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अचलगंज। डीजे संचालन के साथ अपना लोडर चलाने वाले सर्वेश की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि पड़ोसी डीजे ऑपरेटर ने की थी।
सर्वेश का डीजे का सामान हड़पने के लिए उसने हत्या में दो साथियों की मदद ली। सर्वेश का मोबाइल बेचना मुख्य आरोपी के गले की फांस बन गई।
पुलिस इसी मोबाइल के जरिए हत्यारोपियों तक पहुंची। लूटा गया डीजे का सामान व लोडर भी बरामद कर लिया गया।
दही थाना क्षेत्र के रामबख्श खेड़ा मजरे गजौली निवासी सर्वेश कुमार (24) खुद का लोडर चलाने के अलावा डीजे संचालक भी था। 13 फरवरी को लोडर में डीजे लेकर निकला था।
दूसरे दिन भी घर न आने पर भाई मनोज ने तलाश शुरू की। 18 फरवरी को थाना क्षेत्र के उमराव खेड़ा नहर में उसका शव मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि होने पर अचलगंज पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी।
मामला दही थाना से जुड़ा होने पर प्रभारी निरीक्षक राघवेंद्र सिंह व स्वॉट प्रभारी गौरव कुमार ने हत्यारोपियों का पता लगाना शुरू किया। स्वॉट प्रभारी गौरव कुमार ने सर्विलांस की मदद से सर्वेश के मोबाइल को ट्रेस किया।
मोबाइल अचलगंज के एक युवक के पास मिला। उसने बताया कि रामबख्श खेड़ा के डीजे ऑपरेटर गोविंद ने उसे मोबाइल बेचा है।
पुलिस ने गोविंद से पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। जब पुलिस ने सर्वेश का मोबाइल सामने रखा तो उसने सच बता दिया।
पुलिस के अनुसार गोविंद सर्वेश के डीजे को चलाता था और डीजे का मालिक बनने के लिए उसके साउंड बाक्स, मशीनें समेत अन्य सामान हड़पना चाहता था।
इसी कारण उसने शहर के इब्राहिमाबाग निवासी अपने दो साथी शिवम व संदीप के साथ डीजे संचालक सर्वेश की हत्या की योजना बनाई। 13 फरवरी को वह सर्वेश के साथ डीजे चलाने के के लिए उसके ही लोडर से निकला।
अचलगंज सीमा क्षेत्र में उसने सर्वेश को शराब पिलाई और लोडर में ही मफलर से गला घोटकर हत्या के बाद शव को फेंक दिया।
गोविंद की निशानदेही पर पुलिस ने डीजे का सामान व लोडर बरामद किया। उसके दोनों साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है। सीओ कृपाशंकर ने बताया कि आरोपियों को सोमवार को जेल भेजा जाएगा।
अचलगंज। डीजे संचालन के साथ अपना लोडर चलाने वाले सर्वेश की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि पड़ोसी डीजे ऑपरेटर ने की थी।
सर्वेश का डीजे का सामान हड़पने के लिए उसने हत्या में दो साथियों की मदद ली। सर्वेश का मोबाइल बेचना मुख्य आरोपी के गले की फांस बन गई।
पुलिस इसी मोबाइल के जरिए हत्यारोपियों तक पहुंची। लूटा गया डीजे का सामान व लोडर भी बरामद कर लिया गया।
दही थाना क्षेत्र के रामबख्श खेड़ा मजरे गजौली निवासी सर्वेश कुमार (24) खुद का लोडर चलाने के अलावा डीजे संचालक भी था। 13 फरवरी को लोडर में डीजे लेकर निकला था।
दूसरे दिन भी घर न आने पर भाई मनोज ने तलाश शुरू की। 18 फरवरी को थाना क्षेत्र के उमराव खेड़ा नहर में उसका शव मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि होने पर अचलगंज पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी।
मामला दही थाना से जुड़ा होने पर प्रभारी निरीक्षक राघवेंद्र सिंह व स्वॉट प्रभारी गौरव कुमार ने हत्यारोपियों का पता लगाना शुरू किया। स्वॉट प्रभारी गौरव कुमार ने सर्विलांस की मदद से सर्वेश के मोबाइल को ट्रेस किया।
मोबाइल अचलगंज के एक युवक के पास मिला। उसने बताया कि रामबख्श खेड़ा के डीजे ऑपरेटर गोविंद ने उसे मोबाइल बेचा है।
पुलिस ने गोविंद से पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। जब पुलिस ने सर्वेश का मोबाइल सामने रखा तो उसने सच बता दिया।
पुलिस के अनुसार गोविंद सर्वेश के डीजे को चलाता था और डीजे का मालिक बनने के लिए उसके साउंड बाक्स, मशीनें समेत अन्य सामान हड़पना चाहता था।
इसी कारण उसने शहर के इब्राहिमाबाग निवासी अपने दो साथी शिवम व संदीप के साथ डीजे संचालक सर्वेश की हत्या की योजना बनाई। 13 फरवरी को वह सर्वेश के साथ डीजे चलाने के के लिए उसके ही लोडर से निकला।
अचलगंज सीमा क्षेत्र में उसने सर्वेश को शराब पिलाई और लोडर में ही मफलर से गला घोटकर हत्या के बाद शव को फेंक दिया।
गोविंद की निशानदेही पर पुलिस ने डीजे का सामान व लोडर बरामद किया। उसके दोनों साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है। सीओ कृपाशंकर ने बताया कि आरोपियों को सोमवार को जेल भेजा जाएगा।
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