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नैनी में 13 साल पहले हुए सनसनीखेज डबल मर्डर में जेल में बंद कुख्यात अपराधी ने वादी को फोन पर धमकी दी। आरोप है कि गवाहों को भी धमकाया और अपने पक्ष में गवाही भी करा ली। वादी के परिवार ने ऑडियो सहित मामले की शिकायत जिला जज से की है। उधर, पुलिस ने नामजद केस भी दर्ज कर लिया है।
नैनी में अरैल का रहने वाला पिंटू महरा कुख्यात अपराधी है। वह नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है और 2009 डबल मर्डर मामले में वर्तमान में सोनभद्र जेल में बंद है। 2009 में नैनी में अनिरुद्ध उर्फ बर्रू निषाद और उसके बेटे छगन निषाद को बम-गोलियों से भून दिया गया था। इस मामले में ही पिंटू व उसका भाई अरविंद जेल भेजे गए।
बर्रू का बेटा गगन निषाद इस हत्याकांड में गवाह है। उस पर 2017 में दारागंज में बम-गोलियों से हमला किया गया था। इसमें दो अन्य लोग भी जख्मी हुए थे, जिनमें से एक की बाद में मौत हो गई थी। अब गगन के परिवार के ही एक व्यक्ति ने जिला जज को गोपनीय पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई है। उसने एक ऑडियो भी भेजा है।
आरोप है कि ऑडियो में सोनभद्र जेल में बंद पिंटू महरा की आवाज है, जिसने गवाहों को धमकाकर अपने पक्ष में गवाही करा ली। आरोप यह भी है कि जेल में रहते हुए भी साजिश करके पिंटू ने डबल मर्डर मामले में वादी गगन निषाद को फर्जी रेप केस में फंसाकर और पूरे परिवार को धमकाकर अपने पक्ष में गवाही करा ली थी।
शिकायती पत्र में ऑडियो की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की गई है। दारागंज इंस्पेक्टर वीरेंद्र मिश्र ने बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच पड़ताल की जा रही है।
बम-गोलियों से कर दिया था छलनी
2009 में अरैल में बर्रू व उसके बेटे छगन की बेहद सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई थी। अरैल से दारागंज जाते वक्त उनकी गाड़ी को दोनों ओर से घेरकर बम-गोलियां चलाई गईं थीं। इसमें दोनों की मौत हो गई थी जबकि कुछ लोग जख्मी भी हुए थे।
विस्तार
नैनी में 13 साल पहले हुए सनसनीखेज डबल मर्डर में जेल में बंद कुख्यात अपराधी ने वादी को फोन पर धमकी दी। आरोप है कि गवाहों को भी धमकाया और अपने पक्ष में गवाही भी करा ली। वादी के परिवार ने ऑडियो सहित मामले की शिकायत जिला जज से की है। उधर, पुलिस ने नामजद केस भी दर्ज कर लिया है।
नैनी में अरैल का रहने वाला पिंटू महरा कुख्यात अपराधी है। वह नैनी थाने का हिस्ट्रीशीटर है और 2009 डबल मर्डर मामले में वर्तमान में सोनभद्र जेल में बंद है। 2009 में नैनी में अनिरुद्ध उर्फ बर्रू निषाद और उसके बेटे छगन निषाद को बम-गोलियों से भून दिया गया था। इस मामले में ही पिंटू व उसका भाई अरविंद जेल भेजे गए।
बर्रू का बेटा गगन निषाद इस हत्याकांड में गवाह है। उस पर 2017 में दारागंज में बम-गोलियों से हमला किया गया था। इसमें दो अन्य लोग भी जख्मी हुए थे, जिनमें से एक की बाद में मौत हो गई थी। अब गगन के परिवार के ही एक व्यक्ति ने जिला जज को गोपनीय पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई है। उसने एक ऑडियो भी भेजा है।
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