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उन्नाव। जिला अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में अव्यवस्था, डॉक्टरों की लेटलतीफी, दवाएं बाहर से लिखने के मामले को सीएमओ ने गंभीरता से लिया है। डॉक्टरों और कर्मचारियों को चेतावनी दी है। सर्कुलर जारी कर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं। सीएचसी प्रभारियों को स्टाफ की रोजाना उपस्थिति दर्ज कराने, मरीजों को बाहर से दवा न लिखने और सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए कहा है। ऐसा न होने पर कार्रवाई की जाएगी।
पांच अप्रैल को अमर उजाला ने देर से आने की आदत बढ़ा रही मरीजों का दर्द खबर प्रकाशित की थी। इसे सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने संज्ञान में लेकर पीएचसी व सीएचसी प्रभारियों को 10 बिंदुओं पर निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने सीएचसी में तैनात डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की समय पर शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा है। अनुपस्थिति पर तत्काल सीएमओ कार्यालय में सूचना देने के लिए कहा है। कहा कि ओपीडी के समय सभी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहें। स्ट्रेचर, व्हील चेयर दुरुस्त की जाएं, ताकि मरीजों को परेशानी न हो।
बायोमीट्रिक होगी हाजिरी
डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति शत प्रतिशत करने के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी फिर शुरू की जाएगी। बता दें कि यह व्यवस्था दो साल पहले शुरू हुई थी। लेकिन कई स्वास्थ्य केंद्रों में मशीन ही खराब हो गई। इससे मैनुअल हाजिरी फिर से लगने लगी। इस व्यवस्था को समाप्त कर फिर से बायोमीट्रिक हाजिरी शुरू होगी।
उन्नाव। जिला अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में अव्यवस्था, डॉक्टरों की लेटलतीफी, दवाएं बाहर से लिखने के मामले को सीएमओ ने गंभीरता से लिया है। डॉक्टरों और कर्मचारियों को चेतावनी दी है। सर्कुलर जारी कर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं। सीएचसी प्रभारियों को स्टाफ की रोजाना उपस्थिति दर्ज कराने, मरीजों को बाहर से दवा न लिखने और सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए कहा है। ऐसा न होने पर कार्रवाई की जाएगी।
पांच अप्रैल को अमर उजाला ने देर से आने की आदत बढ़ा रही मरीजों का दर्द खबर प्रकाशित की थी। इसे सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने संज्ञान में लेकर पीएचसी व सीएचसी प्रभारियों को 10 बिंदुओं पर निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने सीएचसी में तैनात डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की समय पर शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने को कहा है। अनुपस्थिति पर तत्काल सीएमओ कार्यालय में सूचना देने के लिए कहा है। कहा कि ओपीडी के समय सभी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहें। स्ट्रेचर, व्हील चेयर दुरुस्त की जाएं, ताकि मरीजों को परेशानी न हो।
बायोमीट्रिक होगी हाजिरी
डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति शत प्रतिशत करने के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी फिर शुरू की जाएगी। बता दें कि यह व्यवस्था दो साल पहले शुरू हुई थी। लेकिन कई स्वास्थ्य केंद्रों में मशीन ही खराब हो गई। इससे मैनुअल हाजिरी फिर से लगने लगी। इस व्यवस्था को समाप्त कर फिर से बायोमीट्रिक हाजिरी शुरू होगी।
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