मथुरा दंपती हत्याकांड: बंद फ्लैट में तीन दिन तक सुलगते रहे शव, खौफनाक मंजर देख सन्न रह गए लोग

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मथुरा के थाना हाईवे क्षेत्र की कर्मयोगी कॉलोनी में शुक्रवार को बंद फ्लैट में दंपती के जले हुए शव मिलने से हर कोई हैरान रह गया। फ्लैट में तीन दिन से बदबू आ रही थी लेकिन बाहर से ताला लगा होने के चलते किसी को शक नहीं हुआ। आसपास के रहने वाले इसे अनदेखा करते रहे लेकिन शुक्रवार को धुआं उठता देखा तो पड़ोसी दंग रह गए। पड़ोसी कैलाश ने पुलिस को सूचना दी। थाना हाईवे के एसएचओ अनुज कुमार पुलिसबल के साथ पहुंच गए। दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो दो शव बुरी तरह जले हुए अलग-अलग चारपाई पड़े थे। खौफनाक मंजर देख लोग सन्न रह गए। 

मृतकों की शिनाख्त सौंख कस्बा निवासी भीम सिंह (45) और उनकी पत्नी भारती (39) के रूप में हुई है। दंपती को राजस्थान के भरतपुर के युवक पवन एक सप्ताह पूर्व सौंख कस्बे से लेकर आया था। युवक फरार है। पुलिस उसे तलाश कर रही है। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए पांच टीमें लगाई हैं। 

19 मार्च रात से लापता थे दंपती 

एसएचओ अनुज कुमार का कहना है कि शव कई दिन पुराने प्रतीत हो रहे हैं। 19 मार्च को सौंख से भीम सिंह का दोस्त पवन उनको और पत्नी भारती को कार में लेकर गया था। दंपती अपने बच्चों से दो घंटे की कहकर गए थे लेकिन फिर नहीं लौटे। पुलिस का कहना है कि 19 मार्च को ही पवन ने हत्या कर दी होगी। पहचान मिटाने को शवों को जलाया गया। लेकिन छह दिन तक फ्लैट में आग सुलगती रही, लेकिन किसी को पता तक नहीं चला। 

फिर सामने आई थाना मगोर्रा पुलिस की लापरवाही 

मृतकों के परिजनों ने 23 मार्च को उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई, लेकिन थाना मगोर्रा पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। अगर पुलिस लापता दंपती की तलाश करती तो शायद जान बच सकती थी। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार मगोर्रा पुलिस मामलों में हीलाहवाली कर रही है। ऐसा पहली बार नहीं है। 20 फरवरी से लेकर 23 मार्च के मध्य हुई आपराधिक वारदात से मगोर्रा पुलिस की काफी किरकिरी हुई। 

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हत्या के पीछे ठगी के 50 लाख रुपये ?

फ्रिज मिस्त्री होने के चलते कस्बा सौंख में आते-जाते राजस्थान के पवन कुंतल से भीम सिंह की दोस्ती हो गई। बताया गया है कि पवन ने भीम सिंह का पैसे कमाने का लालच दिया। पवन ने दिल्ली सचिवालय, रेलवे आदि विभागों में नौकरी दिलाने की एवज में कई बेरोजगारों से करीब 50 लाख रुपये ठग लिए। यह धनराशि भीम सिंह के माध्यम से आई। बेरोजगार युवाओं को नौकरी नहीं मिली तो वह भीम सिंह से तकादा करने लग गए। इस पर भीम ने पवन से धनराशि लौटाने को कहा। बार-बार भीम तकादा करता रहा, लेकिन धनराशि नहीं लौटाई। माना जा रहा है कि इसी के चलते दंपती की हत्या की गई है। 

बेटा और बेटी का रो-रोकर बुरा हाल

मृतक भीम सिंह और भारती की हत्या की जानकारी मिलते ही 10 साल के बेटे मोक्ष और 7 साल की बेटी राशि का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पूरे परिवार में कोहराम मच गया। चार भाइयों में तीसरे नंबर का भीम सिंह काफी मेहनती था। सबसे बड़ा भाई रामवीर, दूसरे नंबर हरिराम और चौथे नंबर का सुखदेव है। पूरा परिवार इस दोहरे हत्याकांड से सकते में है। 

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