[ad_1]
ख़बर सुनें
बीघापुर। हाईवे चौड़ीकरण के दायरे में आ रहीं दुकानें और भवन तोड़े जा रहे हैं। रविवार रात सिकंदरपुर कर्ण में दुकान तोड़ते समय छत का मलबा गिरने से दो श्रमिक घायल हो गए। इससे आक्रोशित व्यापारियों ने हंगामा कर निर्माण करा रही संस्था के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि जल्दबाजी में निर्माण तोड़ने से हादसे हो रहे हैं। उन्हें और मोहलत दी जाए। आठ दिन की अवधि और दिए जाने पर लोग शांत हुए।
उन्नाव-रायबरेली (लालगंज) हाईवे के चौड़ीकरण में लगी पीएनसी ने काम में बाधा बन रहे भवनों को 28 जून तक हटाने के निर्देश दिए थे। सिकंदरपुर कर्ण के करीब 50 व्यवसायी दुकानों व घरों के चिह्नित हिस्सों को तुड़वा रहे हैं।
कस्बे के अनिल विश्वकर्मा की जूते की दुकान भी है। रविवार रात करीब आठ बजे उनकी दुकान तोड़ने में लगे थानाक्षेत्र के गांव हृदयनगर निवासी श्रमिक मलखान (30) और शंकरखेड़ा के विशाल (35) पर छत का मलबा गिर गया। इसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को कानपुर रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद सैकड़ों व्यापारी एकजुट हो गए।
भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव का भी प्रयास किया। बीघापुर थानाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराया। उन्होंने पीएनसी के मैनेजर अशोक तिवारी को बुलाया और निर्माण के दायरे में आ रहे भवनों के हिस्सों को हटाने की समय सीमा छह जुलाई निर्धारित की गई। इसके बाद लोग शांत हुए।
बीघापुर। हाईवे चौड़ीकरण के दायरे में आ रहीं दुकानें और भवन तोड़े जा रहे हैं। रविवार रात सिकंदरपुर कर्ण में दुकान तोड़ते समय छत का मलबा गिरने से दो श्रमिक घायल हो गए। इससे आक्रोशित व्यापारियों ने हंगामा कर निर्माण करा रही संस्था के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि जल्दबाजी में निर्माण तोड़ने से हादसे हो रहे हैं। उन्हें और मोहलत दी जाए। आठ दिन की अवधि और दिए जाने पर लोग शांत हुए।
उन्नाव-रायबरेली (लालगंज) हाईवे के चौड़ीकरण में लगी पीएनसी ने काम में बाधा बन रहे भवनों को 28 जून तक हटाने के निर्देश दिए थे। सिकंदरपुर कर्ण के करीब 50 व्यवसायी दुकानों व घरों के चिह्नित हिस्सों को तुड़वा रहे हैं।
कस्बे के अनिल विश्वकर्मा की जूते की दुकान भी है। रविवार रात करीब आठ बजे उनकी दुकान तोड़ने में लगे थानाक्षेत्र के गांव हृदयनगर निवासी श्रमिक मलखान (30) और शंकरखेड़ा के विशाल (35) पर छत का मलबा गिर गया। इसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को कानपुर रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद सैकड़ों व्यापारी एकजुट हो गए।
भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव का भी प्रयास किया। बीघापुर थानाध्यक्ष विनोद कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे और लोगों को शांत कराया। उन्होंने पीएनसी के मैनेजर अशोक तिवारी को बुलाया और निर्माण के दायरे में आ रहे भवनों के हिस्सों को हटाने की समय सीमा छह जुलाई निर्धारित की गई। इसके बाद लोग शांत हुए।
[ad_2]
Source link