फिल्मी अंदाज में कैदी फरार: खुद को दिखाया लाचार, व्हीलचेयर से गया शौचालय, कपड़े बदले और भाग निकला

0
19

[ad_1]

ख़बर सुनें

आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से फरार हुए कासगंज जेल के कैदी नीरू ने तैनात बंदी रक्षकों के सामने खुद को लाचार दिखाया। वह पूरे दिन बेड पर पड़ा रहता था। बेड से शौचालय जाने के लिए व्हीलचेयर का इस्तेमाल करता था। उठने और बेड पर वापस आने के लिए बंदी रक्षकों की मदद लेता था। इस कारण बंदी रक्षक भी आश्वस्त हो गए थे कि वह भाग नहीं सकता, इसी भरोसे का फायदा नीरू ने उठाया।

जिला कारागार कासगंज से छह बंदी रक्षकों को कैदी नीरू के साथ अभिरक्षा में लगाया गया था, जो दो-दो की शिफ्ट में ड्यूटी दे रहे थे। वार्ड में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि नीरू ज्यादातर समय बेड पर ही रहता था। वार्ड से शौचालय जाने के लिए व्हीलचेयर का ही इस्तेमाल करता था। पुलिसकर्मी उसे लेकर जाते थे। लेकिन रविवार को वह फिल्मी अंदाज में फरार हो गया। नीरू व्हीलचेयर से शौचालय गया। कपड़े बदले और भाग निकला। 

डॉक्टर कर रहे थे छुट्टी की तैयारी 

थाना एमएम गेट के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि नीरू का एमआरआई कराया गया था। इसमें रिपोर्ट सामान्य आई थी। इस पर उसे डॉक्टर छुट्टी देने की तैयारी कर रहे थे। रविवार हो उसे जिला जेल भेजा जाना था। सुबह सात बजे उसने शौचालय और नहाने जाने की बात कही। वह व्हीलचेयर पर वार्ड से 50 मीटर की दूरी पर शौचालय में आ गया। इसके बाद वापस नहीं गया। मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी ने शौचालय के बाहर व्हीलचेयर खाली देखकर वो ले जाने लगा। तभी बंदीरक्षकों की नजर पड़ गई। उन्होंने बंदी के बारे में पूछा। मगर, कर्मचारी कुछ नहीं बता सका। इस पर तलाश की।

थाना पुलिस ने जांच की। परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए। इसमें नजर आया कि बंदी शौचालय से नेकर और टीशर्ट में आता है। हाथ में एक पॉलीथिन लगी है। बाहर आने के बाद सीढ़ियों से नीचे चला जाता है। वह पहले बेसमेंट में जाता है। भूतल पर आकर बाहर निकल जाता है। इसके बाद कहां गया, यह पता नहीं चला।

दो दिन पहले देखे गए थे संदिग्ध

पुलिस को आशंका है कि बंदी नीरू पूरी साजिश रचकर फरार हुआ है। वह पूरे दिन बेड पर पड़ा रहता था। उठने और बेड पर वापस आने के लिए बंदी रक्षकों की मदद लेता था। यह सब उसकी साजिश का हिस्सा था। इस कारण बंदी रक्षक भी आश्वस्त हो गए थे कि वो भाग नहीं सकता, इसलिए उसे अकेले ही शौचालय जाने दिया। बताया गया है कि दो दिन पहले दो संदिग्ध भी देखे गए थे। वह वार्ड के बाहर घूमते देखे गए थे। उनका मरीज नहीं भर्ती था। एक तीमारदार का पर्स और मोबाइल भी चोरी हुआ था। अब इस सबके  बारे में पुलिस पड़ताल कर रही है। 

पहले भी फरार हो चुके हैं बंदी

आगरा में बंदी के फरार होने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी बंदी एसएन मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और दीवानी से फरार हो चुके हैं। जुलाई मेें विनय श्रोत्रिय दीवानी से फरार हो गया था। वह सिपाही को चकमा दे गया था। उसके साथी जेल जा चुके हैं। मगर, उसका अब तक पता नहीं चला है। 

कैदी और बंदी रक्षकों पर केस दर्ज

एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि कैदी की सुरक्षा में तीन शिफ्टों में कासगंज जिला कारागार के दो-दो बंदी रक्षक लगे हुए थे। इस संबंध में कैदी और कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। फरार बंदी की तलाश की जा रही है। 

