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उन्नाव। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के हो रहे मूल्यांकन के दूसरे दिन रविवार को तीनों केंद्रों पर 14489 उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं। जीजीआईसी में सबसे कम परीक्षक व सहायक परीक्षक पहुंचे, जबकि जीआईसी में दोनों की संख्या लगभग सही रही। परीक्षकों की कमी के चलते मूल्यांकन के काम में तेजी नहीं आ पा रही है।
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्रों की प्रयोगात्मक परीक्षा के साथ मूल्यांकन कार्य में शुरू करने से तेजी नहीं आ रही है। स्थिति यह है कि जिन परीक्षकों की ड्यूटी मूल्यांकन कार्य में लगाई गई है। उनमें अधिकतर परीक्षक प्रयोगात्मक परीक्षा करा रहे हैं। रविवार को हाईस्कूल के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में अटल बिहारी में 6404 कॉपियां जांची गईं। यहां 300 परीक्षकों में 210 ही कॉपी जांचने पहुंचे। सहायक परीक्षकों में 31 में 29 ही शामिल हुए।
जीआईसी में परीक्षकों की संख्या सही रही। हाईस्कूल की 4942 उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं। इस केंद्र पर 386 परीक्षकों में 296 उपस्थित हुए। वहीं डिप्टी परीक्षकों में 40 में 35 मूल्यांकन केंद्र पहुंचे। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज मूल्यांकन केंद्र की स्थिति सबसे खराब रही। यहां इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाएं जांची जा रही हैं। रविवार को 3143 उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं। यहां 495 परीक्षकों में 212 ही कॉपी जांचने पहुंचे। वहीं 54 सहायक परीक्षकों में 20 ही केंद्र पर पहुंचे।
डीआईओएस राजेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि प्रयोगात्मक परीक्षाओं में परीक्षकों की ड्यूटी लगी है। जो परीक्षक वहां लगे हैं उनकी सूची मांगी गई है। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्नाव। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के हो रहे मूल्यांकन के दूसरे दिन रविवार को तीनों केंद्रों पर 14489 उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं। जीजीआईसी में सबसे कम परीक्षक व सहायक परीक्षक पहुंचे, जबकि जीआईसी में दोनों की संख्या लगभग सही रही। परीक्षकों की कमी के चलते मूल्यांकन के काम में तेजी नहीं आ पा रही है।
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्रों की प्रयोगात्मक परीक्षा के साथ मूल्यांकन कार्य में शुरू करने से तेजी नहीं आ रही है। स्थिति यह है कि जिन परीक्षकों की ड्यूटी मूल्यांकन कार्य में लगाई गई है। उनमें अधिकतर परीक्षक प्रयोगात्मक परीक्षा करा रहे हैं। रविवार को हाईस्कूल के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में अटल बिहारी में 6404 कॉपियां जांची गईं। यहां 300 परीक्षकों में 210 ही कॉपी जांचने पहुंचे। सहायक परीक्षकों में 31 में 29 ही शामिल हुए।
जीआईसी में परीक्षकों की संख्या सही रही। हाईस्कूल की 4942 उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं। इस केंद्र पर 386 परीक्षकों में 296 उपस्थित हुए। वहीं डिप्टी परीक्षकों में 40 में 35 मूल्यांकन केंद्र पहुंचे। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज मूल्यांकन केंद्र की स्थिति सबसे खराब रही। यहां इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाएं जांची जा रही हैं। रविवार को 3143 उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं। यहां 495 परीक्षकों में 212 ही कॉपी जांचने पहुंचे। वहीं 54 सहायक परीक्षकों में 20 ही केंद्र पर पहुंचे।
डीआईओएस राजेंद्र कुमार पांडेय ने बताया कि प्रयोगात्मक परीक्षाओं में परीक्षकों की ड्यूटी लगी है। जो परीक्षक वहां लगे हैं उनकी सूची मांगी गई है। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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