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अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Wed, 23 Feb 2022 12:40 AM IST
सार
सांसद रीता बहुगुणा जोशी भाजपा से बेटे मयंक के लिए टिकट मांग रही थीं। उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया कि अगर उनके बेेटे को टिकट मिलता है तो वह सांसद पद छोड़ देंगी।
लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से टिकट मांगने वाले प्रयागराज से भाजपा सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी आखिरकार सपा की चौखट पर पहुंच ही गए। चौथे चरण के मतदान की पूर्व संख्या पर उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की।
दोनों में तकरीबन घंटे भर बातचीत हुई। अखिलेश ने मुलाकात की फोटो भी मंगलवार की शाम ट्वीट की। दोनों की इस मुलाकात के तमाम सियासी मयाने भी निकाले जा रहे हैं। इस मुलाकात को ब्राह्मण वोट बैंक को सपा के पक्ष में गोलबंद करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
सांसद रीता बहुगुणा जोशी भाजपा से बेटे मयंक के लिए टिकट मांग रही थीं। उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया कि अगर उनके बेेटे को टिकट मिलता है तो वह सांसद पद छोड़ देंगी।
सांसद रीता जोशी ने बेटे के लिए लखनऊ से मांगा था टिकट
हालांकि भाजपा ने मयंक जोशी को टिकट नहीं दिया। इस वजह से पिछले कई दिनों से यही चर्चा चल रही है कि मयंक भाजपा छोड़ रहे हैं। अब मंगलवार को अखिलेश यादव से हुई मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया में आने के बाद चर्चा इसी बात की है कि मयंक सपा में जा रहे हैं।
लखनऊ में मतदान से ठीक पहले मंगलवार शाम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलाकात की फोटो ट्वीट कर कहा कि आज मयंक जोशी से शिष्टाचार भेंट हुई। बताया जा रहा है कि कैंट विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में ब्राह्मण मतदाता हैं।
इसमें ज्यादातर उत्तराखंड के हैं। सियासी जानकारों का कहना है कि सपा ने मतदान से पहले मयंक जोशी को घर बुलाकर ब्राहमण वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है। इस बारे में सांसद रीता जोशी के प्रतिनिधि अभिषेक शुक्ला का कहना है कि मयंक की शिष्टाचार मुलाकात हुई है। सांसद पहले ही स्पष्ट कर चुकी हैं कि वह भाजपा में हैं और भाजपा में ही रहेंगी।
विस्तार
लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से टिकट मांगने वाले प्रयागराज से भाजपा सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी आखिरकार सपा की चौखट पर पहुंच ही गए। चौथे चरण के मतदान की पूर्व संख्या पर उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की।
दोनों में तकरीबन घंटे भर बातचीत हुई। अखिलेश ने मुलाकात की फोटो भी मंगलवार की शाम ट्वीट की। दोनों की इस मुलाकात के तमाम सियासी मयाने भी निकाले जा रहे हैं। इस मुलाकात को ब्राह्मण वोट बैंक को सपा के पक्ष में गोलबंद करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
सांसद रीता बहुगुणा जोशी भाजपा से बेटे मयंक के लिए टिकट मांग रही थीं। उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया कि अगर उनके बेेटे को टिकट मिलता है तो वह सांसद पद छोड़ देंगी।
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