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उन्नाव। जिले की हर ब्लॉक की दो-दो ग्राम पंचायतों को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। इस तरह 32 आदर्श गांव विकास और जनकल्याण की योजनाओं से संतृप्त किए जाएंगे। इनमें बिजली, सड़क व पानी की चौकस व्यवस्था की जाएगी। शासनादेश पर प्रशासन ने सभी बीडीओ से ग्राम पंचायतों के नाम मांगे हैं।
32 मॉडल गांवों में अधिकारियों की विशेष निगरानी रहेगी। ग्रामीणों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। गलियों में जल निकासी और कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था रहेगी। सभी भवनों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी। समूहों के उत्पाद बेचने के लिए विपणन केंद्र होगा। सोलर लाइट की व्यवस्था होगी।
ये गांव शामिल
ब्लाक बांगरमऊ में नेवल व मऊ, सुमेरपुर में बाबूखेड़ा व मवइया, बिछिया में सराय कटियान व ओरहर, सिंकदरपुर कर्ण में सि. कर्ण व करमी बिझलामऊ, सरोसी में सलेमपुर व रऊकरना, असोहा में कांथा व असोहा, औरास में कटरा तरौना व सरौंद, मियागंज में कोरारीखुर्द व बीरमपुर, हसनगंज में खेरवाअलादादपुर व बीबीपुर चिरयारी, सफीपुर में मखदूम नगर व अटवा मोहाल ओसिया, हिलौली में मुसुंडी व हिलौली, पुरवा में ऊंचगांव किला व जसूरपुर, फतेहपुर चौरासी में टांडा सातन व पैसारी, बीघापुर में भोगइता व रुद्रपुर, नवाबगंज में सोहरामऊ व सरौती और गंजमुरादाबाद में महमदाबाद व पट्टी गोवा शामिल हैं।
ये होंगी खूबियां
मॉडल गांव के प्रवेश मार्ग पर द्वार बनेगा।
ग्राम पंचायत के सभी मजरे संपर्क मार्ग से जुड़ेेंगे।
पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय अच्छे बनाए जाएंगे।
पशुओं के गोबर निस्तारण की व्यवस्था कराई जाएगी।
पंचायत में सहायक, महिला शक्ति कार्यालय व कॉमन सर्विस सेंटर होगा।
आंगनबाड़ी केंद्र में सभी प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
सुंदरीकृत प्राथमिक विद्यालय और किचन वाटिका होगी।
ग्रामीणों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी, गांव में ओपेन जिम व खेल का मैदान।
गांव की सभी नालियां बंद होंगी, गंदे पानी की निकासी की उचित व्यवस्था।
गांव के वरिष्ठ ग्रामीणों, रिटायर शिक्षक, फौजी व सेवानिवृत्त अधिकारियों का समूह बनेगा।
सभी बीडीओ से ब्लाक क्षेत्र की दो, दो ग्राम पंचायतों के नाम मांगे गए हैं, उन्हें मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। – यशवंत सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए
उन्नाव। जिले की हर ब्लॉक की दो-दो ग्राम पंचायतों को मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। इस तरह 32 आदर्श गांव विकास और जनकल्याण की योजनाओं से संतृप्त किए जाएंगे। इनमें बिजली, सड़क व पानी की चौकस व्यवस्था की जाएगी। शासनादेश पर प्रशासन ने सभी बीडीओ से ग्राम पंचायतों के नाम मांगे हैं।
32 मॉडल गांवों में अधिकारियों की विशेष निगरानी रहेगी। ग्रामीणों की हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। गलियों में जल निकासी और कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था रहेगी। सभी भवनों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी। समूहों के उत्पाद बेचने के लिए विपणन केंद्र होगा। सोलर लाइट की व्यवस्था होगी।
ये गांव शामिल
ब्लाक बांगरमऊ में नेवल व मऊ, सुमेरपुर में बाबूखेड़ा व मवइया, बिछिया में सराय कटियान व ओरहर, सिंकदरपुर कर्ण में सि. कर्ण व करमी बिझलामऊ, सरोसी में सलेमपुर व रऊकरना, असोहा में कांथा व असोहा, औरास में कटरा तरौना व सरौंद, मियागंज में कोरारीखुर्द व बीरमपुर, हसनगंज में खेरवाअलादादपुर व बीबीपुर चिरयारी, सफीपुर में मखदूम नगर व अटवा मोहाल ओसिया, हिलौली में मुसुंडी व हिलौली, पुरवा में ऊंचगांव किला व जसूरपुर, फतेहपुर चौरासी में टांडा सातन व पैसारी, बीघापुर में भोगइता व रुद्रपुर, नवाबगंज में सोहरामऊ व सरौती और गंजमुरादाबाद में महमदाबाद व पट्टी गोवा शामिल हैं।
ये होंगी खूबियां
मॉडल गांव के प्रवेश मार्ग पर द्वार बनेगा।
ग्राम पंचायत के सभी मजरे संपर्क मार्ग से जुड़ेेंगे।
पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय अच्छे बनाए जाएंगे।
पशुओं के गोबर निस्तारण की व्यवस्था कराई जाएगी।
पंचायत में सहायक, महिला शक्ति कार्यालय व कॉमन सर्विस सेंटर होगा।
आंगनबाड़ी केंद्र में सभी प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
सुंदरीकृत प्राथमिक विद्यालय और किचन वाटिका होगी।
ग्रामीणों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी, गांव में ओपेन जिम व खेल का मैदान।
गांव की सभी नालियां बंद होंगी, गंदे पानी की निकासी की उचित व्यवस्था।
गांव के वरिष्ठ ग्रामीणों, रिटायर शिक्षक, फौजी व सेवानिवृत्त अधिकारियों का समूह बनेगा।
सभी बीडीओ से ब्लाक क्षेत्र की दो, दो ग्राम पंचायतों के नाम मांगे गए हैं, उन्हें मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। – यशवंत सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए
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