प्रश्नपत्रों में गड़बड़ियों का मामला: आगरा के जिला समन्वयक प्रशिक्षण को नोटिस, बीएसए ने तीन दिन में जवाब मांगा

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अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Mon, 28 Mar 2022 12:41 AM IST

सार

परिषदीय स्कूलों की परीक्षा में प्रश्नपत्रों में गलितयों के मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिला समन्वयक को नोटिस जारी किया है। नोटिस का जवाब तीन दिन के अंदर मांगा गया है। 

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आगरा के परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक की परीक्षाएं 24 मार्च से शुरू हुई हैं। प्रत्येक दिन की परीक्षा में प्रश्नपत्रों में गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। प्रश्नों के अंकों का विभाजन सही नहीं किया गया है, प्रश्न गलत पूछे गए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सतीश कुमार ने प्रश्नपत्र की गड़बड़ियों पर जिला समन्वयक प्रशिक्षण को नोटिस जारी किया है। तीन दिन के अंदर जवाब मांगा है। 

बीएसए ने नोटिस में कहा है कि उनकी ओर से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य की अध्यक्षता में प्रश्नपत्रों के निर्माण और वितरण की प्रक्रिया जिला समन्वयक प्रशिक्षण की देखरेख में संपन्न कराई गई। समिति की ओर से प्रश्नपत्रों का निर्माण गोपनीय तरीके से कराया गया। फर्म को प्रश्नपत्र छापने का काम दिया गया। फर्म ने प्रश्नपत्रों को छापने के बाद प्रूफ रीडिंग के लिए जिला समन्वयक प्रशिक्षण को उपलब्ध कराया, इसके बाद भी प्रश्नपत्रों में गड़बड़ियां हैं। 

बीएसए ने पूछा है कि ऐसा किन परिस्थितियों में हुआ। इसके लिए कौन जिम्मेदार है, जिससे परीक्षा सुचिता और पवित्रता पर प्रश्नचिह्न लगा है। महत्वपूर्ण कार्य के प्रति लापरवाही का दोषी मानते हुए क्यों न जिला समन्वयक प्रशिक्षण के खिलाफ कार्रवाई की जाए। 

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विस्तार

आगरा के परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक की परीक्षाएं 24 मार्च से शुरू हुई हैं। प्रत्येक दिन की परीक्षा में प्रश्नपत्रों में गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। प्रश्नों के अंकों का विभाजन सही नहीं किया गया है, प्रश्न गलत पूछे गए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सतीश कुमार ने प्रश्नपत्र की गड़बड़ियों पर जिला समन्वयक प्रशिक्षण को नोटिस जारी किया है। तीन दिन के अंदर जवाब मांगा है। 

बीएसए ने नोटिस में कहा है कि उनकी ओर से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य की अध्यक्षता में प्रश्नपत्रों के निर्माण और वितरण की प्रक्रिया जिला समन्वयक प्रशिक्षण की देखरेख में संपन्न कराई गई। समिति की ओर से प्रश्नपत्रों का निर्माण गोपनीय तरीके से कराया गया। फर्म को प्रश्नपत्र छापने का काम दिया गया। फर्म ने प्रश्नपत्रों को छापने के बाद प्रूफ रीडिंग के लिए जिला समन्वयक प्रशिक्षण को उपलब्ध कराया, इसके बाद भी प्रश्नपत्रों में गड़बड़ियां हैं। 

बीएसए ने पूछा है कि ऐसा किन परिस्थितियों में हुआ। इसके लिए कौन जिम्मेदार है, जिससे परीक्षा सुचिता और पवित्रता पर प्रश्नचिह्न लगा है। महत्वपूर्ण कार्य के प्रति लापरवाही का दोषी मानते हुए क्यों न जिला समन्वयक प्रशिक्षण के खिलाफ कार्रवाई की जाए। 

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