जिला अस्पताल में खामियों पर चढ़ा डिप्टी सीएम का पारा..

0
77

[ad_1]

ख़बर सुनें

उन्नाव। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक गुरुवार को कानपुर जाते समय अचानक नवाबगंज सीएचसी और जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। उनके आते ही हड़कंप मच गया। दोनों जगह गंदगी, उपकरणों के रखरखाव में लापरवाही और पेयजल व्यवस्था दुरुस्त न देख उनका पारा चढ़ गया। नवाबगंज सीएचसी प्रभारी और जिला अस्पताल के सीएमएस को सुधार के निर्देश दिए।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सुबह 11:55 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी वार्ड में बुखार पीड़ित रायपुर बुजुर्ग निवासी राजकुमारी, डायरिया पीड़ित शुक्लागंज के संतखेड़ा की अंशिका से दवा, इलाज और डॉक्टरों के देखने की जानकारी ली। कोई शिकायत न होने पर सीटी स्कैन के लिए बैठे कोरारी कला निवासी पिंटू से मिले।
इसके बाद इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर के कक्ष में पहुंचे। वार्ड ब्वाय और फार्मासिस्ट को बिना ग्लब्स देख नाराजगी जताई। मरहम पट्टी कक्ष में प्रयोग हुए दस्ताने पड़े देखकर ऐतराज जताया। सीएमएस से कहा कि प्रयोग की गई सामग्री का सुरक्षित तरीके से निस्तारण कराया जाए।
यहां नल की टोटी खराब मिली। इसके बाद ओपीडी पहुंचे और मरीजों से बात की। पुरवा के जटपुरवा के दुर्गा प्रसाद ने बताया कि सीने में दर्द है। करीब एक घंटे से बैठे हैं, लेकिन डॉक्टर नहीं मिले। सीएमएस से पूछा तो पता चला कि वह वीआईपी ड्यूटी में हैं। निर्देश दिए कि ऐसी स्थिति में किसी दूसरे डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाए।
मरीजों से दवाओं की जानकारी ली तो बताया गया कि सभी दवाएं नहीं मिलती हैं। कई दवाएं मजबूरी में डॉक्टरों से बाहर से लिखानी पड़ती है। आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी दवाएं अस्पताल से ही मिलेंगी। पर्चा काउंटर के सामने पानी की टंकी की टोटी दबाई तो गर्म पानी निकला। इस पर सीएमएस को ठंडे पानी की व्यवस्था कराने की हिदायत दी।
सीएमएस कक्ष पहुंच डॉक्टरों के आकस्मिक अवकाश (सीएल) और अर्जित अवकाश सीएल (ईएल) का रजिस्टर देखा। बेहोशी के डॉक्टर राजीव कुमार गुप्ता व सर्जन डॉ. एसएन गुप्ता का ईएल देखा। सीएमएस डॉ. पवन कुमार से पूछा तो बताया कि बीमार हैं। छुट्टी के लिए लगा प्रार्थनापत्र व मेडिकल सर्टिफिकेट देखा, जो शहर के एक निजी अस्पताल का मिला।
इस पर नाराजगी जताई और सीएमओ को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। सीएमएस से डॉक्टर को मेडिकल बोर्ड के सामने पेश कर स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनवाने का निर्देश दिया है। सर्जन के छुट्टी पर होने की जानकारी ली तो पता चला कि बीमार हैं। सीएमएस से कहा कि उन्हें लखनऊ पीजीआई भेजकर इलाज कराएं, कोई दिक्कत आए फोन करके बताएं।
जिला अस्पताल में 41 मिनट रुकने के बाद दोपहर 12:39 बजे कानपुर के रवाना हो गए। इससे पहले उपमुख्यमंत्री ने नवाबगंज सीएचसी का निरीक्षण किया। यहां डॉ. अंकिता रस्तोगी अनुपस्थित मिलीं। इमरजेंसी वार्ड के पास गंदगी और गैलरी में दवाओं के खाली रैपर व डिब्बे बिखरे थे। सीएचसी प्रभारी डॉ. अरुण कुमार से नाराजगी जताई। वाटर कूलर में पानी न आने पर कहा कि निर्देशों का पालन नहीं कराया जा रहा है। मरीजों के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यहां मरीजों व तीमारदारों ने इलाज में लापरवाही और बाहर से जांच कराने की शिकायत की तो उन्होंने सीएचसी प्रभारी को सख्त हिदायत दी।
डिप्टी सीएम बोले-समय पर होगा भुगतान
बजट की कमी होने से स्वास्थ्य विभाग पर डीजल का लाखों रुपये का बकाया हो गया है। डीजल की उपलब्धता न होने से बिजली कटौती होने से जेनरेटर नहीं चलाया जाता है। साथ ही आउटसोर्सिंग कर्मियों का भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। सीएमओ ने डिप्टी सीएम के सामने बजट का मुद्दा रखा तो कहा कि लंबित भुगतान जल्द कराए जाएंगे। आउटसोर्सिंग कर्मियों का चार माह का मानदेय सीएमओ को जल्द दिलाने के निर्देश दिए।
आनन-फानन में सुधारीं खामियां
डिप्टी सीएम के औचक निरीक्षण की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। जिला अस्पताल के पुरुष व महिला अस्पताल के वार्ड तत्काल बेडों पर चादर डलवाई गई। वार्ड व शौचालय में सफाई शुरू हुई, लेकिन शौचालय की गंदगी कर्मचारी साफ नहीं कर पाए। यह तो अच्छा रहा कि डिप्टी सीएम वहां नहीं पहुंचे। महिला अस्पताल में सफाई शुरू होने से प्रसूताओं को गैलरी में बेड डालकर लिटाया गया, लेकिन डिप्टी सीएम महिला अस्पताल नहीं गए।
डिप्टी सीएम को दिया ज्ञापन
जिला अस्पताल में संचालित 108 व 102 एंबुुलेंस में फर्जी केसों की जांच के साथ निष्कासित कर्मियों को वापस काम पर लेने के लिए जीवनदायनी एंबुलेंस के पदाधिकारियों ने डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंपा। डिप्टी सीएम ने कहा कि मामला जानकारी में है। इसकी जांच कराई जा रही है। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। जांच में जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज के परिजनों से जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक। सं?

