धान खरीद समाप्त, किसानों का दो करोड़ बकाया

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उन्नाव। जिले में धान खरीद सोमवार को खत्म हो गई। लेकिन सैकड़ों किसानों को अभी तक उनकी उपज का पूरा भुगतान नहीं मिल सका है। करीब दो करोड़ रुपये बकाया है।
जिले में एक नवंबर को धान खरीद शुरू हुई थी। जिला प्रशासन ने खरीद के लिए 35 क्रय केंद्र खोले थे। किसान कभी उठान न होने तो कभी बोरों की समस्या से जूझते रहे। अब भुगतान के लिए परेशान हो रहे हैं। विपणन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार सात मार्च तक 6,492 किसानों से 34,497 एमटी धान की खरीदारी हो चुकी है। नियमानुसार किसानों के खातों में 72 घंटे में भुगतान पहुंच जाना चाहिए लेकिन सैकड़ों ऐसे किसान हैं जिनके खातों में डेढ़ से दो माह बाद भी उपज का पैसा नहीं पहुंचा है। सबसे ज्यादा भुगतान पीसीएफ एजेंसी का लंबित है। किसान भुगतान के लिए कभी केंद्र तो कभी जिला खाद्य विपणन अधिकारी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।
किसानों ने बताई समस्या
केस-1
बीघापुर निवासी सत्यनारायण ने नौ दिसंबर 2021 को घाटमपुर में संचालित साधन सहकारी समिति में 27.6 क्विंटल धान बेचा था। भुगतान 53,544 बना लेकिन खाते में राशि नहीं पहुंची।
केस-2
नवाबगंज के कल्लू ने धान क्रय केंद्र में जनवरी में उपज बेची थी। 23 क्विंटल धान का 44260 रुपये भुगतान बना था। आज तक खाते में पैसा नहीं पहुंचा है। केंद्र पर जाने पर जल्द भुगतान आने की बात कहकर वापस भेज दिया जाता है।
किसानों के खातों में पैसा पहुंच रहा है। 66 करोड़ के सापेक्ष 64 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है। शेष दो करोड़ का भी जल्द भुगतान कराने का प्रयास किया जा रहा है। – श्याम मिश्रा, जिला खाद्य विपणन अधिकारी।

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उन्नाव। जिले में धान खरीद सोमवार को खत्म हो गई। लेकिन सैकड़ों किसानों को अभी तक उनकी उपज का पूरा भुगतान नहीं मिल सका है। करीब दो करोड़ रुपये बकाया है।

जिले में एक नवंबर को धान खरीद शुरू हुई थी। जिला प्रशासन ने खरीद के लिए 35 क्रय केंद्र खोले थे। किसान कभी उठान न होने तो कभी बोरों की समस्या से जूझते रहे। अब भुगतान के लिए परेशान हो रहे हैं। विपणन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार सात मार्च तक 6,492 किसानों से 34,497 एमटी धान की खरीदारी हो चुकी है। नियमानुसार किसानों के खातों में 72 घंटे में भुगतान पहुंच जाना चाहिए लेकिन सैकड़ों ऐसे किसान हैं जिनके खातों में डेढ़ से दो माह बाद भी उपज का पैसा नहीं पहुंचा है। सबसे ज्यादा भुगतान पीसीएफ एजेंसी का लंबित है। किसान भुगतान के लिए कभी केंद्र तो कभी जिला खाद्य विपणन अधिकारी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।

किसानों ने बताई समस्या

केस-1

बीघापुर निवासी सत्यनारायण ने नौ दिसंबर 2021 को घाटमपुर में संचालित साधन सहकारी समिति में 27.6 क्विंटल धान बेचा था। भुगतान 53,544 बना लेकिन खाते में राशि नहीं पहुंची।

केस-2

नवाबगंज के कल्लू ने धान क्रय केंद्र में जनवरी में उपज बेची थी। 23 क्विंटल धान का 44260 रुपये भुगतान बना था। आज तक खाते में पैसा नहीं पहुंचा है। केंद्र पर जाने पर जल्द भुगतान आने की बात कहकर वापस भेज दिया जाता है।

किसानों के खातों में पैसा पहुंच रहा है। 66 करोड़ के सापेक्ष 64 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है। शेष दो करोड़ का भी जल्द भुगतान कराने का प्रयास किया जा रहा है। – श्याम मिश्रा, जिला खाद्य विपणन अधिकारी।

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