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आरोपी विनोद यादव
– फोटो : अमर उजाला
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बरेली में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने बन्नूवाल कॉलोनी में छापा मारकर जिस फर्जी पैरा मेडिकल इंस्टीट्यूट का भंडाफोड़ किया है, उसका मालिक विनोद यादव बेहद शातिर है। किसी जमाने में वह चाय बेचता था, फिर उसने मुंबई निवासी भोजपुरी फिल्म निर्माता सिकंदर खान के साथ मिलकर गुंडा नाम की फिल्म बनाई थी। इसमें 83 लाख रुपये खर्च हुए थे।
इसमें से 50 लाख रुपये विनोद यादव ने निर्माता सिकंदर खान को दिए थे। इस फिल्म में विनोद खुद हीरो बना और यह फिल्म 2019 में पूरे देश में रिलीज भी हुई थी। फिल्म ने अच्छी कमाई भी की थी। बाद में लेनदेन को लेकर विनोद यादव और निर्माता सिकंदर खान में विवाद हो गया था। विनोद ने सिकंदर खान के खिलाफ दो साल पहले बारादरी थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।
बाद में फिल्म से कमाए रुपयों से उसने फर्जी इंस्टीट्यूट खोल लिया। फिलहाल विनोद यादव को फर्जी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट चलाने के आरोप में साथी समेत गिरफ्तार कर लिया गया है। इंस्टीट्यूट में आने वाले लोगों को विनोद अपना नाम डॉ. वीके यादव बताता था। गर्दिश के दिनों में उसने सिविल लाइंस के एक मशहूर बाल रोग विशेषज्ञ के यहां जूनियर डॉक्टर के तौर पर बच्चों का इलाज भी किया था।
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