पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में आईजी का अस्थाई कार्यालय

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उन्नाव। फैसल हत्याकांड की जांच करने आए आईजी इंटेलीजेंस और उनकी टीम ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस को अस्थायी कार्यालय बनाया है। टीम यहां एक माह रुकेगी। जांच में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ऐसा किया गया है। एसपी ने टीम को कंप्यूटर सिस्टम व ऑपरेटर उपलब्ध कराया है। बांगरमऊ सर्किल के किसी पुलिस कर्मी को जांच टीम में शामिल नहीं किया है। 130 अहम बिंदुओं की सूची तैयार कर उस पर काम शुरू कर दिया गया है। आईजी विवेचना पूरी कर सुप्रीम कोर्ट को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे।
फैसल हत्याकांड का सच बाहर लाने के लिए आईजी इंटेलीजेंस भगवान स्वरूप ने मंगलवार को टीम के साथ मृतक के पिता और घटनास्थल के आसपास रहने वालों के बयान दर्ज किए थे। सूत्रों के अनुसार घटना वाले दिन कब क्या हुआ, कहीं पुलिस कर्मियों को बचाने का काम तो नहीं किया गया, इसको लेकर वह तथ्य खंगाल रहे हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 14 चोटों के बिंदु पर भी उन्होंने फोकस किया है। पूर्व में की गई जांच में बताया गया था कि कई घंटे जाम के दौरान शव फ्रीजर में रखा होने से उसकी सतह पर जड़ी लोहे की पट्टियों के निशान पीठ पर बन गए थे। जिन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोटों के रूप में दर्शाया गया था। आईजी ने इस बिंदु को खंगालने के लिए टीम में फोरेंसिक एक्सपर्ट भी रखा है।
वह लखनऊ की एफएसएल टीम से भी बात करेंगे। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से भी जानकारी हासिल करेंगे। घटना वाले दिन पुलिस कर्मी फैसल को पकड़कर बाइक से कोतवाली ले गए थे। फैसल को घर से कितने बजे ले जाया गया और वह कोतवाली कितने बजे पहुंचा, इस पर सुरक्षित किए गए सीसीटीवी फुटेज देखेंगे। सीएचसी के डॉक्टरों से वह जानकारी करेंगे।
ये है मामला
बांगरमऊ क्षेत्र में नगर के प्रमुख बाजार नौनिहालगंज में 21 मई 2020 को लॉकडाउन के दौरान कोतवाली के सिपाही विजय चौधरी, सीमांत चौधरी व होमगार्ड सत्यप्रकाश ने सब्जी विक्रेता फैसल से मारपीट की थी और उसे कोतवाली ले गए थे। जहां उसकी मौत हो गई थी। मृतक के भाई ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
तीसरे सिपाही की गिरफ्तारी क्यों नहीं
फैसल हत्याकांड में जेल की सलाखों के पीछे कैद नामजद सिपाही विजय चौधरी व होमगार्ड सत्यप्रकाश से बयान लेने के लिए आईजी टीम के साथ जिला कारागार पहुंच सकते हैं। तीसरे आरोपी सिपाही सीमांत चौधरी की भूमिका को भी तलाशा जाएगा। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की इस बिंदु की भी बारीकी से जांच होगी।
धारा में परिवर्तन का बिंदु भी देखेंगे
फैसल के भाई सुफियान ने दो सिपाहियों व एक होमगार्ड पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। विवेचना के दौरान पुलिस ने हत्या की धारा को गैर इरादतन हत्या में तरमीम कर न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की थी। आईजी ने जांच में इस बिंदु को भी शामिल किया है। वह यह भी देखेंगे कि पूर्व के विवेचक ने किस आधार पर धारा में परिवर्तन किया है।
सीएचसी स्टाफ व दुकानदारों से की पूछताछ
फैसल हत्याकांड की जांच कर रहे आईजी इंटेलीजेंस भगवान स्वरूप ने सीएचसी बांगरमऊ पहुंचकर डॉक्टर व अन्य स्टॉफ से घटना की जानकारी ली। पूछा कि क्या उसका इलाज किया गया था। स्टाफ ने बताया कि फैसल सीएचसी में मृत अवस्था में आया था। यहां से जानकारी लेने के बाद वह पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस लौट गए। उनकी टीम ने लगभग 12 दुकानदारों से वार्ता कर बयान दर्ज किए। इसके बाद मृतक फैसल के माता-पिता के भी बयान लिए।

