प्रतापगढ़ : राजाभैया के पिता उदय प्रताप ने ढाई करोड़ न लौटाने पर इलाहाबाद के कारोबारी पर दर्ज कराया मुकदमा

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अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Thu, 05 May 2022 09:13 PM IST

सार

पूर्व मंत्री व कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया के पिता उदय प्रताप सिंह निवासी भदरी किला के पास प्रयागराज निवासी ग्रीनलैंड मोटर्स कंपनी में पार्टनर अरुण क्षेत्रपाल का आना-जाना था। जून 2019 में उसने उदय प्रताप सिंह से मिलकर बताया कि ग्रीनलैंड मोटर्स कंपनी रुपये के अभाव में डूब रही है।

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ग्रीनलैंड मोटर्स कंपनी को डूबने से बचाने के लिए उदय प्रताप सिंह ने कंपनी के पार्टनर को चार करोड़ रुपये उधार दिए थे। एक करोड़ रुपये लौटाने के बाद उसने अपना घर गिरवी रख दिया। कुछ दिनों बाद पचास लाख रुपये और लौटाए। शेष रुपये मांगने पर आनाकानी करने लगा। इसके साथ ही घर के कागजात जाली होने का दावा करने लगा। इस पर उदय प्रताप ने कुंडा कोतवाली में पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

पूर्व मंत्री व कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया के पिता उदय प्रताप सिंह निवासी भदरी किला के पास प्रयागराज निवासी ग्रीनलैंड मोटर्स कंपनी में पार्टनर अरुण क्षेत्रपाल का आना-जाना था। जून 2019 में उसने उदय प्रताप सिंह से मिलकर बताया कि ग्रीनलैंड मोटर्स कंपनी रुपये के अभाव में डूब रही है। अगर वह उसे चार करोड़ रुपये दे दें तो कंपनी को बचाया जा सकता है। बाद में रुपये लौटा दिए जाएंगे।

चार करोड़ लिए थे उधार, डेढ़ करोड़ लौटाए थे

इस पर उदय प्रताप सिंह ने उसे इलाहाबाद बैंक के खाते से दो करोड़ व बड़ौदा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से दो करोड़ रुपये दे दिए। छह माह बाद अरुण क्षेत्रपाल ने एक करोड़ रुपये लौटा दिए। शेष रुपये भी जल्द लौटाने का आश्वासन दिया। बार-बार रुपये मांगने पर उसने प्रयागराज के सिविल लाइंस म्योर रोड जोन -3 वार्ड 53 स्थित मकान गिरवी रख दिया। इसके बाद उसने दो फरवरी 2022 को पचास लाख रुपये फिर लौटाए।

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इसके बाद शेष रुपये देने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही कहा कि गिरवी रखे गए घर के अभिलेख जाली हैं। इस पर उदय प्रताप सिंह ने कुंडा कोतवाली में तहरीर दी। उनकी तहरीर पर पुलिस ने अरुण क्षेत्रपाल, कंपनी में पार्टनर उसकी पत्नी शानू क्षेत्रपाल, भाई सुनील क्षेत्रपाल, भयाहू बीनू क्षेत्रपाल व शबनम क्षेत्रपाल के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कर लिया। 

विस्तार

ग्रीनलैंड मोटर्स कंपनी को डूबने से बचाने के लिए उदय प्रताप सिंह ने कंपनी के पार्टनर को चार करोड़ रुपये उधार दिए थे। एक करोड़ रुपये लौटाने के बाद उसने अपना घर गिरवी रख दिया। कुछ दिनों बाद पचास लाख रुपये और लौटाए। शेष रुपये मांगने पर आनाकानी करने लगा। इसके साथ ही घर के कागजात जाली होने का दावा करने लगा। इस पर उदय प्रताप ने कुंडा कोतवाली में पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

पूर्व मंत्री व कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजाभैया के पिता उदय प्रताप सिंह निवासी भदरी किला के पास प्रयागराज निवासी ग्रीनलैंड मोटर्स कंपनी में पार्टनर अरुण क्षेत्रपाल का आना-जाना था। जून 2019 में उसने उदय प्रताप सिंह से मिलकर बताया कि ग्रीनलैंड मोटर्स कंपनी रुपये के अभाव में डूब रही है। अगर वह उसे चार करोड़ रुपये दे दें तो कंपनी को बचाया जा सकता है। बाद में रुपये लौटा दिए जाएंगे।

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