सिविल लाइंस स्थित ब्वॉयज हाईस्कूल पर बमबाजी कर दहशत पैदा करने वालों का सुराग तीसरे दिन भी नहीं लग सका है। धुंधले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस बदमाशों का पता लगाने में जुटी है। बीएचएस हाईस्कूल प्रयागराज का जाना माना स्कूल है। कई नामी गिरामी हस्तियों के अलावा सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी कभी यहीं पर पढ़ते थे। सरकार इस स्कूल पर डाक टिकट भी जारी कर चुकी है। दिन दहाड़े बमबाजी करने वालों का सुराग न लगने पर पुलिस सक्रियता और कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
सिविल लाइंस में दिनदहाड़े ब्वॉयज हाईस्कूल के गेट पर बृहस्पतिवार को दोपहर में बमबाजी की गई थी। वारदात किसने और क्यों की, यह दो दिन बीत जाने पर भी पता नहीं चल सका है। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। पुलिस फुटेज के सहारे बमबाजी करने वालों की तलाश में जुटी है। खास बात यह रही घटना छुट्टी से कुछ देर पहले हुई और यही वजह रही कि छात्र-छात्राएं बाल-बाल बच गए।
गेट को निशाना बनाकर मारा बम, फैली सनसनी
बीचएस गेट पर बमबाजी दोपहर 12 बजे के आसपास हुई। रोज की तरह स्कूल में पढ़ाई चल रही थी। तभी अचानक स्कूल गेट पर एक बम आकर गिरा और जोरदार धमाके के साथ फट गया। इससे वहां चारों ओर धुआं फैल गया। धुआं छटने के बाद गार्ड व कर्मचारी बाहर निकले तो गेट के पास ही बम के अवशेष पड़े मिले। इनमें गिट्टियां व अन्य चीजें शामिल थीं। मामला स्कूल पर बमबाजी का था, ऐसे में हड़कंप मच गया। सिविल लाइंस पुलिस के साथ ही सीओ भी मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने प्रिंसिपल के साथ ही मौके पर मौजूद गार्डोें व अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की। जांच पड़ताल के बाद डीवीआर भी कब्जे में ले लिया। सीओ सिविल लाइंस अभिषेक भारती ने बताया कि स्कूल प्रबंधन व कर्मचारियों से पूछताछ की गई लेकिन उन्होंने हमलावरों के बारे में जानकारी होने की बात से इंकार किया। जांच पड़ताल की जा रही है। उधर प्रिंसिपल डेविड ल्यूक का कहना है कि हमलावर कौन थे और उनका मकसद क्या था, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं। किसी से कोई विवाद भी नहीं हुआ। तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।
चलती स्कूटी से फेंका बम, तीन थे हमलावर
जांच पड़ताल के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो पता चला कि वारदात स्कूटी सवार तीन बदमाशों ने की। जिन्होंने चलती स्कूटी से बम फेंका। तीनों धोबीघाट चौराहे की ओर से तेज गति से आए। स्कूल के सामने पहुंचते ही सबसे पीछे बैठे युवक ने बम फेंका और इसके बाद सभी भाग निकले। पुलिस स्कूटी के नंबर से हमलावरों का पता लगाने में जुटी है।
तीन थी हमलावरों की संख्या
सिविल लाइंस में दिनदहाड़े ब्वॉयज हाईस्कूल के गेट पर बमबाजी की वारदात स्कूली छात्रों के विवाद में अंजाम दी गई थी। बम फोड़ने के बाद हमलावर स्कूटी से ही आजाद पार्क होकर भागे थे। फुटेज के जरिए पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान यह जानकारी जुटाई है। पुलिस देर रात तक उनकी तलाश में दबिश देती रही।
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को दो सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मिली थी। इनमें से एक फुटेज स्कूल के ठीक सामने रोड के पार स्थित रेस्टारेंट के कैमरे की थी। इसमें स्कूटीसवार तीन युवक बम फेंकते तो नजर आते हैं लेकिन स्कूटी की गति बहुत ज्यादा होने के कारण पहचान तो दूर, उनकी गाड़ी का नंबर पहचानना भी मुश्किल था। इसके बाद पुलिस ने स्कूल गेट पर लगे कैमरे की फुटेज चेक की और इसमें हमलावरों के बारे में अहम सुराग मिला।
सूत्रों का कहना है कि फुटेज से पता चला कि हमलावर तीन थे जो एक ही स्कूटी पर सवार थे। इनमें से बीच में बैठे युवक ने सफेद रंग का शर्ट पहन रखा था। इसके बाद पुलिस ने चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो कुछ और अहम जानकारियां मिलीं। मालूम हुआ कि बम फोड़ने के बाद तीनों युवक म्योहाल होते हुए हिंदू हॉस्टल पहुंचे और फिर आजाद पार्क के सामने से होकर भागे।
वर्चस्व को लेकर विवाद
पुख्ता सूत्रों के मुताबिक, अब तक कि जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि वारदात स्कूली छात्रों के दो गुटों में चल रहे विवाद को लेकर अंजाम दी गई। दोनों गुटों में यह विवाद वर्चस्व को लेकर है। इन्हीं में से एक गुट से संबंधित हमलावरों ने कुछ दिन पहले सिविल लाइंस में पत्थर गिरिजाघर के पास बमबाजी की थी। फिलहाल इस मामले में पुलिस कुछ बोलने से इंकार करती रही। सीओ अभिषेक भारती ने बताया कि जांच पड़ताल की जा रही है। गौरतलब है कि एक दिन पहले सिविल लाइंस में दोपहर 12 बजे के आसपास ब्वॉयज हाईस्कूल के गेट पर बमबाजी की गई थी। इस घटना में कोई हताहत तो नहीं हुआ, लेकिन दहशत जरूर फैल गई थी।