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आगरा के सांसद केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने कहा कि धरती पुत्र के घर ट्विटर पुत्र पैदा हो गया। कबीलाई संस्कृति लोकतंत्र विरोधी है। कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है। जो कानून हाथ में लेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। संविधान का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है।
मंगलवार को मैनपुरी के भोगांव रोड स्थित भाजपा कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि धरती पुत्र के घर में ट्विटर पुत्र पैदा हो गया है, जिसका जमीनी हकीकत से कोई वास्ता नहीं है। भाजपा ने जनता की मदद से उपचुनाव में सपा की राजधानियों को ढहा दिया है।
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
बघेल ने कहा कि कांग्रेस सहित कुछ राजनीतिक दल आतंक और आतंकवादियों के समर्थन में बयानबाजी करते हैं, जो उचित नहीं है। सभी को संविधान और कानून का पालन करते हुए बयान देने चाहिए। लोकतंत्र में अपनी बात कानून के दायरे में रखी जाती है। जिसने अपराध किया है, उसके खिलाफ रिपोर्ट कराई जानी चाहिए।
कानून तोड़ने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
उन्होंने कहा कि कानून हाथ में लेकर कबीलाई संस्कृति अपनाना किसी भी कीमत पर उचित नहीं है। जो लोग संविधान और कानून को तोड़ने का काम कर रहे हैं, वह देश विरोधी मानसिकता अपना रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कानून के दायरे में सख्त कार्रवाई होगी।
प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने कहा कि किसी के द्वारा भी ऐसा बयान नहीं दिया जाना चाहिए, जो संविधान की मंशा के विपरीत हो। भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार अच्छा काम कर रही है। सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के हर वर्ग को बिना भेदभाव के मिल रहा है।
विस्तार
आगरा के सांसद केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने कहा कि धरती पुत्र के घर ट्विटर पुत्र पैदा हो गया। कबीलाई संस्कृति लोकतंत्र विरोधी है। कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है। जो कानून हाथ में लेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। संविधान का पालन करना सभी की जिम्मेदारी है।
मंगलवार को मैनपुरी के भोगांव रोड स्थित भाजपा कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि धरती पुत्र के घर में ट्विटर पुत्र पैदा हो गया है, जिसका जमीनी हकीकत से कोई वास्ता नहीं है। भाजपा ने जनता की मदद से उपचुनाव में सपा की राजधानियों को ढहा दिया है।
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
बघेल ने कहा कि कांग्रेस सहित कुछ राजनीतिक दल आतंक और आतंकवादियों के समर्थन में बयानबाजी करते हैं, जो उचित नहीं है। सभी को संविधान और कानून का पालन करते हुए बयान देने चाहिए। लोकतंत्र में अपनी बात कानून के दायरे में रखी जाती है। जिसने अपराध किया है, उसके खिलाफ रिपोर्ट कराई जानी चाहिए।
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