवेदी, रेनू रावत, मंजू आदि ने खुशी जताई है।
जवानों को दिया जाता था फायरिंग का प्रशिक्षण
चांदमारी की भूमि पर फायरिंग रेंज बनी है। पहले यहां पुलिस कर्मियों और रिक्रूटों को फायरिंग का प्रशिक्षण दिया जाता था लेकिन जब से फतेहपुर चौरासी के काली मिट्टी में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र खुला तब से इसका प्रयोग बंद हो गया। खाली जमीन पर नगर पालिका ने सड़क किनारे कूड़ा फेंकना शुरू किया। इसके बाद इसे कूड़ा डंपिंग स्थल बना लिया।
– नगर पालिका के स्वास्थ्य निरीक्षक रश्मि पुष्कर ने बताया कि पुलिस विभाग ने यहां कूड़ा फेंकने पर रोक लगाई है। सभी कर्मियों को निर्देश दिए हैं, कि वह फिलहाल उन जमीनों पर कूड़ा एकत्र करें जो अभिलेखों में पालिका के नाम दर्ज हैं।
– स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक अभिषेक कुमार ने बताया कि शहर से करीब पांच किमी दूर बक्खाखेड़ा में कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। छह एकड़ में बन रहे इस केंद्र में प्रतिदिन 65 टन कूड़ा निस्तारण क्षमता का प्लांट लगेगा। इसमें 6.72 करोड़ रुपये खर्च आएगा। दो-तीन माह में शहर का कूड़ा यहीं पहुंचाया जाएगा।

यह भी पढ़ें -  Unnao News: रहमान इंडस्ट्रीज को राज्य निर्यात पुरस्कार

उन्नाव। चांदमारी स्थित पुलिस विभाग की 24 बीघा भूमि पर नगर पालिका ने कब्जा कर इसे 30 साल से कूड़ा डंपिंग ग्राउंड बना रखा है। कई बार पत्राचार के बाद भी पालिका के अनसुनी करने पर एएसपी ने अब सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने एक माह में फायरिंग रेंज की जमीन खाली करने निर्देश दिए हैं। ऐसा न करने पर रिपोर्ट दर्ज कराने की चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि बारिश शुरू होते ही यहां पांच हजार पौधे रोपे जाएंगे।

हरदोई बाईपास के पास चांदमारी में पुलिस विभाग की जमीन है। कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था न होने से शहर से प्रतिदिन निकलने वाला औसतन 60 मीट्रिक टन कूड़ा नगर पालिका यहां एकत्र करती है। अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने पालिका को पत्र भेजकर एक माह में चांदमारी की भूमि समतल कराने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि यहां पौधे लगाकर उनका रखरखाव भी पुलिस विभाग करेगा।

आसपास के लोगों को मिलेगी राहत

कूड़ा डंप होने से जेल के अधिकारी और बंदी, मोहल्ला दरोगाबाग, कांशीराम कालोनी और जेल कालोनी के लोग दुर्गंध के कारण परेशान हैं। कूड़ा जलने पर धुएं के कारण सांस लेना दूभर होता है। कूड़ा फेंकने पर रोक से दरोगाबाग निवासी, संदीप शुक्ला, राजेंद्र सिंह, मोहित यादव, शैफाली सिंह, मोनिका द्विवेदी, रेनू रावत, मंजू आदि ने खुशी जताई है।

जवानों को दिया जाता था फायरिंग का प्रशिक्षण

चांदमारी की भूमि पर फायरिंग रेंज बनी है। पहले यहां पुलिस कर्मियों और रिक्रूटों को फायरिंग का प्रशिक्षण दिया जाता था लेकिन जब से फतेहपुर चौरासी के काली मिट्टी में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र खुला तब से इसका प्रयोग बंद हो गया। खाली जमीन पर नगर पालिका ने सड़क किनारे कूड़ा फेंकना शुरू किया। इसके बाद इसे कूड़ा डंपिंग स्थल बना लिया।

– नगर पालिका के स्वास्थ्य निरीक्षक रश्मि पुष्कर ने बताया कि पुलिस विभाग ने यहां कूड़ा फेंकने पर रोक लगाई है। सभी कर्मियों को निर्देश दिए हैं, कि वह फिलहाल उन जमीनों पर कूड़ा एकत्र करें जो अभिलेखों में पालिका के नाम दर्ज हैं।

– स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक अभिषेक कुमार ने बताया कि शहर से करीब पांच किमी दूर बक्खाखेड़ा में कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। छह एकड़ में बन रहे इस केंद्र में प्रतिदिन 65 टन कूड़ा निस्तारण क्षमता का प्लांट लगेगा। इसमें 6.72 करोड़ रुपये खर्च आएगा। दो-तीन माह में शहर का कूड़ा यहीं पहुंचाया जाएगा।

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