यह भी पढ़ें -  Banda Suicide: खुदकुशी से पहले युवक प्रेमिका से कर रहा था बात, पिता बोले- पुल से कूदता..तो बिखर जाता शव

मोहब्बतपुरा में पुलिस ने दी दबिश

आगरा के मेडिकल कॉलेज से बंदी नीरू के भागने की सूचना के बाद कासगंज व जलेसर थाने की पुलिस ने रविवार दोपहर जलेसर थाना क्षेत्र के गांव मोहब्बतपुरा में दबिश दी। बंदी के न मिलने पर पुलिस टीम लौट आयी। नीरू जेल में निरुद्ध रहने के समय अन्य बंदियों व अधिकारियों को भी परेशान करता था। एक बार तो ब्लेड भी निगल गया था। बाद में आगरा में इलाज कराया गया था। 

शरारतें अपराध में बदलीं

मोहब्बतपुरा के लोगों के मुताबिक, नीरू बचपन से ही शरारती प्रकृति का था। बड़ा होने पर उसकी शरारतें अपराध में बदलती गईं। गांव में घरों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देने लगा। नशे का आदी भी हो गया। परिजन ने सुधारने के लिए शादी कर दी। इसके बाद भी वह नहीं सुधरा। उसकी हरकतों से परेशान होकर पिता महेश ने उससे संबंध विच्छेद की कागजी कार्रवाई भी कर दी थी। 2016 तक वह गांव में रहा। इसी साल उस पर एक महिला के साथ दुष्कर्म करने और लूटपाट करने का मुकदमा दर्ज होने के बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

फतेहगढ़ से कासगंज जेल में किया गया था शिफ्ट 

नीरू जिला कारागार फतेहगढ़ से 26 अगस्त 2021 को प्रशासनिक आधार पर ट्रांसफर करके कासगंज के जिला कारागार में भेजा गया था। 16 अगस्त को उसे कमर दर्द की शिकायत पर जिला अस्पताल भेजा गया। जहां से उसे आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। डिप्टी जेलर केके मौर्य ने बताया कि आगरा के मेडिकल कॉलेज से बंदी के फरार होने की सूचना मिली है। बंदी जलेसर और कोतवाली नगर एटा में दर्ज आपराधिक मामलों के कारण जेल में आया था। 

विस्तार

आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से फरार हुए कासगंज जेल के कैदी नीरू ने तैनात बंदी रक्षकों के सामने खुद को लाचार दिखाया। वह पूरे दिन बेड पर पड़ा रहता था। बेड से शौचालय जाने के लिए व्हीलचेयर का इस्तेमाल करता था। उठने और बेड पर वापस आने के लिए बंदी रक्षकों की मदद लेता था। इस कारण बंदी रक्षक भी आश्वस्त हो गए थे कि वह भाग नहीं सकता, इसी भरोसे का फायदा नीरू ने उठाया।

जिला कारागार कासगंज से छह बंदी रक्षकों को कैदी नीरू के साथ अभिरक्षा में लगाया गया था, जो दो-दो की शिफ्ट में ड्यूटी दे रहे थे। वार्ड में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि नीरू ज्यादातर समय बेड पर ही रहता था। वार्ड से शौचालय जाने के लिए व्हीलचेयर का ही इस्तेमाल करता था। पुलिसकर्मी उसे लेकर जाते थे। लेकिन रविवार को वह फिल्मी अंदाज में फरार हो गया। नीरू व्हीलचेयर से शौचालय गया। कपड़े बदले और भाग निकला। 

डॉक्टर कर रहे थे छुट्टी की तैयारी 

थाना एमएम गेट के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि नीरू का एमआरआई कराया गया था। इसमें रिपोर्ट सामान्य आई थी। इस पर उसे डॉक्टर छुट्टी देने की तैयारी कर रहे थे। रविवार हो उसे जिला जेल भेजा जाना था। सुबह सात बजे उसने शौचालय और नहाने जाने की बात कही। वह व्हीलचेयर पर वार्ड से 50 मीटर की दूरी पर शौचालय में आ गया। इसके बाद वापस नहीं गया। मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी ने शौचालय के बाहर व्हीलचेयर खाली देखकर वो ले जाने लगा। तभी बंदीरक्षकों की नजर पड़ गई। उन्होंने बंदी के बारे में पूछा। मगर, कर्मचारी कुछ नहीं बता सका। इस पर तलाश की।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here