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पुलिस ने रात में युवती सहित कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। मुख्य रास्ते पर गन्ने के खेत से खून के छींटे इस वारदात की बर्बरता को बयां कर रहे थे। फॉरेंसिक टीम ने बताया कि सिर काटने के बाद 20 मीटर तक कातिल उसको घसीटते हुए ले गए। शायद उसके बाद बोरे में रखकर ले गए होंगे। वारदात के बाद गुस्साए लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और सिर के बिना शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। आगे विस्तार से जानें आखिर कैसे हत्यारों ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया।
रातभर परिजन विलाप करते रहे। पुलिस ने हालात देखकर रात में गांव को छावनी बना दिया। पुलिस अधिकारी रात में पीड़ित परिवार को समझाने में लगे रहे कि शव का अंतिम संस्कार कर दो। पुलिस कातिलों को गिरफ्तार कर सिर को भी बरामद कर लेगी। वहीं मेरठ में कमिश्नरी पर त्यागी समाज का नेतृत्व कर रहे मांगेराम त्यागी भी आज परिजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंचे।
दीपक के युवती से बताए प्रेम-संबंध
एसपी देहात केशव कुमार के मुताबिक दीपक का पड़ोस के एक गांव में रहने वाले दूसरे समुदाय के हेयर ड्रेसर की व्यक्ति की बेटी से प्रेम-संबंध थे। दोनों की बातचीत के साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। बताया कि यह बात दीपक के परिजनों को पता चली तो वह नाराज हो गए और बेटे का मोबाइल तक छीनकर अपने पास रख लिया था। पुलिस ने दोनों के मोबाइल की सीडीआर निकाली है। पुलिस ने युवती और उसके परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। पीड़ित परिवार ने भी युवती वाले एंगल पर पुलिस को पड़ताल करने की बात कही है।
दबंग था दीपक, मारपीट तक कर देता था
एसपी देहात ने बताया कि दीपक के खिलाफ मारपीट के दो मुकदमे भी दर्ज हैं। वह दबंग था और शराब पीने के साथ मारपीट कर देता था। माता पिता ने गुस्से में कई बार डांटकर घर से भगा दिया। उसके दबंग होने से गांव के कई लोग उससे रंजिश रखते थे। इस बिंदू पर कई लोगों से बातचीत की जा रही है।
मंत्री दिनेश खटीक और उनके कार्यकर्ताओं ने आधी रात तक गांव में डेरा डाला हुआ था। उनकी मांग थी कि हत्यारों को पुलिस पकड़े। पीड़ित परिवार के लोगों को वह आश्वासन देते रहे है कि इंसाफ मिलेगा। दीपक के सिर की तलाश में पुलिस की कांबिंग रात में जारी रही।
दीपक के पिता धीरेंद्र त्यागी शांत स्वभाव के व्यक्ति हैं। तीन बेटियां और दो पुत्र है। पुत्र में दीपक छोटा बेटा था। दो बेटियाें की शादी हो चुकी है। धीरेंद्र 65 बीघा जमीन के मालिक है और करीब 80 बीघा जमीन ठेके पर लेकर खेती करते है। धीरेंद्र अपने दोनों बेटों के साथ खेतीबाड़ी के साथ गांव में परचून की दुकान भी चलाते है। दीपक की मौत के बाद परिजनों और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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