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उन्नाव। एक बार फिर किसानों पर आफत की ओलावृष्टि हुई। गुरुवार शाम बीघापुर और सदर तहसील के कई क्षेत्रों में ओले गिरे। इससे सरसों की तैयार खड़ी फसल को नुकसान का खतरा बढ़ गया है। वहीं बारिश से जगह-जगह जलभराव से लोगों को आवागमन में मुश्किलें आईं।
गुरुवार को पूरे दिन हवाओं की रफ्तार तेज रही। तेज हवाओं से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को जहां अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस था, गुरुवार को घटकर 21 डिग्री पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी 10 से घटकर नौ हो गया।
शाम पांच बजे के करीब अचानक मौसम बदला और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। इसके साथ ही ओले गिरने लगे। इससे बचने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। उधर, बीघापुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा ओलावृष्टि हुई। सड़कों पर ओले बिछ गए। ग्रामीण क्षेत्रों में इससे सबसे ज्यादा नुकसान सरसों की फसल को हुआ है।
जिला कृषि अधिकारी कुलदीप मिश्रा ने अभी इसी प्रकार का मौसम बना रहने की संभावना जताई है। बताया कि जहां पर ओलावृष्टि हुई है, वहां पर फसल नुकसान का सर्वे कराया जाएगा। इसके बाद जो फसल बीमा से बीमित हैं उनको मुआवजा दिलाया जाएगा।
इंसेट-1
बारिश से गलियों में भरा पानी
गुरुवार शाम को हुई एक घंटे की तेज बारिश से गांधीनगर, ईदगाह, इंद्रानगर, डीएसएन कालेज रोड, आदर्श नगर, हिरन नगर, पीडीनगर, कृष्णानगर, शिवनगर, सिविल लाइन, कब्बाखेड़ा, मौहारीबाग, कल्याणी सहित अधिकांश मोहल्लों में भीषण जलभराव हो गया है। शहर के बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा, एबीनगर, धवनरोड, सिविल लाइन, डीएम आवास व पुलिस कप्तान आफिस और सदर चौकी के बाहर भी काफी पानी भर गया।
इंसेट-2
बारिश ने उड़ाई बिजली
तेज बारिश से कई विद्युत लाइन ब्रेकडाउन में चली गई। जिससे आवास विकास, किला, तालिबसराय, एबीनगर, पीडीनगर, मोतीनगर, बाबूगंज आदि मोहल्लों में बिजली संकट रहा। ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति ज्यादा खराब रही। गंजमुरादाबाद में तेज हवा के कारण सुबह 10 बजे बिजली कट गई। शाम को हवा कम होने के बाद जैसे ही विद्युत आपूर्ति बहाल की गई वैसे ही बारिश शुरू हो गई। जिससे बिजली फिर गुल हो गई।
उन्नाव। एक बार फिर किसानों पर आफत की ओलावृष्टि हुई। गुरुवार शाम बीघापुर और सदर तहसील के कई क्षेत्रों में ओले गिरे। इससे सरसों की तैयार खड़ी फसल को नुकसान का खतरा बढ़ गया है। वहीं बारिश से जगह-जगह जलभराव से लोगों को आवागमन में मुश्किलें आईं।
गुरुवार को पूरे दिन हवाओं की रफ्तार तेज रही। तेज हवाओं से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को जहां अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस था, गुरुवार को घटकर 21 डिग्री पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान भी 10 से घटकर नौ हो गया।
शाम पांच बजे के करीब अचानक मौसम बदला और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई। इसके साथ ही ओले गिरने लगे। इससे बचने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे। उधर, बीघापुर क्षेत्र में सबसे ज्यादा ओलावृष्टि हुई। सड़कों पर ओले बिछ गए। ग्रामीण क्षेत्रों में इससे सबसे ज्यादा नुकसान सरसों की फसल को हुआ है।
जिला कृषि अधिकारी कुलदीप मिश्रा ने अभी इसी प्रकार का मौसम बना रहने की संभावना जताई है। बताया कि जहां पर ओलावृष्टि हुई है, वहां पर फसल नुकसान का सर्वे कराया जाएगा। इसके बाद जो फसल बीमा से बीमित हैं उनको मुआवजा दिलाया जाएगा।
इंसेट-1
बारिश से गलियों में भरा पानी
गुरुवार शाम को हुई एक घंटे की तेज बारिश से गांधीनगर, ईदगाह, इंद्रानगर, डीएसएन कालेज रोड, आदर्श नगर, हिरन नगर, पीडीनगर, कृष्णानगर, शिवनगर, सिविल लाइन, कब्बाखेड़ा, मौहारीबाग, कल्याणी सहित अधिकांश मोहल्लों में भीषण जलभराव हो गया है। शहर के बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा, एबीनगर, धवनरोड, सिविल लाइन, डीएम आवास व पुलिस कप्तान आफिस और सदर चौकी के बाहर भी काफी पानी भर गया।
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बारिश ने उड़ाई बिजली
तेज बारिश से कई विद्युत लाइन ब्रेकडाउन में चली गई। जिससे आवास विकास, किला, तालिबसराय, एबीनगर, पीडीनगर, मोतीनगर, बाबूगंज आदि मोहल्लों में बिजली संकट रहा। ग्रामीण इलाकों में बिजली की आपूर्ति ज्यादा खराब रही। गंजमुरादाबाद में तेज हवा के कारण सुबह 10 बजे बिजली कट गई। शाम को हवा कम होने के बाद जैसे ही विद्युत आपूर्ति बहाल की गई वैसे ही बारिश शुरू हो गई। जिससे बिजली फिर गुल हो गई।
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