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पुरवा/मौरावां। पारिवारिक कलह से परेशान किसान व बीमार वृद्धा ने खुदकुशी कर ली। दोनों के शव फंदे से लटके मिले।
पुरवा कोतवाली क्षेत्र के गांव काजीखेड़ा निवासी रामसुमेर (42) किसान था। शनिवार सुबह वह खेत गया था लेकिन लौटकर नहीं आया। एक घंटे बाद मवेशी चराने गए चरवाहों ने खेत में खड़े पेड़ से गमछे के सहारे उसका शव लटकता देखा तो परिजनों को सूचना दी। दरोगा प्रमोद यादव घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पति की मौत पर पत्नी कांति, बेटा सुधांशु, बेटी रामदेवी, पिता रामअवतार व मां भगवानदेई रो-रोकर बेहाल हैं। कोतवाल ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि घटना के पीछे पारिवारिक विवाद की बात सामने आई है।
वहीं मौरावां थानाक्षेत्र के गांव लउवा निवासी गोविंदी (65) ने शनिवार शाम घर में दुपट्टे से फंदे पर लटककर जान दे दी। परिजनों ने वृद्धा के मानसिक बीमार होने की बात कही है। थानाध्यक्ष अमरनाथ सिंह ने बताया कि परिजनों ने मौत की सूचना दी है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
पुरवा/मौरावां। पारिवारिक कलह से परेशान किसान व बीमार वृद्धा ने खुदकुशी कर ली। दोनों के शव फंदे से लटके मिले।
पुरवा कोतवाली क्षेत्र के गांव काजीखेड़ा निवासी रामसुमेर (42) किसान था। शनिवार सुबह वह खेत गया था लेकिन लौटकर नहीं आया। एक घंटे बाद मवेशी चराने गए चरवाहों ने खेत में खड़े पेड़ से गमछे के सहारे उसका शव लटकता देखा तो परिजनों को सूचना दी। दरोगा प्रमोद यादव घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पति की मौत पर पत्नी कांति, बेटा सुधांशु, बेटी रामदेवी, पिता रामअवतार व मां भगवानदेई रो-रोकर बेहाल हैं। कोतवाल ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि घटना के पीछे पारिवारिक विवाद की बात सामने आई है।
वहीं मौरावां थानाक्षेत्र के गांव लउवा निवासी गोविंदी (65) ने शनिवार शाम घर में दुपट्टे से फंदे पर लटककर जान दे दी। परिजनों ने वृद्धा के मानसिक बीमार होने की बात कही है। थानाध्यक्ष अमरनाथ सिंह ने बताया कि परिजनों ने मौत की सूचना दी है। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
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