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उच्च प्राथमिक विद्यालय गौरिया कला में बंद छुट्टा मवेशी। संवाद
– फोटो : UNNAO

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गंजमुरादाबाद। ग्राम गौरियाकला में किसानों ने शुक्रवार को प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसरों में दो सौ छुट्टा जानवरों को बंद कर दिया। बाद में सचिव ने जानवरों को नजदीक की गोशालाओं में भेजा। पशुओं को बंद करने वालों को चिह्नित कर उनके खिलाफ बेहटामुजावर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है।
गौरियाकला गांव में गोशाला नहीं है। गांव के आसपास बड़ी संख्या में छुट्टा जानवर घूम रहे हैं और किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं। जिस कारण कुछ किसानों ने तो खेती करना ही बंद कर दिया था। इससे आक्रोशित होकर किसानों ने शुक्रवार सुबह छुट्टा जानवरों को घेरकर गांव के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसरों में बंद कर दिया था। दोपहर को बीडीओ अभिनव सरोज और एसडीएम रामसकल मौर्य को ग्रामीणों ने सूचना दी।
इसके बाद पंचायत सचिव आशीष पटेल ने गांव पहुंचकर थाना बेहटामुजावर पुलिस के सहयोग से गोशालाओं में छुट्टा जानवरों को ले जाने की कवायद शुरू की। बीडीओ ने बताया कि गांव में पशुमेला लगता है। जो पशु बिक्री नहीं होते हैं वे पशुपालक अपने पशुओं को यहीं छोड़ कर वापस चले जाते हैं। उपजिलाधिकारी के निर्देश पर ग्राम पंचायत सचिव ने मवेशियों को छुट्टा छोड़ने वाले पशुपालकों को चिन्हित कर तहरीर बेहटामुजावर थाने में दी है।

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गंजमुरादाबाद। ग्राम गौरियाकला में किसानों ने शुक्रवार को प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसरों में दो सौ छुट्टा जानवरों को बंद कर दिया। बाद में सचिव ने जानवरों को नजदीक की गोशालाओं में भेजा। पशुओं को बंद करने वालों को चिह्नित कर उनके खिलाफ बेहटामुजावर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है।

गौरियाकला गांव में गोशाला नहीं है। गांव के आसपास बड़ी संख्या में छुट्टा जानवर घूम रहे हैं और किसानों की फसलें बर्बाद कर रहे हैं। जिस कारण कुछ किसानों ने तो खेती करना ही बंद कर दिया था। इससे आक्रोशित होकर किसानों ने शुक्रवार सुबह छुट्टा जानवरों को घेरकर गांव के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसरों में बंद कर दिया था। दोपहर को बीडीओ अभिनव सरोज और एसडीएम रामसकल मौर्य को ग्रामीणों ने सूचना दी।

इसके बाद पंचायत सचिव आशीष पटेल ने गांव पहुंचकर थाना बेहटामुजावर पुलिस के सहयोग से गोशालाओं में छुट्टा जानवरों को ले जाने की कवायद शुरू की। बीडीओ ने बताया कि गांव में पशुमेला लगता है। जो पशु बिक्री नहीं होते हैं वे पशुपालक अपने पशुओं को यहीं छोड़ कर वापस चले जाते हैं। उपजिलाधिकारी के निर्देश पर ग्राम पंचायत सचिव ने मवेशियों को छुट्टा छोड़ने वाले पशुपालकों को चिन्हित कर तहरीर बेहटामुजावर थाने में दी है।

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