महाशिवरात्रि: श्रीकृष्ण जन्मभूमि से निकली भगवान भोले की भव्य बरात, मथुरा की गलियों में गूंजी जय-जयकार

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अमर उजाला ब्यूरो, आगरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Tue, 01 Mar 2022 06:12 PM IST

सार

शिव बरात में भूत-प्रेत और देवताओं का भेष बनाकर सैकड़ों बराती शामिल हुए। झूमते-गाते बरातियों को देखने के लिए सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। 

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श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में मंगलवार को महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। ब्रज के प्रमुख शिवालयों में जहां भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। वहीं श्रीकृष्ण जन्मस्थान से भगवान शिव की बरात धूमधाम से निकाली गई। शिव बरात डीगगेट, मंडी रामदास, चौक बाजार, स्वामीघाट, छत्ता बाजार, होली गेट, भरतपुर गेट एवं दरेसी मार्ग होते हुए दोबारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंची। शिव बरात ने करीब एक घंटे तक शहर की गलियों में भ्रमण किया। 

शिव बरात में भूत-प्रेत और देवताओं का भेष बनाकर सैकड़ों बराती शामिल हुए। झूमते-गाते बरातियों को देखने के लिए सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। नंदी पर सवार भगवान भोले का स्वरूप सबको आकर्षित कर रहा था। बरात में देवी-देवताओं की रथों पर विराजमान होकर निकले। बड़े-बड़े साउंड बॉक्स के साथ गाजे-बाजे की भी व्यवस्था की गई थी। 

भक्तों में कौतूहल एवं उत्साह के भाव जाग्रत करने वाली इस दिव्य शिव बरात में मेरठ, कासगंज, हापुड़ एवं चंदौसी आदि जिले के कलाकार शामिल हुए। भोलेनाथ की दिव्य बरात में भगवान ब्रह्मा-विष्णु, भैरो, मां चंडीदेवी, नौ काली अघोरी नृत्य आदि झांकियां शामिल हुईं। बरात जब दोबारा श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंची तो भागवत भवन मंदिर स्थित श्री महादेव मंदिर में अभिषेक हुआ। 

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विस्तार

श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में मंगलवार को महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। ब्रज के प्रमुख शिवालयों में जहां भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। वहीं श्रीकृष्ण जन्मस्थान से भगवान शिव की बरात धूमधाम से निकाली गई। शिव बरात डीगगेट, मंडी रामदास, चौक बाजार, स्वामीघाट, छत्ता बाजार, होली गेट, भरतपुर गेट एवं दरेसी मार्ग होते हुए दोबारा श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंची। शिव बरात ने करीब एक घंटे तक शहर की गलियों में भ्रमण किया। 

शिव बरात में भूत-प्रेत और देवताओं का भेष बनाकर सैकड़ों बराती शामिल हुए। झूमते-गाते बरातियों को देखने के लिए सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। नंदी पर सवार भगवान भोले का स्वरूप सबको आकर्षित कर रहा था। बरात में देवी-देवताओं की रथों पर विराजमान होकर निकले। बड़े-बड़े साउंड बॉक्स के साथ गाजे-बाजे की भी व्यवस्था की गई थी। 

भक्तों में कौतूहल एवं उत्साह के भाव जाग्रत करने वाली इस दिव्य शिव बरात में मेरठ, कासगंज, हापुड़ एवं चंदौसी आदि जिले के कलाकार शामिल हुए। भोलेनाथ की दिव्य बरात में भगवान ब्रह्मा-विष्णु, भैरो, मां चंडीदेवी, नौ काली अघोरी नृत्य आदि झांकियां शामिल हुईं। बरात जब दोबारा श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंची तो भागवत भवन मंदिर स्थित श्री महादेव मंदिर में अभिषेक हुआ। 

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