मां तुझे प्रणाम कवि सम्मेलन: ये गगन छूता हिमालय भारती की शान है…, आगरा के सूरसदन में गूंजे देशभक्ति के सुर

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आगरा में अमर उजाला के अभिनव अभियान ‘मां तुझे प्रणाम’ के तहत शुक्रवार को सूरसदन के प्रेक्षागृह में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवियों ने क्रांतिकारियों की कुर्बानियों की दास्तां सुनाई। विनीत चौहान की कविता ‘ये गगन छूता हिमालय भारती की शान है और गंगाजल हमारा मान है ईमान है…’ पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजाईं।

कवि सम्मेलन का उद्घाटन महापौर नवीन जैन, आईजी होमगार्ड्स संजीव शुक्ला, डॉ. नरेश शर्मा,  अतुल तिवारी ने संयुक्त रूप से मां भारती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया। श्रोताओं की देर रात तक उपस्थिति ने सम्मेलन की ऊंचाइयों को बनाए रखा। 

सूरसदन प्रेक्षागृह में धीरों और वीरों को देश के प्रख्यात कवियों ने जब अपने अनोखे अंदाज से शब्दों की सलामी दी, तो भारत के रणबांकुरों के सम्मान में जुटे देशप्रेमी दर्शक उठ खड़े हुए। युवाओं की भुजाओं में रक्त का संचार बढ़ने लगा। भारत माता के जयकारे लगने लगे। देशभक्ति के ज्वार के साथ ही हास्य-व्यंग्य की रचनाओं पर हंसी की फुलझड़ियां भी छूटीं। 

ये गगन छूता हिमालय…

‘ये गगन छूता हिमालय भारती की शान है और गंगाजल हमारा मान है ईमान है, बिस्मिल, भगत, अशफाक जिनकी कोख से पैदा हुए दोस्तों दुनिया में उसका नाम हिंदुस्तान है’। अलवर के कवि विनीत चौहान ने इस कविता को पढ़कर श्रोताओं में जोश भर दिया। 

आजादी के मायने : अपने आत्म अनुशासन के बंधन में रहते हुए मुक्ति का अहसास ही आजादी का सही अनुवाद है। 

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कुछ रिश्ते जीवन के… 

दिल्ली के अनिल अग्रवंशी ने कविता पढ़ी कि कुछ रिश्ते जीवन में बहुत जरूरी हैं कुछ के साथ निभाना एक मजबूरी है, कुछ रहकर भी दूर सदा दिल में रहते हैं कुछ मिलते हैं रोज, मगर एक दूरी है’। 

आजादी के मायने : मौलिक अधिकारों की स्वतंत्रता हमारे संविधान के गहना है। यदि सहज व्यवस्था उपलब्ध हो जाए तो आजादी के मायने सार्थक हो जाएंगे।

बॉलीवुड पर कटाक्ष

आगरा के कवि पवन आगरा ने अपने अंदाज में बॉलीवुड पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, ‘कश्मीर फाइल्स, पृथ्वीराज चौहान या लाल सिंह चड्डा ये बॉलीवुड की फिल्में हैं या वैचारिक मतभेदों का अड्डा, समझ में ही नहीं आता लोग पहले फिल्म देख आते हैं फिर बॉयकाट का नारा देकर उसकी टीआरपी बढ़ाते हैं’।  

आजादी के मायने : अभिव्यक्ति, राष्ट्रभक्ति और खुद के प्रति जवाबदेही आजादी की असल आत्मा है।

जिस पर जन्म लिया वीरों ने…

नैनीताल की कवयित्री गौरी मिश्रा ने देशभक्ति पर कविता पाठ किया। उन्होंने कहा, ‘जिस पर जन्म लिया वीरों ने, जिस पर गर्व किया धीरों ने, जिसको पूजा दिलगीरों ने, जो कान्हा ने चाटी है, मेरे देश की माटी है’। 

आजादी के मायने: आजादी का मतलब बेखौफ होकर कहीं भी हो रहे अन्याय के खिलाफ खुलकर विरोध करना है। 

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