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज के परिजनों से जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक। सं?– फोटो : UNNAO

यह भी पढ़ें -  सुदृढ़ पैरवी कर अपराधियों को दिलाएं सजा : एडीजी अभियोजन

उन्नाव। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक गुरुवार को कानपुर जाते समय अचानक नवाबगंज सीएचसी और जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे। उनके आते ही हड़कंप मच गया। दोनों जगह गंदगी, उपकरणों के रखरखाव में लापरवाही और पेयजल व्यवस्था दुरुस्त न देख उनका पारा चढ़ गया। नवाबगंज सीएचसी प्रभारी और जिला अस्पताल के सीएमएस को सुधार के निर्देश दिए।

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सुबह 11:55 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। इमरजेंसी वार्ड में बुखार पीड़ित रायपुर बुजुर्ग निवासी राजकुमारी, डायरिया पीड़ित शुक्लागंज के संतखेड़ा की अंशिका से दवा, इलाज और डॉक्टरों के देखने की जानकारी ली। कोई शिकायत न होने पर सीटी स्कैन के लिए बैठे कोरारी कला निवासी पिंटू से मिले।

इसके बाद इमरजेंसी वार्ड के डॉक्टर के कक्ष में पहुंचे। वार्ड ब्वाय और फार्मासिस्ट को बिना ग्लब्स देख नाराजगी जताई। मरहम पट्टी कक्ष में प्रयोग हुए दस्ताने पड़े देखकर ऐतराज जताया। सीएमएस से कहा कि प्रयोग की गई सामग्री का सुरक्षित तरीके से निस्तारण कराया जाए।

यहां नल की टोटी खराब मिली। इसके बाद ओपीडी पहुंचे और मरीजों से बात की। पुरवा के जटपुरवा के दुर्गा प्रसाद ने बताया कि सीने में दर्द है। करीब एक घंटे से बैठे हैं, लेकिन डॉक्टर नहीं मिले। सीएमएस से पूछा तो पता चला कि वह वीआईपी ड्यूटी में हैं। निर्देश दिए कि ऐसी स्थिति में किसी दूसरे डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाए।

