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किशोरी अपने पुत्र के साथ
– फोटो : अमर उजाला
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उन्नाव जिले के सफीपुर क्षेत्र में एक साल पहले दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़ित किशोरी ने जबरदस्त हिम्मत दिखाईञ उसने समाज की फब्तियों का मुकाबला कर बच्चे को जन्म दिया। अब उसे अकेलापन सताने लगा है, क्योंकि उसका दर्द बांटने वाला कोई नहीं है।
बता दें कि मात्र 14 वर्ष की आयु वाली इस किशोरी के साथ गांव के ही एक किशोर ने नौ माह पूर्व दुष्कर्म किया था। दुष्कर्म से गर्भ में आए बच्चे को जन्म देने की हिम्मत जुटाते हुए स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पुत्र को जन्म दिया। मां ने भी हौसला बढ़ाया और स्वंय पालने का दावा किया।
अब सताने लगा है अकेलापन
नौ माह हिम्मत के साथ समय गुजारने वाली किशोरी को होली के त्योहार पर अकेले पड़ जाने का अहसास हुआ। पहले के दिनों को याद कर बोली कि स्कूल जाती थी, तो तमाम सहेलियों के बीच खेलती थीं। होली पर सहेलियां इकट्ठा होतीं, तो रंग में सराबोर होकर जमकर नाच-गाना करती।
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