मथुरा के थाना हाईवे क्षेत्र में भीम सिंह और उनकी पत्नी भारती की हत्या से पहले दोनों को बेहोश किया गया था। इसके बाद भीम सिंह का रस्सी से गला घोंटा गया और भारती को मुंह दबाकर मार डाला गया। शनिवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी हत्या के बाद शवों को फ्लैट में बंद कर भाग गया। पांच दिन बाद दोबारा आकर फ्लैट में ही शवों को जला दिया। धुआं निकलने पर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी, तब हत्याकांड का खुलासा हुआ।
19 मार्च को सौंख कस्बा निवासी भीम सिंह (45) और भारती (39) को राजस्थान के तालफरा निवासी पवन कुंतल घर से ले गया था। शुक्रवार को दोनों के जले हुए शव थाना हाईवे की कर्मयोगी कॉलोनी में एक फौजी के डुप्लेक्स फ्लैट में मिले थे। पवन ने फौजी का मकान किराए पर ले रखा था।
एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने बताया कि आरोपी पवन ने दंपती को पानी में नशीली गोलियां मिलाकर पिलाया। बेहोश होने का इंतजार करता रहा। दंपती के बेहोश होने पर भीम सिंह की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी और भारती का मुंह तकिया से दबा दिया था। वारदात के बाद रात में ही आरोपी राजस्थान के भरतपुर स्थित अपने गांव तालफरा चला गया, लेकिन यहां आकर फ्लैट पर निगाह बनाए रहा। फ्लैट से बदबू आने की भनक लगते ही हत्या आरोपी ने शुक्रवार को 200 रुपये का डीजल लाकर दंपती की पहचान मिटाने के लिए आग लगा दी। पुलिस ने हत्यारोपी पवन को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस रविवार को दोहरे हत्याकांड का खुलासा कर सकती है।
थाना मगोर्रा में हत्या में दर्ज हुआ मुकदमा
थाना मगोर्रा में मृतक के बड़े भाई ने दंपती की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इस गुमशुदगी को अब हत्या में परिवर्तित कर दिया गया है। सीओ गोवर्धन गौरव त्रिपाठी ने बताया कि मृतक के बड़े भाई हरिराम ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। अब उसे हत्या में परिवर्तित कर दिया गया है।
हत्या करने की वजह 50 लाख रुपये
दंपती की हत्या के पीछे करीब 50 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आ रहा है। हत्यारोपी जालसाज पवन कुंतल ने सौंख के युवाओं को नौकरी दिलाने की एवज में करीब 50 लाख रुपये की ठगी की थी। रेलवे, दिल्ली सचिवालय और अन्य विभागों में दिलाने का झांसा दिया था। पवन ने यह रकम अपने दोस्त भीम सिंह के माध्यम से युवाओं से ली थी। भीम सिंह फ्रिज का मिस्त्री था। लालच में आकर युवाओं से रकम पवन को दिलवा दी।
युवाओं को नौकरी नहीं मिली तो भीम सिंह से रकम लौटाने की मांग करने लगे। भीम भी पवन पर धनराशि लौटाने के लिए दबाव बनाने लगा। लगातार दबाव बनने से परेशान होकर जालसाज पवन ने दंपती को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद वह शवों को ठिकाने लगाने की फिराक में था, लेकिन नाकाम होने पर फ्लैट में ही शवों को जला दिया।