यह भी पढ़ें -  आईजी ने चिकित्सक सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के दर्ज किए बयान

उन्नाव। फैसल हत्याकांड की जांच करने आए आईजी इंटेलीजेंस और उनकी टीम ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस को अस्थायी कार्यालय बनाया है। टीम यहां एक माह रुकेगी। जांच में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ऐसा किया गया है। एसपी ने टीम को कंप्यूटर सिस्टम व ऑपरेटर उपलब्ध कराया है। बांगरमऊ सर्किल के किसी पुलिस कर्मी को जांच टीम में शामिल नहीं किया है। 130 अहम बिंदुओं की सूची तैयार कर उस पर काम शुरू कर दिया गया है। आईजी विवेचना पूरी कर सुप्रीम कोर्ट को जांच रिपोर्ट सौंपेंगे।

फैसल हत्याकांड का सच बाहर लाने के लिए आईजी इंटेलीजेंस भगवान स्वरूप ने मंगलवार को टीम के साथ मृतक के पिता और घटनास्थल के आसपास रहने वालों के बयान दर्ज किए थे। सूत्रों के अनुसार घटना वाले दिन कब क्या हुआ, कहीं पुलिस कर्मियों को बचाने का काम तो नहीं किया गया, इसको लेकर वह तथ्य खंगाल रहे हैं।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 14 चोटों के बिंदु पर भी उन्होंने फोकस किया है। पूर्व में की गई जांच में बताया गया था कि कई घंटे जाम के दौरान शव फ्रीजर में रखा होने से उसकी सतह पर जड़ी लोहे की पट्टियों के निशान पीठ पर बन गए थे। जिन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोटों के रूप में दर्शाया गया था। आईजी ने इस बिंदु को खंगालने के लिए टीम में फोरेंसिक एक्सपर्ट भी रखा है।

वह लखनऊ की एफएसएल टीम से भी बात करेंगे। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से भी जानकारी हासिल करेंगे। घटना वाले दिन पुलिस कर्मी फैसल को पकड़कर बाइक से कोतवाली ले गए थे। फैसल को घर से कितने बजे ले जाया गया और वह कोतवाली कितने बजे पहुंचा, इस पर सुरक्षित किए गए सीसीटीवी फुटेज देखेंगे। सीएचसी के डॉक्टरों से वह जानकारी करेंगे।

ये है मामला

बांगरमऊ क्षेत्र में नगर के प्रमुख बाजार नौनिहालगंज में 21 मई 2020 को लॉकडाउन के दौरान कोतवाली के सिपाही विजय चौधरी, सीमांत चौधरी व होमगार्ड सत्यप्रकाश ने सब्जी विक्रेता फैसल से मारपीट की थी और उसे कोतवाली ले गए थे। जहां उसकी मौत हो गई थी। मृतक के भाई ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

तीसरे सिपाही की गिरफ्तारी क्यों नहीं

फैसल हत्याकांड में जेल की सलाखों के पीछे कैद नामजद सिपाही विजय चौधरी व होमगार्ड सत्यप्रकाश से बयान लेने के लिए आईजी टीम के साथ जिला कारागार पहुंच सकते हैं। तीसरे आरोपी सिपाही सीमांत चौधरी की भूमिका को भी तलाशा जाएगा। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की इस बिंदु की भी बारीकी से जांच होगी।

धारा में परिवर्तन का बिंदु भी देखेंगे

फैसल के भाई सुफियान ने दो सिपाहियों व एक होमगार्ड पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। विवेचना के दौरान पुलिस ने हत्या की धारा को गैर इरादतन हत्या में तरमीम कर न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की थी। आईजी ने जांच में इस बिंदु को भी शामिल किया है। वह यह भी देखेंगे कि पूर्व के विवेचक ने किस आधार पर धारा में परिवर्तन किया है।

सीएचसी स्टाफ व दुकानदारों से की पूछताछ

फैसल हत्याकांड की जांच कर रहे आईजी इंटेलीजेंस भगवान स्वरूप ने सीएचसी बांगरमऊ पहुंचकर डॉक्टर व अन्य स्टॉफ से घटना की जानकारी ली। पूछा कि क्या उसका इलाज किया गया था। स्टाफ ने बताया कि फैसल सीएचसी में मृत अवस्था में आया था। यहां से जानकारी लेने के बाद वह पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस लौट गए। उनकी टीम ने लगभग 12 दुकानदारों से वार्ता कर बयान दर्ज किए। इसके बाद मृतक फैसल के माता-पिता के भी बयान लिए।

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