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गोलघर के इंद्राबाल विहार से रात में कूड़ा उठा रहे नगर निगम कर्मचारी।
– फोटो : अमर उजाला।
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गोरखपुर शहर के गोलघर में सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए नगर निगम की नई व्यवस्था के पहले दिन मंगलवार को दुकानदार और व्यापारी सजग नजर आए। बाजार साफ-सुथरा रहे और जुर्माना न भरना पड़े, इसके लिए सभी ने कूड़ा डस्टविन में रखा और नगर निगम की गाड़ी आने पर उसमें डाला। व्यापारियों ने नगर निगम की इस व्यवस्था की तारीफ की, साथ ही कूड़ा उठाने के समय में बदलाव की मांग की।
उनका कहना है कि नगर निगम ने सुबह 10 और शाम सात बजे कूड़ा उठाने की व्यवस्था बनाई है। जबकि लगभग सभी प्रतिष्ठान सुबह दस बजे के बाद ही खुलने शुरू होते हैं। साफ-सफाई के बाद कूड़ा एकत्र होता है। ऐसे में कूड़ा गाड़ी बाजार खुलने के बाद आनी चाहिए। इसी तरह रात में दुकानें बंद होने का समय हो तब कूड़ा उठायाा जाए। इससे साफ-सफाई रखने में आसानी होगी।
सोमवार को सहायक नगर आयुक्त ने गोलघर में दुकानदारों से संपर्क कर अपील की थी कि प्रतिष्ठान से निकलने वाला कूड़ा हर हाल में गाड़ी आने पर उसमें डालें। रोजाना सुबह 10 और शाम सात बजे दुकानों के सामने पहुंचकर गाड़ी कूड़ा उठाएगी। इसके लिए दुकान के आकार के आधार पर यूजर चार्ज 750 से 1500 रुपये तय किया गया है। इसके बाद यदि किसी ने गंदगी फैलाई तो जुर्माना काटकर उससे 500 से 750 रुपये वसूले जाएंगे। मंगलवार से गोलघर में कूड़ा उठाने की नई व्यवस्था लागू हो गई। हालांकि पहले दिन शाम की पाली में सफाई कर्मचारी शाम सात बजे की जगह 50 मिनट की देरी से 7.50 बजे गाड़ी लेकर पहुंचे।
चालक रंजीत गौड़ गाड़ी लेकर आए। वीर बहादुर सिंह की प्रतिमा के पीछे खड़ी की। गाड़ी पर सवार अनुराग और धीरज उतरे। सुपरवाइजर संदीप भी आ गए। इसके बाद कर्मचारियों ने इंदिरा बाल विहार की दुकानों के सामने से कूड़ा उठाना शुरू किया। एक-एक करके सभी दुकानों के सामने से कूड़ा उठाकर गाड़ी में रखा। आधे घंटे के भीतर ही कचरा बटोरकर गाड़ी कचहरी चौराहे की चली गई। इस दौरान सबसे सतर्क ठेले-खोमचे वाले नजर आए।
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