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जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षक भर्ती का संशोधित परिणाम सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से मंगलवार देर रात जारी किया गया। बुधवार दोपहर बाद विद्यार्थियों ने वेबसाइट पर अपना परिणाम देखा। संशोधित परिणाम में ऐसे 229 अभ्यर्थी, जो पूर्व घोषित परिणाम में फेल थे, पास हो गए हैं।
वहीं बड़ी संख्या में ऐसी उत्तरपुस्तिकाओं का भी मूल्यांकन करके अभ्यर्थियों को पास किया गया था, जिनकी उत्तरपुस्तिका का प्रथम दृष्टया मूल्यांकन नहीं होना चाहिए था। इन लोगों में कई अभ्यर्थियों ने एक की जगह दो गोले भरे थे। सहायक अध्यापक पद पर अवैध विषय में पूर्व के परिणाम में 33,780 अभ्यर्थी थे, वहीं इस बार यह संख्या बढ़कर 50, 868 हो गई है। इन लोगों ने विषय गलत भरा था। सीरीज गलत भरने वाले अभ्यर्थियों की संख्या भी 4350 से बढ़कर 4793 हो गई है।
विषय और सीरीज गलत भरने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 905 से बढ़कर 1312 हो गई है। कुछ ऐसा ही हाल प्रधानाध्यापक पद पर भी रहा। इन अभ्यर्थियों की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं होना था। लेकिन, पूर्व घोषित परिणाम में इनकी भी उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कर परिणाम जारी किया गया था। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापक/ प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा 2021 का परिणाम 15 नवंबर 2021 को घोषित किया गया था।
परिणाम जारी होने के बाद अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायत की थी। कई अभ्यर्थी कोर्ट चले गए थे। कोर्ट ने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को पुनर्मूल्यांकन कर संशोधित परिणाम जारी करने का आदेश दिया। इसके बाद संशोधित परिणाम जारी किया गया।सहायक अध्यापक पद के लिए 3,35,491 विद्यार्थी पंजीकृत थे। इनमें से 2,71, 071 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। वहीं प्रधानाध्यापक पद के लिए कुल 19, 599 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 14,931 विद्यार्थी शामिल हुए। संशोधित परिणाम में सहायक पद के लिए 42,066 अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण जबकि प्रधानाध्यापक पद पर 1544 को सफल घोषित किया गया है।
पूर्व में उत्तरपुस्तिका की जांच करने वाली एजेंसी पर उठे सवाल
जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापक और प्रधानाध्यापक भर्ती परीक्षा के पूर्व में घोषित परिणाम की उत्तरपुस्तिका जांचने वाली एजेंसी पर सवाल उठ रहे हैं। परिणाम में गड़बड़ी को लेकर अभ्यर्थी सवाल न उठाते और कोर्ट न जाते तो शायद ही यह मामला सामने आता। अभ्यर्थियों ने इस चूक के लिए दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।
श्रेणीवार सफल अभ्यर्थी सहायक अध्यापक
सामान्य में 8013, ईडब्ल्यूएस में 4358, ओबीसी में 23868, एससी में 5729 और एसटी में 98 अभ्यर्थी सफल हुए हुए हैं।
प्रधानाध्यापक, अध्यापक पद श्रेणीवार सफल अभ्यर्थी
सामान्य के 261, ईडब्ल्यूएस के 229, ओबीसी के 918, एससी के 135 और एसटी के 01 अभ्यर्थी परिणाम में सफल हुआ है।
सहायक अध्यापक पद विषयवार सफल अभ्यर्थी
संस्कृत में 5941,हिंदी में 13198, अंग्रेजी में 4898, सामाजिक विषय में 10428 और गणित व विज्ञान में 7601 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।
प्रधानाध्यापक पद पर विषयवार सफल अभ्यर्थी
संस्कृत में 323, हिंदी में 564, अंग्रेजी में 232, सामाजिक विषय में 323 और गणित व विज्ञान के लिए 102 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।
विस्तार
जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षक भर्ती का संशोधित परिणाम सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से मंगलवार देर रात जारी किया गया। बुधवार दोपहर बाद विद्यार्थियों ने वेबसाइट पर अपना परिणाम देखा। संशोधित परिणाम में ऐसे 229 अभ्यर्थी, जो पूर्व घोषित परिणाम में फेल थे, पास हो गए हैं।
वहीं बड़ी संख्या में ऐसी उत्तरपुस्तिकाओं का भी मूल्यांकन करके अभ्यर्थियों को पास किया गया था, जिनकी उत्तरपुस्तिका का प्रथम दृष्टया मूल्यांकन नहीं होना चाहिए था। इन लोगों में कई अभ्यर्थियों ने एक की जगह दो गोले भरे थे। सहायक अध्यापक पद पर अवैध विषय में पूर्व के परिणाम में 33,780 अभ्यर्थी थे, वहीं इस बार यह संख्या बढ़कर 50, 868 हो गई है। इन लोगों ने विषय गलत भरा था। सीरीज गलत भरने वाले अभ्यर्थियों की संख्या भी 4350 से बढ़कर 4793 हो गई है।
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