देवरिया: स्वास्थ्य कर्मियों ने लगाया एक्सपायर इंजेक्शन, मरीज की हालत बिगड़ी

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महुआडीह थानाक्षेत्र के सूरचक गांव के एक मरीज को महुआडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगाई गई एक?

महुआडीह थानाक्षेत्र के सूरचक गांव के एक मरीज को महुआडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगाई गई एक?
– फोटो : DEORIA

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 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महुआडीह पर इलाज कराने गए एक मरीज को स्वास्थ्यकर्मियों ने एक्सपायर इंजेक्शन लगा दिया। घर आने के बाद मरीज की हालत बिगड़ने लगी। वहीं, उसी इंजेक्शन में से 10 इंजेक्शन घर ले जाकर लगवाने के लिए भी दे दिया। परिजनों ने सीएमओ से शिकायत की है।

महुआडीह थानाक्षेत्र के सूरचक गांव के श्रीनिवास सिंह (60) की 19 अक्तूबर को तबीयत खराब हो गई। उन्हें खांसी और बलगम की शिकायत थी। उन्हें महुआडीह चौराहा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। वहां डॉक्टर को दिखाया गया। डॉक्टर ने दवा लिख कर पर्ची दे दी।

तीमारदार पर्ची लेकर दवा वितरण कक्ष में गए। वहां श्रीनिवास को स्वास्थ्य कर्मियों ने कानामाइसिन इंजेक्शन लगाया। वह इंजेक्शन अगस्त माह में ही एक्सपायर हो गया था। उसी में से घर ले जाकर लगवाने के लिए और 10 इंजेक्शन दे दिया गया। उसके साथ खाने के लिए भी कुछ अन्य दवाएं दी गईं। घर आते ही मरीज की हालत बिगड़ने लगी। इससे दूसरे दिन इंजेक्शन नहीं लगा।

शुक्रवार को श्रीनिवास को खून की उल्टी होने लगी। हालत और बिगड़ गई। यह देखकर घर के लोग परेशान हैं। उनका आरोप है कि एक्सपायरी इंजेक्शन लगने के कारण ही ऐसी हालत हुई है। सीएमओ डॉ. राजेश झा ने बताया कि महुआडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे मरीज को एक्सपायरी इंजेक्शन लगाई गई है तो यह गलत है। दवाओं की जांच कराई जाएगी। संवाद

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विस्तार

 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महुआडीह पर इलाज कराने गए एक मरीज को स्वास्थ्यकर्मियों ने एक्सपायर इंजेक्शन लगा दिया। घर आने के बाद मरीज की हालत बिगड़ने लगी। वहीं, उसी इंजेक्शन में से 10 इंजेक्शन घर ले जाकर लगवाने के लिए भी दे दिया। परिजनों ने सीएमओ से शिकायत की है।

महुआडीह थानाक्षेत्र के सूरचक गांव के श्रीनिवास सिंह (60) की 19 अक्तूबर को तबीयत खराब हो गई। उन्हें खांसी और बलगम की शिकायत थी। उन्हें महुआडीह चौराहा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया। वहां डॉक्टर को दिखाया गया। डॉक्टर ने दवा लिख कर पर्ची दे दी।

तीमारदार पर्ची लेकर दवा वितरण कक्ष में गए। वहां श्रीनिवास को स्वास्थ्य कर्मियों ने कानामाइसिन इंजेक्शन लगाया। वह इंजेक्शन अगस्त माह में ही एक्सपायर हो गया था। उसी में से घर ले जाकर लगवाने के लिए और 10 इंजेक्शन दे दिया गया। उसके साथ खाने के लिए भी कुछ अन्य दवाएं दी गईं। घर आते ही मरीज की हालत बिगड़ने लगी। इससे दूसरे दिन इंजेक्शन नहीं लगा।

शुक्रवार को श्रीनिवास को खून की उल्टी होने लगी। हालत और बिगड़ गई। यह देखकर घर के लोग परेशान हैं। उनका आरोप है कि एक्सपायरी इंजेक्शन लगने के कारण ही ऐसी हालत हुई है। सीएमओ डॉ. राजेश झा ने बताया कि महुआडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे मरीज को एक्सपायरी इंजेक्शन लगाई गई है तो यह गलत है। दवाओं की जांच कराई जाएगी। संवाद



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