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उन्नाव। बारिश थमने के बाद 20 सितंबर से खस्ताहाल सड़कों के निर्माण की बात कहने वाले विभाग के रास्ते में फिर जाता हुआ मानसून बाधा बन गया। तीन दिन हुई बारिश मार्गों की सूरत और बिगाड़ गई। ऐसे में लोगों को अभी हिचकोले खाते सफर करना पड़ेगा।
पुरवा तहसील क्षेत्र के चमियानी से किशुनखेड़ा मार्ग का डामर पानी में बह गया। हाल ये है कि लोग आए दिन चुटहिल हो रहे हैं। दीपक कुमार, उमेश, विमल द्विवेदी, रामबाबू व संजय ने बताया छह साल में सिर्फ एक बार रोड की पैचिंग कराई गई।
अब गिट्टियां बाहर निकल आई हैं। बारिश के दिनों में सड़क तालाब बन जाती है। एसडीएम अजीत जायसवाल ने कहा कि जर्जर सड़क की मरम्मत को लेकर लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजेंगे।
वहीं बिछिया विकासखंड का पर्डी मार्ग भी लोगों को दर्द दे रहा है। 16 किमी लंबे इस मार्ग पर हर दस कदम पर गहरा गड्ढा है। बारिश के दौरान गड्ढों में पानी भर गया है। इसके कारण आवागमन खतरनाक साबित हो रहा है। वाहनों के टायर भी फट रहे हैं। आरईएस एक्सईएन एसके जैन का कहना है कि पहले ये रोड पीडब्ल्यूडी के पास थी। अब पीएमजीएसवाई के अंतर्गत आ गई है। बारिश खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है।
असोहा ब्लॉक क्षेत्र के अभूसा, धौरहरा, भादिन और तल्हौरी पंचायतों को जोड़ने वाले चार किमी लंबे अभूसा-भादिन मार्ग की हालत बहुत ज्यादा खराब है। सड़क में डामर का नामोनिशान तक नहीं है। यहां से 20 हजार लोग आवागमन करते हैं। दिनेश, गया प्रसाद, पप्पू बाजपेयी, शिव प्रसाद, रुद्र बाजपेयी, अभिषेक आदि का कहना है कि वर्ष 2012-13 में त्वरित आर्थिक योजना के तहत प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग ने निर्माण कराया था। मार्ग निर्माण के दौरान मानकों को दरकिनार किया गया।
पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन हरदयाल अहिरवार ने बताया कि बारिश समाप्त होने के बाद मरम्मत और नवनिर्माण कराया जाएगा।
सड़क पर हुए गड्ढे पर रखवाईं बोरियां
औरास। संडीला चकलवंशी मार्ग पर सुभानखेड़ा गांव के सामने बरसात से धंसी सड़क पर लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने बोरियां रखकर हादसे रोकने की कवायद की है। शुक्रवार को बाइक से कस्बा औरास जा रहे सुभानखेड़ा गांव निवासी अवधेश सिंह गड्ढे के पास सामने से वाहन आ जाने पर गिरकर चुटहिल हो गए। लोगों ने अधिकारियों से गड्ढे भरने की मांग की है। (संवाद)
उन्नाव। बारिश थमने के बाद 20 सितंबर से खस्ताहाल सड़कों के निर्माण की बात कहने वाले विभाग के रास्ते में फिर जाता हुआ मानसून बाधा बन गया। तीन दिन हुई बारिश मार्गों की सूरत और बिगाड़ गई। ऐसे में लोगों को अभी हिचकोले खाते सफर करना पड़ेगा।
पुरवा तहसील क्षेत्र के चमियानी से किशुनखेड़ा मार्ग का डामर पानी में बह गया। हाल ये है कि लोग आए दिन चुटहिल हो रहे हैं। दीपक कुमार, उमेश, विमल द्विवेदी, रामबाबू व संजय ने बताया छह साल में सिर्फ एक बार रोड की पैचिंग कराई गई।
अब गिट्टियां बाहर निकल आई हैं। बारिश के दिनों में सड़क तालाब बन जाती है। एसडीएम अजीत जायसवाल ने कहा कि जर्जर सड़क की मरम्मत को लेकर लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजेंगे।
वहीं बिछिया विकासखंड का पर्डी मार्ग भी लोगों को दर्द दे रहा है। 16 किमी लंबे इस मार्ग पर हर दस कदम पर गहरा गड्ढा है। बारिश के दौरान गड्ढों में पानी भर गया है। इसके कारण आवागमन खतरनाक साबित हो रहा है। वाहनों के टायर भी फट रहे हैं। आरईएस एक्सईएन एसके जैन का कहना है कि पहले ये रोड पीडब्ल्यूडी के पास थी। अब पीएमजीएसवाई के अंतर्गत आ गई है। बारिश खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है।
असोहा ब्लॉक क्षेत्र के अभूसा, धौरहरा, भादिन और तल्हौरी पंचायतों को जोड़ने वाले चार किमी लंबे अभूसा-भादिन मार्ग की हालत बहुत ज्यादा खराब है। सड़क में डामर का नामोनिशान तक नहीं है। यहां से 20 हजार लोग आवागमन करते हैं। दिनेश, गया प्रसाद, पप्पू बाजपेयी, शिव प्रसाद, रुद्र बाजपेयी, अभिषेक आदि का कहना है कि वर्ष 2012-13 में त्वरित आर्थिक योजना के तहत प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग ने निर्माण कराया था। मार्ग निर्माण के दौरान मानकों को दरकिनार किया गया।
पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन हरदयाल अहिरवार ने बताया कि बारिश समाप्त होने के बाद मरम्मत और नवनिर्माण कराया जाएगा।
सड़क पर हुए गड्ढे पर रखवाईं बोरियां
औरास। संडीला चकलवंशी मार्ग पर सुभानखेड़ा गांव के सामने बरसात से धंसी सड़क पर लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने बोरियां रखकर हादसे रोकने की कवायद की है। शुक्रवार को बाइक से कस्बा औरास जा रहे सुभानखेड़ा गांव निवासी अवधेश सिंह गड्ढे के पास सामने से वाहन आ जाने पर गिरकर चुटहिल हो गए। लोगों ने अधिकारियों से गड्ढे भरने की मांग की है। (संवाद)
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