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उन्नाव। महिलाएं आज किसी भी काम में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। फिर चाहे परिस्थितियां विपरीत होने पर ई-रिक्शा चलाना ही क्यों न हो। फोटो में यह जो युवती ई- रिक्शा की स्टेयरिंग पकड़े नजर आ रही है वह शहर के कब्बाखेड़ा निवासी नीलम है।
परिवार में कोई कमाऊ व्यक्ति न होने के कारण मजबूरी में उसे ई-रिक्शा की स्टेयरिंग पकडऩी पड़ी। किराए पर रिक्शा लेकर वह शहर के मुख्य मार्गों पर सवारियां बैठाते और उतारते आसानी से देखी जा सकती है। वह ई-रिक्शा चलाकर प्रतिदिन 300 से 400 रुपये कमा लेती है। उसका कहना है कि परिवार का भरणपोषण करने में उसे इससे अच्छा साधन नहीं मिला। (शुभम निगम)
उन्नाव। महिलाएं आज किसी भी काम में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। फिर चाहे परिस्थितियां विपरीत होने पर ई-रिक्शा चलाना ही क्यों न हो। फोटो में यह जो युवती ई- रिक्शा की स्टेयरिंग पकड़े नजर आ रही है वह शहर के कब्बाखेड़ा निवासी नीलम है।
परिवार में कोई कमाऊ व्यक्ति न होने के कारण मजबूरी में उसे ई-रिक्शा की स्टेयरिंग पकडऩी पड़ी। किराए पर रिक्शा लेकर वह शहर के मुख्य मार्गों पर सवारियां बैठाते और उतारते आसानी से देखी जा सकती है। वह ई-रिक्शा चलाकर प्रतिदिन 300 से 400 रुपये कमा लेती है। उसका कहना है कि परिवार का भरणपोषण करने में उसे इससे अच्छा साधन नहीं मिला। (शुभम निगम)
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