प्रयागराज : बलिया प्रकरण से नाराज पत्रकारों ने किया प्रदर्शन, अफसरों के निलंबन के लिए राज्यपाल को भेजा पत्र

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अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Thu, 14 Apr 2022 11:05 PM IST

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बलिया जिले में नकल माफिया की पोल खोलने वाले पत्रकारों को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने के मामले में बृहस्पतिवार को यहां भी प्रदर्शन हुआ। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। इलाहाबाद न्यूज रिपोर्टस क्लब के नेतृत्व में एकजुट प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री को सौंपा। ज्ञापन में पत्रकारों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को वापस किए जाने तथा उनकी रिहाई की मांग की गई है। इस दौरान पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ भी प्रदर्शन किया गया। 

राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में पत्रकारों के उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में बलिया एवं उसके आसपास के अन्य जनपदों में बड़े पैमाने पर नकल का काला कारनामा उजागर करने वाले पत्रकारों को ही फंसा दिया गया। बलिया के प्रशासन ने नकल माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए इस खेल को उजागर करने वाले पत्रकारों को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। प्रशासनिक अधिकारियों के इस कृत्य से पूरे प्रदेश के पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है।

क्लब के अध्यक्ष अशोक चतुर्वेदी ने कहा कि नकल माफिया के कारनामे की जांच कराई जाए और इसका खुलासा करने वाले पत्रकारों पर दर्ज मुकदमे को वापस लिया जाए। क्लब के पूर्व अध्यक्ष रतन दीक्षित ने कहा कि इस प्रकरण में बलिया के प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित कर उनकी भूमिका की न्यायिक जांच कराने की मांग की। साथ ही पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीड़न की घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। इस मौके पर देवेंद्र प्रताप सिंह, मोहम्मद मोइन, चंद्रशेखर द्विवेदी, सर्वेश दुबे, अनंतराम कुशवाहा, धीरेंद्र द्विवेदी समेत कई पत्रकार मौजूद रहे।

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बलिया जिले में नकल माफिया की पोल खोलने वाले पत्रकारों को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने के मामले में बृहस्पतिवार को यहां भी प्रदर्शन हुआ। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। इलाहाबाद न्यूज रिपोर्टस क्लब के नेतृत्व में एकजुट प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री को सौंपा। ज्ञापन में पत्रकारों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को वापस किए जाने तथा उनकी रिहाई की मांग की गई है। इस दौरान पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ भी प्रदर्शन किया गया। 

राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में पत्रकारों के उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में बलिया एवं उसके आसपास के अन्य जनपदों में बड़े पैमाने पर नकल का काला कारनामा उजागर करने वाले पत्रकारों को ही फंसा दिया गया। बलिया के प्रशासन ने नकल माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए इस खेल को उजागर करने वाले पत्रकारों को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। प्रशासनिक अधिकारियों के इस कृत्य से पूरे प्रदेश के पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है।

क्लब के अध्यक्ष अशोक चतुर्वेदी ने कहा कि नकल माफिया के कारनामे की जांच कराई जाए और इसका खुलासा करने वाले पत्रकारों पर दर्ज मुकदमे को वापस लिया जाए। क्लब के पूर्व अध्यक्ष रतन दीक्षित ने कहा कि इस प्रकरण में बलिया के प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित कर उनकी भूमिका की न्यायिक जांच कराने की मांग की। साथ ही पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीड़न की घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। इस मौके पर देवेंद्र प्रताप सिंह, मोहम्मद मोइन, चंद्रशेखर द्विवेदी, सर्वेश दुबे, अनंतराम कुशवाहा, धीरेंद्र द्विवेदी समेत कई पत्रकार मौजूद रहे।

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