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चकलवंशी। मियागंज सीएचसी में मंगलवार को एक्सरे जांच का कक्ष बंद होने से मरीजों को परेशानी हुई। प्रभारी सीएमओ को निरीक्षण के दौरान अधजली मिलीं एंटीजन रैपिड किट और आयरन की दवाओं को स्वास्थ्य कर्मियों ने अलग-अलग थैलों में भरवाकर अलग रख दिया है।
पेशारी निवासी सावित्री के हाथ में दिक्कत थीं। वे सीएचसी में डॉक्टर को दिखाने आई थीं। डॉक्टर ने उन्हें एक्सरे कराने के लिए कहा। वे जांच कराने पहुंचीं तो कक्ष में ताला लटक रहा था। सावित्री का पति रामकिशोर पर्चा लिए सुबह 11 बजे तक टहलते रहे, लेकिन ताला न खुलने से जांच नहीं हो पाई।
वहीं प्रभारी सीएमओ के निरीक्षण के बाद सीएचसी में जली मिलीं दवाओं और अधजली एंटीजन रैपिड किट को फार्मासिस्ट हंस पटेल और रोहित कुमार ने अलग-अलग बोरियों में भरवाकर रखवाया।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. दूधनाथ ने बताया कि तकनीकि सहायक के आने में थोड़ी देर हुई थी। बाद में एक्सरे कराए गए हैं। देर से आने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
चकलवंशी। मियागंज सीएचसी में मंगलवार को एक्सरे जांच का कक्ष बंद होने से मरीजों को परेशानी हुई। प्रभारी सीएमओ को निरीक्षण के दौरान अधजली मिलीं एंटीजन रैपिड किट और आयरन की दवाओं को स्वास्थ्य कर्मियों ने अलग-अलग थैलों में भरवाकर अलग रख दिया है।
पेशारी निवासी सावित्री के हाथ में दिक्कत थीं। वे सीएचसी में डॉक्टर को दिखाने आई थीं। डॉक्टर ने उन्हें एक्सरे कराने के लिए कहा। वे जांच कराने पहुंचीं तो कक्ष में ताला लटक रहा था। सावित्री का पति रामकिशोर पर्चा लिए सुबह 11 बजे तक टहलते रहे, लेकिन ताला न खुलने से जांच नहीं हो पाई।
वहीं प्रभारी सीएमओ के निरीक्षण के बाद सीएचसी में जली मिलीं दवाओं और अधजली एंटीजन रैपिड किट को फार्मासिस्ट हंस पटेल और रोहित कुमार ने अलग-अलग बोरियों में भरवाकर रखवाया।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. दूधनाथ ने बताया कि तकनीकि सहायक के आने में थोड़ी देर हुई थी। बाद में एक्सरे कराए गए हैं। देर से आने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
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