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उन्नाव/बिछिया। बिछिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाया जा रहा डेडीकेटेड अस्पताल तीन शिफ्टों में संचालित होगा। हर शिफ्ट के लिए अलग-अलग स्टाफ की तैनाती की जाएगी। गंभीर मरीज जिन्हें खून और प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ती है इसके लिए सोहरामऊ के सरस्वती मेडिकल कॉलेज से सहयोग लिया जाएगा।
जिले में अभी तक 112 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। डेंगू के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों की तरह डेंगू मरीजों के इलाज के लिए डेडीकेटेड अस्पताल संचालित करने के निर्देश सीएमओ को दिए हैं। जिले में बिछिया सीएचसी की दूसरी मंजिल पर 30 बेड का मच्छरदानी युक्त अस्पताल तैयार किया जा रहा है। मरीजों को रेफर न कर जिले में इलाज दिया जा सके।
24 घंटे अस्पताल का संचालन करने के लिए तीन शिफ्ट चलेंगी। प्रत्येक शिफ्ट में दो बाल रोग विशेषज्ञ के साथ चार फिजीशियन, एक स्टाफ नर्स, एक स्वीपर और एक वार्ड ब्वाय की तैनाती की गई है। मरीज बढ़ने पर स्टाफ बढ़ाया जाएगा। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि तैयारियां शुरू हो गई हैं। जल्द ही वार्ड बनकर तैयार हो जाएगा।
प्लेटलेट्स कम और डेंगू की पुष्टि पर ही मरीज किए जाएंगे भर्ती
बिछिया सीएचसी में बनाए जा रहे डेडीकेटेड वार्ड में बुखार के वे मरीज जिनकी प्लेटलेट्स कम होगी या फिर डेंगू की पुष्टि होगी, उन्हीं को भर्ती किया जाएगा। बुखार के अन्य मरीजों का इलाज जिला अस्पताल में किया जाएगा।
सेपरेशन यूनिट होने से एसएमसी की ली जाएगी मदद
सोहरामऊ स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज में खून संबंधित सेपरेशन यूनिट लगी हुई है। डेंगू मरीजों के लिए प्लेटलेट्स की भी व्यवस्था है। इसलिए डेडीकेटेड अस्पताल में भर्ती मरीजों को प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ने पर एसएमसी से मदद ली जाएगी। साथ ही सैंपलों की भी जांच हो सकेगी।
उन्नाव/बिछिया। बिछिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाया जा रहा डेडीकेटेड अस्पताल तीन शिफ्टों में संचालित होगा। हर शिफ्ट के लिए अलग-अलग स्टाफ की तैनाती की जाएगी। गंभीर मरीज जिन्हें खून और प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ती है इसके लिए सोहरामऊ के सरस्वती मेडिकल कॉलेज से सहयोग लिया जाएगा।
जिले में अभी तक 112 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। डेंगू के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों की तरह डेंगू मरीजों के इलाज के लिए डेडीकेटेड अस्पताल संचालित करने के निर्देश सीएमओ को दिए हैं। जिले में बिछिया सीएचसी की दूसरी मंजिल पर 30 बेड का मच्छरदानी युक्त अस्पताल तैयार किया जा रहा है। मरीजों को रेफर न कर जिले में इलाज दिया जा सके।
24 घंटे अस्पताल का संचालन करने के लिए तीन शिफ्ट चलेंगी। प्रत्येक शिफ्ट में दो बाल रोग विशेषज्ञ के साथ चार फिजीशियन, एक स्टाफ नर्स, एक स्वीपर और एक वार्ड ब्वाय की तैनाती की गई है। मरीज बढ़ने पर स्टाफ बढ़ाया जाएगा। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि तैयारियां शुरू हो गई हैं। जल्द ही वार्ड बनकर तैयार हो जाएगा।
प्लेटलेट्स कम और डेंगू की पुष्टि पर ही मरीज किए जाएंगे भर्ती
बिछिया सीएचसी में बनाए जा रहे डेडीकेटेड वार्ड में बुखार के वे मरीज जिनकी प्लेटलेट्स कम होगी या फिर डेंगू की पुष्टि होगी, उन्हीं को भर्ती किया जाएगा। बुखार के अन्य मरीजों का इलाज जिला अस्पताल में किया जाएगा।
सेपरेशन यूनिट होने से एसएमसी की ली जाएगी मदद
सोहरामऊ स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज में खून संबंधित सेपरेशन यूनिट लगी हुई है। डेंगू मरीजों के लिए प्लेटलेट्स की भी व्यवस्था है। इसलिए डेडीकेटेड अस्पताल में भर्ती मरीजों को प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ने पर एसएमसी से मदद ली जाएगी। साथ ही सैंपलों की भी जांच हो सकेगी।
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