पांच माह में न बन सकी 15 किमी सड़क, 26 हजार आबादी परेशान

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हसनगंज। छह माह से मुंशीगंज-रसूलाबाद मार्ग एक साइड से खुदा पड़ा है। इसके कारण लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। उनका कहना है कि मार्ग चौड़ा करने के नाम पर उनकी मुश्किल बढ़ा दी है। बनाना ही नहीं था तो सड़क क्यों खोद दी। बारिश होने पर हादसे होंगे तो कौन जिम्मेदार होगा। वहीं विभागीय अफसर फिर वहीं बजट न होने का पुराना राग अलाप रहे हैं।
16 किमी लंबे मुंशीगंज-रसूलाबाद मार्ग को पांच फीट चौड़ा किया जाना है। पीडब्ल्यूडी ने इटावा की फर्म को काम दिया था। करीब एक करोड़ रुपये भी जारी हो गए थे। आठ जनवरी 2022 को विधायक बृजेश रावत ने कार्य का शिलान्यास किया था। ठेकेदार ने 15 किमी मार्ग एक साइड से खोदवा दिया था। गिट्टी मानकविहीन बताए जाने पर नोटिस दिया गया तो काम अधूरा छोड़ दिया। छह माह से क्षेत्र के 26 हजार लोग खुदी संकरी सड़क से आवागमन कर रहे हैं। रात में तो सफर और भी खतरनाक हो जाता है। कई लोग हादसे में चुटहिल भी हो चुके हैं।
अक्सर हो रहे हादसे
मोहित सिंह ने बताया कि छह माह बीत गए लेकिन निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ा। जब सड़क बनानी नहीं थी तो खोदकर क्यों डाल दिया गया। अक्सर बाइक व साइकिल सवार गिरकर चुटहिल होते हैं।
मौला बांकीपुर के अजय ने कहा कि एक तरफ सड़क खुदी होने से रास्ता संकरा हो गया है। आवागमन में मुश्किल हो रही है। आए दिन हादसे भी होते है। बारिश में दुर्घटनाएं बढ़ने की आशंका रहेगी।
चौड़ीकरण के लिए ठेकेदार ने जो गिट्टी डलवाई थी वो जांच में मानकविहीन मिली थी। जिस पर ठेकेदार को नोटिस जारी करके दोबारा गिट्टी डलवाने के लिए कहा गया था। हालांकि ठेकेदार ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया और न ही गिट्टी ही डलवाई। इसके अलावा दूसरी किस्त भी नहीं मिली है। इसलिए कार्य बंद है। बजट जारी होते ही कार्य कराया जाएगा। – प्रवीण कटियार, अवर अभियंता पीडब्ल्यूडी।

मुंशीगंज-रसूलाबाद मार्ग पर खुदी पड़ी आधी सड़क। संवाद

मुंशीगंज-रसूलाबाद मार्ग पर खुदी पड़ी आधी सड़क। संवाद– फोटो : UNNAO

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हसनगंज। छह माह से मुंशीगंज-रसूलाबाद मार्ग एक साइड से खुदा पड़ा है। इसके कारण लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। उनका कहना है कि मार्ग चौड़ा करने के नाम पर उनकी मुश्किल बढ़ा दी है। बनाना ही नहीं था तो सड़क क्यों खोद दी। बारिश होने पर हादसे होंगे तो कौन जिम्मेदार होगा। वहीं विभागीय अफसर फिर वहीं बजट न होने का पुराना राग अलाप रहे हैं।

16 किमी लंबे मुंशीगंज-रसूलाबाद मार्ग को पांच फीट चौड़ा किया जाना है। पीडब्ल्यूडी ने इटावा की फर्म को काम दिया था। करीब एक करोड़ रुपये भी जारी हो गए थे। आठ जनवरी 2022 को विधायक बृजेश रावत ने कार्य का शिलान्यास किया था। ठेकेदार ने 15 किमी मार्ग एक साइड से खोदवा दिया था। गिट्टी मानकविहीन बताए जाने पर नोटिस दिया गया तो काम अधूरा छोड़ दिया। छह माह से क्षेत्र के 26 हजार लोग खुदी संकरी सड़क से आवागमन कर रहे हैं। रात में तो सफर और भी खतरनाक हो जाता है। कई लोग हादसे में चुटहिल भी हो चुके हैं।

अक्सर हो रहे हादसे

मोहित सिंह ने बताया कि छह माह बीत गए लेकिन निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ा। जब सड़क बनानी नहीं थी तो खोदकर क्यों डाल दिया गया। अक्सर बाइक व साइकिल सवार गिरकर चुटहिल होते हैं।

मौला बांकीपुर के अजय ने कहा कि एक तरफ सड़क खुदी होने से रास्ता संकरा हो गया है। आवागमन में मुश्किल हो रही है। आए दिन हादसे भी होते है। बारिश में दुर्घटनाएं बढ़ने की आशंका रहेगी।

चौड़ीकरण के लिए ठेकेदार ने जो गिट्टी डलवाई थी वो जांच में मानकविहीन मिली थी। जिस पर ठेकेदार को नोटिस जारी करके दोबारा गिट्टी डलवाने के लिए कहा गया था। हालांकि ठेकेदार ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया और न ही गिट्टी ही डलवाई। इसके अलावा दूसरी किस्त भी नहीं मिली है। इसलिए कार्य बंद है। बजट जारी होते ही कार्य कराया जाएगा। – प्रवीण कटियार, अवर अभियंता पीडब्ल्यूडी।

मुंशीगंज-रसूलाबाद मार्ग पर खुदी पड़ी आधी सड़क। संवाद

मुंशीगंज-रसूलाबाद मार्ग पर खुदी पड़ी आधी सड़क। संवाद– फोटो : UNNAO

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