नवाबगंज सीएचसी में सीजेरियन प्रसव शुरू

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नवाबगंज। नवाबगंज सीएचसी में तीन साल बाद सीजेरियन प्रसव कराया गया। अब गर्भवतियों को जिला महिला अस्पताल की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
सीएचसी में 2019 से गायनेकोलॉजिस्ट की तैनाती न होने से गंभीर गर्भवतियों को डॉक्टर जिला महिला अस्पताल रेफर कर देते थे। इस समस्या को देखते हुए शासन स्तर से चार माह पहले डॉ. रुचि श्रीवास्तव की सीएचसी में तैनाती की गई थी लेकिन वह सीजेरियन प्रसव नहीं करा रही थीं। इस पर सीएमओ ने उनका वेतन रोक दिया था। अमर उजाला ने आठ फरवरी को इस मुद्दे को उठाया था। इसके बाद विधानसभा चुनाव होने से डॉक्टर की ड्यूटी जिला महिला अस्पताल में कर्मचारियों के स्वास्थ्य परीक्षण में लगा दी गई।
15 दिन यहां ड्यूटी करने के बाद वह सीएचसी लौट गईं थीं। सीएचसी में दोबारा नियुक्ति लेने के बाद सीएमओ ने सीजेरियन प्रसव की सुविधा शुरू करने को कहा था। शनिवार देर शाम अजगैन कस्बा निवासी धर्मेंद्र की पत्नी निधी सैनी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन सीएचसी लाए थे। डॉक्टर ने उसे देखा और सीजेरियन प्रसव कराया। इसकी सूचना सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश को दी। टीम में एनेस्थेटिस्ट डॉ. राजेश, डॉ. रुचि त्रिपाठी, डॉ. अखिलेश विक्रम, डॉ. श्रवण कुमार व उर्मिला सचान भी शामिल रहीं। जच्चा-बच्चा दोनों सीएचसी में भर्ती हैं। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि अब गर्भवतियों को रेफर नहीं किया जाएगा।

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नवाबगंज। नवाबगंज सीएचसी में तीन साल बाद सीजेरियन प्रसव कराया गया। अब गर्भवतियों को जिला महिला अस्पताल की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

सीएचसी में 2019 से गायनेकोलॉजिस्ट की तैनाती न होने से गंभीर गर्भवतियों को डॉक्टर जिला महिला अस्पताल रेफर कर देते थे। इस समस्या को देखते हुए शासन स्तर से चार माह पहले डॉ. रुचि श्रीवास्तव की सीएचसी में तैनाती की गई थी लेकिन वह सीजेरियन प्रसव नहीं करा रही थीं। इस पर सीएमओ ने उनका वेतन रोक दिया था। अमर उजाला ने आठ फरवरी को इस मुद्दे को उठाया था। इसके बाद विधानसभा चुनाव होने से डॉक्टर की ड्यूटी जिला महिला अस्पताल में कर्मचारियों के स्वास्थ्य परीक्षण में लगा दी गई।

15 दिन यहां ड्यूटी करने के बाद वह सीएचसी लौट गईं थीं। सीएचसी में दोबारा नियुक्ति लेने के बाद सीएमओ ने सीजेरियन प्रसव की सुविधा शुरू करने को कहा था। शनिवार देर शाम अजगैन कस्बा निवासी धर्मेंद्र की पत्नी निधी सैनी को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन सीएचसी लाए थे। डॉक्टर ने उसे देखा और सीजेरियन प्रसव कराया। इसकी सूचना सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश को दी। टीम में एनेस्थेटिस्ट डॉ. राजेश, डॉ. रुचि त्रिपाठी, डॉ. अखिलेश विक्रम, डॉ. श्रवण कुमार व उर्मिला सचान भी शामिल रहीं। जच्चा-बच्चा दोनों सीएचसी में भर्ती हैं। सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि अब गर्भवतियों को रेफर नहीं किया जाएगा।

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