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संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Tue, 26 Apr 2022 08:04 PM IST
सार
सडीएम गोवर्धन संदीप कुमार वर्मा ने बताया कि लाडली जी मंदिर की सेवा को लेकर सेवायतों के बीच विवाद की स्थिति है। तीनों पक्षों से एडीएम प्रशासन की मौजूदगी में वार्ता की गई है।
मथुरा के बरसाना स्थित लाडली जी मंदिर की सेवा पूजा को लेकर सेवायत गोस्वामियों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। एडीएम प्रशासन और एसडीएम ने मंगलवार को सेवायतों के बीच विवाद की स्थिति को देखते हुए गोवर्धन के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में तीनों पक्षों से बंद कमरे में अलग-अलग वार्ता की। इस समय मंदिर की सेवा रासबिहारी गोस्वामी कर रहे हैं। दूसरा पक्ष 27 अप्रैल से मंदिर की सेवा ग्रहण करने का दावा कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक माया देवी ने हरवंश लाल गोस्वामी की विधिक पत्नी होने का दावा सिविल न्यायालय छाता में पेश किया था। न्यायालय ने माया देवी को हरवंश लाल की पत्नी मानने से इंकार करते हुए गुलाब देवी को विधिक पत्नी स्वीकार करते हुए उन्हीं के वंशजों को सेवा के लिए अधिकारी घोषित किया था। न्यायालय ने कहा था कि माया देवी को लाडली जी मंदिर बरसाना की सेवा किए जाने का कोई औचित्य नहीं है।
प्रशासन की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल
इसके बाद माया देवी ने उच्च न्यायालय में स्टेट ऑफ यूपी प्रस्तुत की थी। उच्च न्यायालय की डिवीजन बेंच ने माया देवी को लाडली जी मंदिर की सेवा का अधिकारी नहीं मानते हुए याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद प्रशासन समय-समय पर दोहरे मापदंड अपनाते हुए कभी रासबिहारी, देवेश तो कभी माया देवी पक्ष को मंदिर सेवा में सहयोग करता रहा है। यही कारण है कि बरसाना के लोग प्रशासन की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त कर रहे हैं।
विवाद के चलते बंद रहा था मंदिर
तत्कालीन एसडीएम नागेंद्र प्रताप सिंह के कार्यकाल में यह विवाद उठा था। उस समय सेवायतों के बीच विवाद के चलते मंदिर के पट श्रद्धालुओ के दर्शनों के लिए दो दिन बंद रहे थे। इसके बाद विवाद सुलझ गया था। एसडीएम गोवर्धन संदीप कुमार वर्मा ने बताया कि बरसाना के लाडली जी मंदिर की सेवा को लेकर सेवायतों के बीच आपस में विवाद की स्थिति को देखते हुए तीनों पक्षों से एडीएम प्रशासन की मौजूदगी में वार्ता की गई है। आपसी सहमति का प्रयास चल रहा है।
विस्तार
मथुरा के बरसाना स्थित लाडली जी मंदिर की सेवा पूजा को लेकर सेवायत गोस्वामियों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। एडीएम प्रशासन और एसडीएम ने मंगलवार को सेवायतों के बीच विवाद की स्थिति को देखते हुए गोवर्धन के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में तीनों पक्षों से बंद कमरे में अलग-अलग वार्ता की। इस समय मंदिर की सेवा रासबिहारी गोस्वामी कर रहे हैं। दूसरा पक्ष 27 अप्रैल से मंदिर की सेवा ग्रहण करने का दावा कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक माया देवी ने हरवंश लाल गोस्वामी की विधिक पत्नी होने का दावा सिविल न्यायालय छाता में पेश किया था। न्यायालय ने माया देवी को हरवंश लाल की पत्नी मानने से इंकार करते हुए गुलाब देवी को विधिक पत्नी स्वीकार करते हुए उन्हीं के वंशजों को सेवा के लिए अधिकारी घोषित किया था। न्यायालय ने कहा था कि माया देवी को लाडली जी मंदिर बरसाना की सेवा किए जाने का कोई औचित्य नहीं है।
प्रशासन की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल
इसके बाद माया देवी ने उच्च न्यायालय में स्टेट ऑफ यूपी प्रस्तुत की थी। उच्च न्यायालय की डिवीजन बेंच ने माया देवी को लाडली जी मंदिर की सेवा का अधिकारी नहीं मानते हुए याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद प्रशासन समय-समय पर दोहरे मापदंड अपनाते हुए कभी रासबिहारी, देवेश तो कभी माया देवी पक्ष को मंदिर सेवा में सहयोग करता रहा है। यही कारण है कि बरसाना के लोग प्रशासन की भूमिका पर भी संदेह व्यक्त कर रहे हैं।
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