बांस बल्लियों पर झूल रही %बिजली’

0
23

[ad_1]

ख़बर सुनें

उन्नाव। शहर के कई मोहल्लों में बांस-बल्लियों पर विद्युत लाइन दौड़ रही है। इसके कारण हादसों का डर बना हुआ है। रामपुरी, बंधूहार, चौड़ा रोड, शिवनगर, हनुमान नगर आदि मोहल्लों के लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी विभाग सुनवाई नहीं कर रहा। पोल का पैसा तो ले लिया लेकिन फिर भूल गया।
गांवों की बात छोड़िए शहर में ही लोग बल्लियों के सहारे तार खींचकर बिजली जला रहे हैं। कई किलोमीटर दूर से आए तार अक्सर टूटते रहते हैं। जानकारों की माने तो बिजली विभाग में घरेलू कनेक्शन देने में 40 मीटर की दूरी का नियम है। इसके ऊपर यदि कनेक्शन लेना है तो उपभोक्ताओं को अतिरिक्त पोल का पैसा जमा करना होगा।
शहर के रामपुरी, बंधूहार, चौड़ा रोड, शिवनगर, हनुमान नगर आदि मोहल्लों में अधिकारियों ने विद्युत पोल से 100 मीटर दूर स्थित घरों को भी नियम विरुद्ध कनेक्शन दे रखा है। अधिकारियों ने अतिरिक्त पैसा लेने के बाद कनेक्शन तो दे दिया लेकिन पोल की व्यवस्था नहीं कराई। जिसके कारण बांस-बल्लियों के सहारे लंबी दूरी से तार खींचकर घरों तक ले गए हैं। बारिश के दौरान तार टूटने से करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है। यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों का भी है। गंजमुरादाबाद, मियागंज, फतेहपुर चौरासी, चकलवंशी आदि क्षेत्रों में भी जर्जर तार हादसे को दावत दे रहे हैं।
अक्सर होते हैं हादसे
जुराखनखेड़ा के ओमेंद्र प्रताप लोधी ने बताया कि लोकनगर, हनुमान नगर, जिंदा तालाब नई बस्ती तो राम भरोसे हैं। यहां झूलते तारों से अक्सर हादसे होते रहते हैं। पूर्व में जिंदा ताल नटवा बाबा के पास क्षेत्र के मनोज यादव तारों से चिपक गए थे। किसी तरह से उन्हें छुड़ाया जा सका था। चौधरी खजान सिंह डिग्री कॉलेज के आगे नाले वाली रोड पर गेंदालाल का बेटा चिपक गया था। उसे मोहल्ले के लोगों ने छुड़ाकर अस्पताल में भर्ती कराया था।
परशुराम राजपूत का कहना है कि झूलते बिजली के तारों से बारिश के दौरान काफी खतरा बढ़ जाता है। क्षेत्र में जमीन तक बिजली के तार लटके हैं। लोगों ने मजबूरी में बांस बल्लियों से दूर से लाइन खींच रखी है।
बांस बल्लियों को हटाने के लिए बिजनेस प्लान स्कीम में पोल लगाने का प्रस्ताव तैयार कराया गया है। वहीं जहां पर 40 मीटर से ज्यादा दूरी वाले घरों को बिजली कनेक्शन दिए गए हैं, वहां के मामले की जांच कराएंगे। – हेमेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता।
पूर्व में हुए हादसे
-औरास के गांगन गांव निवासी पिता-पुत्र की करंट लगने से हुई थी मौत।
– माखी क्षेत्र के रऊ गांव में बच्चे की जर्जर तार में उतरे करंट से हुई थी मौत।
-मियागंज के हैदराबाद में किसान खेत में टूटकर गिरे तार की चपेट में आकर झुलसा था।

यह भी पढ़ें -  नाले के मेनहोल में गिरा किशोर और छात्र, मचा हो-हल्ला

उन्नाव। शहर के कई मोहल्लों में बांस-बल्लियों पर विद्युत लाइन दौड़ रही है। इसके कारण हादसों का डर बना हुआ है। रामपुरी, बंधूहार, चौड़ा रोड, शिवनगर, हनुमान नगर आदि मोहल्लों के लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी विभाग सुनवाई नहीं कर रहा। पोल का पैसा तो ले लिया लेकिन फिर भूल गया।

गांवों की बात छोड़िए शहर में ही लोग बल्लियों के सहारे तार खींचकर बिजली जला रहे हैं। कई किलोमीटर दूर से आए तार अक्सर टूटते रहते हैं। जानकारों की माने तो बिजली विभाग में घरेलू कनेक्शन देने में 40 मीटर की दूरी का नियम है। इसके ऊपर यदि कनेक्शन लेना है तो उपभोक्ताओं को अतिरिक्त पोल का पैसा जमा करना होगा।

शहर के रामपुरी, बंधूहार, चौड़ा रोड, शिवनगर, हनुमान नगर आदि मोहल्लों में अधिकारियों ने विद्युत पोल से 100 मीटर दूर स्थित घरों को भी नियम विरुद्ध कनेक्शन दे रखा है। अधिकारियों ने अतिरिक्त पैसा लेने के बाद कनेक्शन तो दे दिया लेकिन पोल की व्यवस्था नहीं कराई। जिसके कारण बांस-बल्लियों के सहारे लंबी दूरी से तार खींचकर घरों तक ले गए हैं। बारिश के दौरान तार टूटने से करंट लगने का खतरा बढ़ जाता है। यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों का भी है। गंजमुरादाबाद, मियागंज, फतेहपुर चौरासी, चकलवंशी आदि क्षेत्रों में भी जर्जर तार हादसे को दावत दे रहे हैं।

अक्सर होते हैं हादसे

जुराखनखेड़ा के ओमेंद्र प्रताप लोधी ने बताया कि लोकनगर, हनुमान नगर, जिंदा तालाब नई बस्ती तो राम भरोसे हैं। यहां झूलते तारों से अक्सर हादसे होते रहते हैं। पूर्व में जिंदा ताल नटवा बाबा के पास क्षेत्र के मनोज यादव तारों से चिपक गए थे। किसी तरह से उन्हें छुड़ाया जा सका था। चौधरी खजान सिंह डिग्री कॉलेज के आगे नाले वाली रोड पर गेंदालाल का बेटा चिपक गया था। उसे मोहल्ले के लोगों ने छुड़ाकर अस्पताल में भर्ती कराया था।

परशुराम राजपूत का कहना है कि झूलते बिजली के तारों से बारिश के दौरान काफी खतरा बढ़ जाता है। क्षेत्र में जमीन तक बिजली के तार लटके हैं। लोगों ने मजबूरी में बांस बल्लियों से दूर से लाइन खींच रखी है।

बांस बल्लियों को हटाने के लिए बिजनेस प्लान स्कीम में पोल लगाने का प्रस्ताव तैयार कराया गया है। वहीं जहां पर 40 मीटर से ज्यादा दूरी वाले घरों को बिजली कनेक्शन दिए गए हैं, वहां के मामले की जांच कराएंगे। – हेमेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता।

पूर्व में हुए हादसे

-औरास के गांगन गांव निवासी पिता-पुत्र की करंट लगने से हुई थी मौत।

– माखी क्षेत्र के रऊ गांव में बच्चे की जर्जर तार में उतरे करंट से हुई थी मौत।

-मियागंज के हैदराबाद में किसान खेत में टूटकर गिरे तार की चपेट में आकर झुलसा था।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here