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बांदा में जिला पंचायत सदस्य भाजपा नेत्री श्वेता सिंह गौर का शव बुधवार की देर शाम पोस्टमार्टम के बाद इंदिरा नगर स्थित ससुराल लाया गया। यहां मायके और ससुराल दोनों ही पक्ष के लोग थे। रातभर चली खींचतान और गरमा-गरमी के बाद गुरुवार की सुबह अंतिम संस्कार की तैयारी होने लगी तो श्वेता के पिता और भाइयों ने अंतिम संस्कार करने से रुकवा दिया। उनका कहना था कि पहले आरोपियों की गिरफ्तारी हो तभी वह अंतिम संस्कार करने देंगे। इसे लेकर माहौल काफी गरमाया रहा। हाथापाई तक की नौबत आ गई। कुछ ही देर बाद बांदा सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी, जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष जगराम सिंह चौहान, बसपा नेता व पूर्व डीडीसी जयराम सिंह और पुलिस क्षेत्राधिकारी राकेश कुमार सिंह आदि पहुंच गए। मायके और ससुराल पक्ष वालों को शांत कर बंद कमरे में एक साथ बातचीत कराई। इस बीच मीडिया व अन्य लोगों को दूर रखा गया।
पंचायत में श्वेता के मायके वालों ने सवाल उठाया कि पति दीपक दूसरी शादी कर लेगा, तब श्वेता से हुई तीन बेटियों के भविष्य का क्या होगा? इसके अलावा मायके वालों ने श्वेता के साथ होते रहे जुल्म को बार-बार बयां किया। कई बार दोनों पक्षों में नोकझोंक भी हुई। विधायक और भाजपा नेताओं ने उन्हें शांत किया।
अंतत: लगभग पौन घंटे तक बातचीत के बाद श्वेता के ससुर राजबहादुर सिंह ने भरोसा दिया कि दीपक की संपत्ति का आधा हिस्सा तीनों बेटियों के नाम लिख दिया जाएगा। इसके साथ ही दीपक के बड़े भाई भी बेटियों की मदद करेंगे। इन सभी ने बेटियों के प्रति भरपूर हमदर्दी जताई।
इसी के बाद श्वेता के मायके वाले अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। शव को दिन में करीब 11 बजे एंबुलेंस में हरदौली घाट मुक्तिधाम ले जाया गया। वहां अंतिम संस्कार हुआ। राज्यमंत्री और क्षेत्रीय विधायक रामकेश निषाद सहित जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय सिंह, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष गुप्ता, नगर पालिका अध्यक्ष मोहन साहू, बीके सिंह (बड़े भइया), पूर्व चेयरमैन राजकुमार राज, ब्लॉक प्रमुख स्वर्ण सिंह सोनू आदि उपस्थित रहे।
बेटियों को मिलेगी पापा की आधी संपत्ति
मां के हाथों हंसते-खेलते खुशहाल जिंदगी बसर कर रहीं तीनों बेटियों को पापा की संपत्ति में आधा हिस्सा मिलेगा। फिलहाल तीनों बेटियां यहां इंदिरा नगर स्थित ददिहाल में रहकर ननिहाल के हाथों परवरिश पाएंगी। गुरुवार को यहां अंतिम संस्कार के पहले हुई मायके और ससुराल पक्षों के बीच पंचायत में यही फैसला हुआ। श्वेता के ससुर रिटायर्ड डीआईजी राजबहादुर सिंह ने सभी के सामने भरोसा दिया कि दीपक की जो भी संपत्ति है उसमें आधा हिस्सा बेटियों के नाम किया जाएगा।
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