[ad_1]
बालेंद्र कुमार का फाइल फोटो
– फोटो : UNNAO
ख़बर सुनें
बिछिया। बरिगवां गांव में गुरुवार को दिव्यांग का शव कमरे में फंदे से लटका मिला। सड़क हादसे में पैर व आंख खराब होने से वह तनाव में रहने के साथ नशे का आदी हो गया था। बड़े भाई ने आत्महत्या की तहरीर पुलिस को दी।
बरिगवां मजरे लालपुर निवासी बालेंद्र कुमार लोधी (30) आठ माह पहले सड़क हादसे में घायल हो गया था। उसका बायां पैर व बाईं आंख खराब हो गई थी। दिव्यांग होने से वह तनाव में रहता था। गुरुवार रात खाना खाने के बाद घर के दूसरे छोर पर बने कमरे में सोने चला गया। सुबह बड़ा भाई अमरजीत चाय लेकर पहुंचा तो टिन के कुंडे से बालेंद्र को लटका देखा। घटना के वक्त बालेंद्र की पत्नी लक्ष्मी मायके में थी। वह तीन वर्ष की बेटी के साथ ससुराल पहुंची और पति का शव देख बेहाल हो गई। भाई अमरजीत ने पुलिस को तहरीर देकर बालेंद्र द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी दी।
बिछिया। बरिगवां गांव में गुरुवार को दिव्यांग का शव कमरे में फंदे से लटका मिला। सड़क हादसे में पैर व आंख खराब होने से वह तनाव में रहने के साथ नशे का आदी हो गया था। बड़े भाई ने आत्महत्या की तहरीर पुलिस को दी।
बरिगवां मजरे लालपुर निवासी बालेंद्र कुमार लोधी (30) आठ माह पहले सड़क हादसे में घायल हो गया था। उसका बायां पैर व बाईं आंख खराब हो गई थी। दिव्यांग होने से वह तनाव में रहता था। गुरुवार रात खाना खाने के बाद घर के दूसरे छोर पर बने कमरे में सोने चला गया। सुबह बड़ा भाई अमरजीत चाय लेकर पहुंचा तो टिन के कुंडे से बालेंद्र को लटका देखा। घटना के वक्त बालेंद्र की पत्नी लक्ष्मी मायके में थी। वह तीन वर्ष की बेटी के साथ ससुराल पहुंची और पति का शव देख बेहाल हो गई। भाई अमरजीत ने पुलिस को तहरीर देकर बालेंद्र द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी दी।
[ad_2]
Source link