इनररिंग रोड परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण के बाद भी करीब 50 हेक्टेयर भूमि छूट गई है। अब थ्रीडी प्रकाशन करते हुए इस भूमि का भी अधिग्रहण किया जाएगा। इसके साथ ही अगले माह प्रथम चरण की इनररिंग रोड परियोजना के लिए टेंडर करा दिया जाएगा। मार्च 2023 में निर्माण आरंभ करा दिया जाएगा, ताकि महाकुंभ से पहले इस परियोजना को पूरा कराया जा सके।
जिले के विकास की सबसे बड़ी इनररिंग रोड परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम रूप से पूरी किए जाने के बाद 50 हेक्टर छूटी भूमि को भी इसमें शामिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस परियोजना के एलाइनमेंट के तहत सर्वे में कुछ किसानों की ऐसी भूमि चिह्नित की गई है, जो अधिग्रहण से छूट गई थी। अब इस भूमि के लिए थ्री-ए की प्रक्रिया पूरी कराई गई है। अब इस भूमि की थ्रीडी कराई जाएगी।
शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-दो पर प्रस्तावित इनर रिंग रोड परियोजना के प्रथम चरण के लिए जिले के 45 गांवों के चार हजार किसानों की भूमि अंतिम रूप से अधिग्रहीत करने की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है। छूटी हुई भूमि के अधिग्रहण के बाद इस परियोजना के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। जिन किसानों की भूमि अधिग्रहण से छूट गई थी, उनकी भूमि के अलावा भवनों, बगीचों, कुओं को 3-डी प्रस्ताव शामिल जाएगा।
रीवा रोड से जीटी रोड पर महुआरी, लवाइन कला होते हुए अंदावा के रास्ते इस रिंग रोड को आगे ले जाकर सहसों में फिर एनएच-2 से मिला दिया जाएगा। कानपुर से वाराणसी को जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-दो पर इनर रिंग रोड के प्रथम चरण का निर्माण आगामी कुंभ मेले को ध्यान में रखकर कराया जाएगा।
रोड इंजीनियरिंग में दक्ष कंपनी की तलाश
आगामी कुंभ मेला को देखते हुए इस इनर रिंग रोड का निर्माण चार महीने बाद आरंभ कराया जाएगा। इसके लिए रोड इंजीनियरिंग में दश कंपनी की तलाश की जा रही है। एनएचएआई के अफसरों के मुताबिक इसके लिए अगले माह टेंडर जारी किए जाएंगे। कोशिश हो रही है कि महाकुंभ की इस अहम परियोजना को समय रहते पूरा करा लिया जाए। इस इनर रिंग रोड के के बन जाने से कानपुर से मध्य प्रदेश जाने वाले वाहनों को शहर में इंट्री नहीं करनी होगी। एमपी से कानपुर या वाराणसी जाने वालों को भी इससे काफी राहत मिलेगी।
कुछ भूमि सर्वे में छूट गई थी। इसके लिए जल्द ही थ्री-डी की प्रक्रिया पूरा करा ली जाएगी। इसके बाद अगले महीने टेंडर कराकर मार्च 2023 में काम शुरू करा दिया जाएगा। -पंकज मिश्र, क्षेत्रीय परियोजना निदेशक, एनएचएआई।
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इनररिंग रोड परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण के बाद भी करीब 50 हेक्टेयर भूमि छूट गई है। अब थ्रीडी प्रकाशन करते हुए इस भूमि का भी अधिग्रहण किया जाएगा। इसके साथ ही अगले माह प्रथम चरण की इनररिंग रोड परियोजना के लिए टेंडर करा दिया जाएगा। मार्च 2023 में निर्माण आरंभ करा दिया जाएगा, ताकि महाकुंभ से पहले इस परियोजना को पूरा कराया जा सके।
जिले के विकास की सबसे बड़ी इनररिंग रोड परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम रूप से पूरी किए जाने के बाद 50 हेक्टर छूटी भूमि को भी इसमें शामिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस परियोजना के एलाइनमेंट के तहत सर्वे में कुछ किसानों की ऐसी भूमि चिह्नित की गई है, जो अधिग्रहण से छूट गई थी। अब इस भूमि के लिए थ्री-ए की प्रक्रिया पूरी कराई गई है। अब इस भूमि की थ्रीडी कराई जाएगी।