[ad_1]
अतीक अहमद गैंग को पिछले दो साल में लगभग 200 करोड़ की चोट पहुंच चुकी है। 2020 में उसके गैंग के आर्थिक साम्राज्य के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई थी जिसका सिलसिले लगातार जारी है। शुक्रवार को कौशाम्बी में हुई कार्रवाई माफिया गैंग के आर्थिक साम्राज्य के खिलाफ पिछले 23 महीनों में हुई 24वीं कार्रवाई थी।
अतीक और उसके गुर्गों की अपराध से अर्जित और गैरकानूनी तरीके से बनाई गई संपत्तियों पर कार्रवाई पांच सितंबर 2020 को शुरू हुई। सबसे पहले उसके सबसे खास गुर्गे और साढ़ू इमरान जई के सिविल लाइंस में हाईकोर्ट के पास स्थित मद्रास होटल को बुलडोजर चलवाकर ढहवा दिया गया। इसके बाद लगातार कार्रवाई हुई। जिसमें अवैध रूप से बने मकान तोड़े गए तो अपराध से अर्जित संपत्ति कुर्क भी की गई।
इन संपत्तियों पर हुई कार्रवाई
- अतीक साढ़ू इमरान जई के तीन मंजिला भवन का ध्वस्तीकरण
- नवाब यूसुफ रोड पर स्थित अवैध व्यावसायिक निर्माण को ढहाया
- हाईकोर्ट हनुमान मंदिर के पास स्थित व्यावसायिक भवन पर चला बुलडोजर
- लूकरगंज स्थित 14800 वर्ग जमीन को अतीक के कब्जे से मुक्त कराया
- अतीक के सहयोगी अब्बास के सिविल लाइंस स्थित मैक टॉवर पर कार्रवाई
- झूंसी में 11 हजार वर्ग गज जमीन पर बने अतीक के कोल्ड स्टोरेज को गिराया
- अशरफ के कौशाम्बी के हटवा निवासी साले जैद का दोमंजिला भवन ढहाया
- अतीक के चकिया स्थित कार्यालय का अवैध भाग पर चला बुलडोजर
- चकिया स्थित दो मंजिला भवन को कराया जमीदोंज
- कम्मो-जाबिर के कैंट स्थित मकान का ध्वस्तीकरण
- शूटर तोता के कसारी-मसारी स्थित मकान पर कार्रवाई
- करेली में 10 करोड़ मूल्य की 18 जमीनें कुर्क
- अतीक के शूटर आबिद के बम्हरौली स्थित आलीशान मकान को गिराया
- धूमनगंज में माफिया के करीबी अकबर का मकान ढहाया गया
- बम्हरौली चौकी के पास गुर्गे मुस्लिम व अकबर के फार्म हाउस में अवैध निर्माण का ध्वस्तीकरण
- धूमनगंज के उमरी में आशिक उर्फ मल्ली के मकान पर चला बुलडोजर
- पिपरी के बजहा में अतीक गैंग के सक्रिय सदस्य वदूद के मकान का ध्वस्तीकरण
- धूमनगंज के कई गांवों में लगभग 150 बीघा जमीन पर अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई
- गुर्गे खालिद जफर की 20 बीघा अवैध प्लाटिंंग पर बुलडोजर
- अलीना सिटी, अहमद सिटी समेत तमाम अवैध टाउनशिप पर कार्रवाई
दो साल में पुलिस नहीं खोज पाई सहअभियुक्तों की संपत्ति
गैंगस्टर के जिस मुकदमे में पुलिस ने अतीक की संपत्ति कुर्क की है, उसके अन्य आरोपियों पर कार्रवाई न होने को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं। दरअसल यह मुकदमा धूमनगंज थाने में 2020 में तत्कालीन इंस्पेक्टर शमशेर बहादुर सिंह की तहरीर पर लिखा गया था। इसमें अतीक के साथ ही चार अन्य भी आरोपी बनाए गए थे। इनमें हरवारा निवासी सगे भाई नियाज व रियाज के अलावा झुमरी के मो. शेख और जाहिद अहमद शामिल हैं।
पुलिस अब तक इनकी संपत्ति का पता नहीं लगा पाई है। मामले के विवेचक धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य का कहना था कि अभी अन्य आरोपियों की संपत्ति का ब्योरा नहीं जुटाया जा सका है।
अतीक अहमद गैंग को पिछले दो साल में लगभग 200 करोड़ की चोट पहुंच चुकी है। 2020 में उसके गैंग के आर्थिक साम्राज्य के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई थी जिसका सिलसिले लगातार जारी है। शुक्रवार को कौशाम्बी में हुई कार्रवाई माफिया गैंग के आर्थिक साम्राज्य के खिलाफ पिछले 23 महीनों में हुई 24वीं कार्रवाई थी।
अतीक और उसके गुर्गों की अपराध से अर्जित और गैरकानूनी तरीके से बनाई गई संपत्तियों पर कार्रवाई पांच सितंबर 2020 को शुरू हुई। सबसे पहले उसके सबसे खास गुर्गे और साढ़ू इमरान जई के सिविल लाइंस में हाईकोर्ट के पास स्थित मद्रास होटल को बुलडोजर चलवाकर ढहवा दिया गया। इसके बाद लगातार कार्रवाई हुई। जिसमें अवैध रूप से बने मकान तोड़े गए तो अपराध से अर्जित संपत्ति कुर्क भी की गई।
[ad_2]
Source link