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डीएम ने बी
उन्नाव। परिषदीय स्कूलों में लक्ष्य के सापेक्ष नामांकन न कराने व कन्या सुमंगला फार्मों के सत्यापन में लापरवाही पर डीएम ने बीएसए व सभी 16 बीईओ का अप्रैल महीने का वेतन रोक दिया है। उन्होंने पांच मई तक लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
परिषदीय स्कूलों में नामांकन संख्या बढ़ाने के लिए जिले को इस बार 58692 नए नामांकन का लक्ष्य मिला है। इस लक्ष्य को 30 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाना था। बीएसए स्तर से इसके प्रयास भी किए गए, लेकिन कई ब्लॉकों के बीईओ की लापरवाही से लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। अब तक सिर्फ 32 हजार ही नए नामांकन हो पाए हैं। साथ ही ब्लॉक स्तर पर कन्या सुमंगला योजना के तहत भी 39 फार्मों का सत्यापन न होने पर नाराजगी जताई है। नामांकन व कन्या सुमंगला के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए डीएम ने पांच मई तक का समय दिया है। बीएसए संजय तिवारी ने बताया कि सभी बीईओ को निर्देश दिए गए हैं वह हर हाल में निर्धारित तिथि तक लक्ष्य को पूरा करें। अन्यथा आगे की कार्रवाई के लिए वह खुद जिम्मेदार होंगे।
डीएम ने बी
उन्नाव। परिषदीय स्कूलों में लक्ष्य के सापेक्ष नामांकन न कराने व कन्या सुमंगला फार्मों के सत्यापन में लापरवाही पर डीएम ने बीएसए व सभी 16 बीईओ का अप्रैल महीने का वेतन रोक दिया है। उन्होंने पांच मई तक लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
परिषदीय स्कूलों में नामांकन संख्या बढ़ाने के लिए जिले को इस बार 58692 नए नामांकन का लक्ष्य मिला है। इस लक्ष्य को 30 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाना था। बीएसए स्तर से इसके प्रयास भी किए गए, लेकिन कई ब्लॉकों के बीईओ की लापरवाही से लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। अब तक सिर्फ 32 हजार ही नए नामांकन हो पाए हैं। साथ ही ब्लॉक स्तर पर कन्या सुमंगला योजना के तहत भी 39 फार्मों का सत्यापन न होने पर नाराजगी जताई है। नामांकन व कन्या सुमंगला के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए डीएम ने पांच मई तक का समय दिया है। बीएसए संजय तिवारी ने बताया कि सभी बीईओ को निर्देश दिए गए हैं वह हर हाल में निर्धारित तिथि तक लक्ष्य को पूरा करें। अन्यथा आगे की कार्रवाई के लिए वह खुद जिम्मेदार होंगे।
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