पंच दीपोत्सव का हुआ श्रीगणेश: जानिए दीपावली पूजन का मुहूर्त, आज मनाई जाएगी नरक चतुर्दशी और छोटी दिवाली

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छोटी और बड़ी दिवाली की सही तिथि

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– फोटो : amar ujala

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श्री समृद्धि की देवी लक्ष्मी और प्रथमेश गणेश के पूजन के साथ ही घरों में धनतेरस के दीप जल उठे। प्रदोष काल में श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर पंच दीपोत्सव का श्रीगणेश किया। इसके साथ ही पांच दिनों में नौ त्योहारों की शृंखला आरंभ हो गई। घर की देहरी के साथ ही मंदिरों में भी श्रद्धालुओं ने दीप जलाए  
शनिवार को धन त्रयोदशी तिथि में घर-घर दीप जलाए गए। अकाल मृत्यु से छुटकारा पाने के लिए यम के निमित्त दीप दान किया गया। इसके साथ ही भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा हुई। 23 अक्तूबर को शाम तक धनत्रयोदशी का मुहूर्त होने के कारण रविवार को भी धनतेरस मनाया जाएगा। 
ज्योतिषाचार्य विमल जैन ने बताया कि नरक चतुर्दशी 23 अक्तूबर को मनाई जाएगी। चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्दशी में नरक चतुर्दशी मनाने का विधान है।

नरक चतुर्दशी 23 अक्तूबर की शाम को 6.04 बजे से आरंभ होगी और 24 अक्तूबर की शाम को 5.28 बजे तक रहेगी। अत: नरक चतुर्दशी और छोटी दीपावली 23 अक्तूबर को मनाई जाएगी। रविवार को हस्त नक्षत्र, ऐंद्र व वैधृति योग रहेगा। इस दौरान मास शिवरात्रि भी मिल रही है। कार्तिक कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को सायंकाल मेष लग्न में श्री हनुमान जी का जन्म माना जाता है। मेष लग्न शाम को 4.58 बजे से शाम 6.36 बजे तक है। 
दीपावली पूजन का मुहूर्त 
दीपावली का पर्व 24 अक्तूबर को मनाया जाएगा। पूजन के लिए प्रदोषकाल, स्थिरलग्न एवं निशीथ काल लाभकारी होता है। कार्तिक कृष्णपक्ष की अमावस्या 24 अक्तूबर की शाम 5:28 से 25 अक्तूबर की शाम 4:19 बजे तक रहेगी। चित्रा नक्षत्र 24 अक्तूबर को दिन में 2:42 बजे से 25 अक्तूबर को दिन में 2:17 बजे तक रहेगा। सिंह लग्न 24 अक्तूबर को अर्द्धरात्रि 1:04 बजे से 3:18 बजे तक रहेगा। 

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श्री समृद्धि की देवी लक्ष्मी और प्रथमेश गणेश के पूजन के साथ ही घरों में धनतेरस के दीप जल उठे। प्रदोष काल में श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर पंच दीपोत्सव का श्रीगणेश किया। इसके साथ ही पांच दिनों में नौ त्योहारों की शृंखला आरंभ हो गई। घर की देहरी के साथ ही मंदिरों में भी श्रद्धालुओं ने दीप जलाए  

शनिवार को धन त्रयोदशी तिथि में घर-घर दीप जलाए गए। अकाल मृत्यु से छुटकारा पाने के लिए यम के निमित्त दीप दान किया गया। इसके साथ ही भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा हुई। 23 अक्तूबर को शाम तक धनत्रयोदशी का मुहूर्त होने के कारण रविवार को भी धनतेरस मनाया जाएगा। 

ज्योतिषाचार्य विमल जैन ने बताया कि नरक चतुर्दशी 23 अक्तूबर को मनाई जाएगी। चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्दशी में नरक चतुर्दशी मनाने का विधान है।



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