मरीजों से दवाओं की जानकारी ली तो बताया गया कि सभी दवाएं नहीं मिलती हैं। कई दवाएं मजबूरी में डॉक्टरों से बाहर से लिखानी पड़ती है। आश्वासन दिया कि जल्द ही सभी दवाएं अस्पताल से ही मिलेंगी। पर्चा काउंटर के सामने पानी की टंकी की टोटी दबाई तो गर्म पानी निकला। इस पर सीएमएस को ठंडे पानी की व्यवस्था कराने की हिदायत दी।

सीएमएस कक्ष पहुंच डॉक्टरों के आकस्मिक अवकाश (सीएल) और अर्जित अवकाश सीएल (ईएल) का रजिस्टर देखा। बेहोशी के डॉक्टर राजीव कुमार गुप्ता व सर्जन डॉ. एसएन गुप्ता का ईएल देखा। सीएमएस डॉ. पवन कुमार से पूछा तो बताया कि बीमार हैं। छुट्टी के लिए लगा प्रार्थनापत्र व मेडिकल सर्टिफिकेट देखा, जो शहर के एक निजी अस्पताल का मिला।

इस पर नाराजगी जताई और सीएमओ को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। सीएमएस से डॉक्टर को मेडिकल बोर्ड के सामने पेश कर स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बनवाने का निर्देश दिया है। सर्जन के छुट्टी पर होने की जानकारी ली तो पता चला कि बीमार हैं। सीएमएस से कहा कि उन्हें लखनऊ पीजीआई भेजकर इलाज कराएं, कोई दिक्कत आए फोन करके बताएं।

जिला अस्पताल में 41 मिनट रुकने के बाद दोपहर 12:39 बजे कानपुर के रवाना हो गए। इससे पहले उपमुख्यमंत्री ने नवाबगंज सीएचसी का निरीक्षण किया। यहां डॉ. अंकिता रस्तोगी अनुपस्थित मिलीं। इमरजेंसी वार्ड के पास गंदगी और गैलरी में दवाओं के खाली रैपर व डिब्बे बिखरे थे। सीएचसी प्रभारी डॉ. अरुण कुमार से नाराजगी जताई। वाटर कूलर में पानी न आने पर कहा कि निर्देशों का पालन नहीं कराया जा रहा है। मरीजों के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यहां मरीजों व तीमारदारों ने इलाज में लापरवाही और बाहर से जांच कराने की शिकायत की तो उन्होंने सीएचसी प्रभारी को सख्त हिदायत दी।

डिप्टी सीएम बोले-समय पर होगा भुगतान

बजट की कमी होने से स्वास्थ्य विभाग पर डीजल का लाखों रुपये का बकाया हो गया है। डीजल की उपलब्धता न होने से बिजली कटौती होने से जेनरेटर नहीं चलाया जाता है। साथ ही आउटसोर्सिंग कर्मियों का भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। सीएमओ ने डिप्टी सीएम के सामने बजट का मुद्दा रखा तो कहा कि लंबित भुगतान जल्द कराए जाएंगे। आउटसोर्सिंग कर्मियों का चार माह का मानदेय सीएमओ को जल्द दिलाने के निर्देश दिए।

आनन-फानन में सुधारीं खामियां

डिप्टी सीएम के औचक निरीक्षण की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। जिला अस्पताल के पुरुष व महिला अस्पताल के वार्ड तत्काल बेडों पर चादर डलवाई गई। वार्ड व शौचालय में सफाई शुरू हुई, लेकिन शौचालय की गंदगी कर्मचारी साफ नहीं कर पाए। यह तो अच्छा रहा कि डिप्टी सीएम वहां नहीं पहुंचे। महिला अस्पताल में सफाई शुरू होने से प्रसूताओं को गैलरी में बेड डालकर लिटाया गया, लेकिन डिप्टी सीएम महिला अस्पताल नहीं गए।

डिप्टी सीएम को दिया ज्ञापन

जिला अस्पताल में संचालित 108 व 102 एंबुुलेंस में फर्जी केसों की जांच के साथ निष्कासित कर्मियों को वापस काम पर लेने के लिए जीवनदायनी एंबुलेंस के पदाधिकारियों ने डिप्टी सीएम को ज्ञापन सौंपा। डिप्टी सीएम ने कहा कि मामला जानकारी में है। इसकी जांच कराई जा रही है। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। जांच में जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज के परिजनों से जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक। सं?

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज के परिजनों से जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक। सं?– फोटो : UNNAO

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here