मेरठ के रोहटा थानाक्षेत्र में थाने से चंद कदम की दूरी पर बारूद के ढेर पर दर्जनों जिंदगी लगातार काम कर रही थीं, लेकिन पुलिस को इसकी जरा भी भनक नहीं थी। शुक्रवार दोपहर जैसे ही फैक्टरी में धमाका हुआ तो फैक्टरी के भीतर पटाखों में बारूद भरने का काम करे मजदूरों में अफरा-तफरी मच गई। मजदूरों में कई महिलाएं भी शामिल थीं जो आठ फुट ऊंची दीवार कूदकर जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर भागीं।
फैक्टरी में जहां एक तरफ एक के बाद एक धमाके हो रहे थे, वहीं भीतर फंसे रहे गए एक मजदूर की मौत हो गई। सूचना पर थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गईं। तकरीबन आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। वहीं हादसे में कई मजदूर घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आगे जानें कैसे आग लगते ही इलाके में दहशत फैल गई।
मेरठ के रोहटा थानाक्षेत्र में शुक्रवार दोपहर को एक पटाखा फैक्टरी में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। फैक्टरी में अचानक हुए धमाकों से पूरा इलाका दहल गया। एक तरफ फैक्टरी के भीतर एक के बाद एक धमाके हो रहे थे। वहीं दूसरी और अंदर काम कर रहे मजदूर मदद के लिए चीख रहे थे। मुख्य गेट की तरफ आग लगी होने के कारण मजदूर निकल नहीं पा रहे थे। न ही बाहर से कोई अंदर जा रहा था। आसपास के लोगों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी।
मजदूरों ने फैक्टरी मालिक को आग लगने की सूचना दी तो उसने तुरंत मजदूरों को वहां से निकलने के लिए कहा। वहीं चीख-पुकार के बीच कई मजरि महिलाएं फैक्टरी की आठ फुट ऊंची दीवार कूदकर जैसे-तैसे जान बचाकर भागीं। इसमें कई महिलाएं झुलस गईं तो कई घायल भी हो गईं। वहीं बताया गया कि एक निजी चैनल का पत्रकार इस घटना को अपने मोबाइल में कैद करने लगा तो फैक्टरी मालिक के कहने पर मजदूर महिलाओं ने उसका मोबाइल तोड़ डाला।
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने घायल मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया वहीं राहत बचाव कार्य में जुटी। फायर ब्रिगेड की टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं जब पुलिस ने अंदर पहुंचकर देखा तो एक मजूदर का जला हुआ शव मिला। हालांकि उसकी अभी पहचान नहीं हो सकी है।
बता दें कि मेरठ में पटाखा फैक्टरी में आग लगने का यह पहला मामला नहीं है, बल्कि पहले भी पटाखा फैक्टरी में आग लगने की घटनाएं होती रहीं हैं। हाल ही में लिसाड़ी गेट थानाक्षेत्र में भी एक घर में पटाखों में विस्फोट हो गया था। इससे कई मकान धराशायी हो गए थे। लेकिन पुलिस हर बार ऐसे हादसों से पल्ला झाड़ लेती है।